Last Updated:July 18, 2025, 14:37 IST
UP Schools: उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों को आदर्श विद्यालय बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके लिए 2000 करोड़ का बजट मंजूर किया गया है.

UP Schools: सरकारी स्कूलों में प्रैक्टिकल एजुकेशन पर फोकस बढ़ेगा
हाइलाइट्स
यूपी के सरकारी स्कूलों का होगा मेकओवर.2000 करोड़ के बजट को मिली मंजूरी.आदर्श विद्यालय में बनेंगी स्मार्ट क्लासेस और लैब्स.लखनऊ (UP Schools). उत्तर प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मॉडर्न मेकओवर देने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. यूपी बेसिक शिक्षा विभाग ने 2000 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत करते हुए आदर्श विद्यालय योजना की शुरुआत की है. इसके तहत 500 से ज्यादा स्टूडेंट्स की संख्या वाले 650 से ज्यादा स्कूलों को चुना गया है. इन स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. इन्हें आदर्श विद्यालय बनाने के लिए इनमें कई बदलाव किए जाएंगे.
उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों को आदर्श विद्यालय बनाने के लिए भवन का निर्माण किया जाएगा. आदर्श विद्यालय में स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, आईसीटी लैब, रैंप, पीने का साफ पानी, शौचालय, मल्टीपर्पस हॉल जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही बच्चों को ‘करके सीखने’ यानी लर्निंग बाय डूइंग के जरिए पढ़ाया जाएगा. इससे न केवल पढ़ाई की क्वॉलिटी में सुधार होगा, बल्कि बच्चों की समझ और दिलचस्पी भी बढ़ेगी. इन स्कूलों में प्रैक्टिकल एजुकेशन को बढ़ावा दिया जाएगा.
सरकारी स्कूलों में बदलेगा पढ़ाई का तरीका
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के अनुसार, यूपी में शिक्षा को सिर्फ स्कूल में प्रेजेंस तक सीमित नहीं रखा जाएगा. इसीलिए अब एजुकेशन सिस्टम को स्ट्रक्चरल, टेक्निकल और Intellectually Rich बनाने के फॉर्मेट में काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यूपी को देश के टॉप राज्यों की श्रेणी में स्थापित करने की कोशिश की जा रही है. हर बच्चे तक क्वॉलिटी एजुकेशन पहुंचाने के लिए इनोवेशन और ट्रांसपेरेंसी के साथ काम किया जा रहा है.
एक्टिव होकर सीखेंगे छात्र
यूपी सरकार का उद्देश्य न सिर्फ इन स्कूलों को रिसोर्सेस के मामले में नंबर 1 बनाना है, बल्कि स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों को सरकारी स्कूलों की तरफ आकर्षित करना भी है. राज्य सरकार की यह पहल रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. जहां एक तरफ कम नामांकन वाले विद्यालयों का विलय किया गया है, वहीं दूसरी तरफ ज्यादा छात्र संख्या वाले स्कूलों में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. इससे यूपी के सरकारी स्कूलों में पियर लर्निंग को बढ़ावा मिलेगा और स्टूडेंट्स ज्यादा एक्टिव रूप से सीखने की प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे.
Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें
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