Railway News: अक्सर देखा जाता है कि लोग लंबी दूरी को तय करने के लिए ट्रेन या फिर फ्लाइट की सेवा लेते हैं, ट्रेन के मुताबिक फ्लाइट से पहुंचने में समय कम लगता है लेकिन किराया भी ज्यादा लगता है, अब भारत सरकार ट्रेन के जरिए भूटान का सफर कराने जा रही है, सरकार ने भारत ने भूटान तक दो रेल लाइनों की घोषणा की है. रेल मंत्री के मुताबिक, इन रेल परियोजनाओं से भारत और भूटान के बीच व्यापार में तेजी आएगी. साथ ही भूटान में बने माल को रेल मार्ग के जरिए बंदरगाह तक जल्द पहुंचाना भी आसान हो जाएगा. हालांकि अब हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया के उन देशों के बारे में जो एक दूसरे से रेल के जरिए जुड़े हैं.
किन देशों से जुड़ा है भारत
सबसे पहले हम बात करेंगे भारत देश की, भारत पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल जैसे देशों के साथ रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है. भूटान के अलावा कई और देशों को रेलवे कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए काम किया जा रहा है. नेपाल के लिए बिहार के जयनगर रेलवे स्टेशन से जा सकते हैं, वहीं कोलकाता से ढाका के लिए मैत्री एक्सप्रेस चलती है जो फिलहाल बंद है. साथ ही साथ बता दें कि समझौता एक्सप्रेस भारत के अटारी जंक्शन से शुरू होकर पाकिस्तान के लाहौर जंक्शन तक जाती थी.
पहले स्थान पर है जर्मनी
दुनियाभर में दूसरे देशों के साथ रेलवे से जुड़ने की बात करें तो जर्मनी पहले नंबर पर है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी कुल 9 देशों के साथ जुड़ा है. जर्मनी से लगभग हर पड़ोसी राज्य के लिए ट्रेन चलती है. जर्मनी से रेल द्वारा डेनमार्क, पोलैंड, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, लक्सेमबर्ग, बेल्जियम और नीदरलैंड्स जाया जा सकता है, हरदिन काफी संख्या में लोग रेलवे के जरिए यात्रा करते हैं.
दूसरे देशों से जुड़ा है फ्रांस
इसके अलावा दूसरे स्थान पर फ्रांस है, अगर हम फ्रांस की बात करें तो यह 8 देशों के साथ रेल से जुड़ा हुआ है. यहां से बेल्जियम, लक्सेमबर्ग, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, इटली, मोनाको, स्पेन और यूनाइटेड किंगडम रेलवे के द्वारा जाया जा सकता है. ट्रेन यहां के बिजनेस और रोजगार को गति प्रदान करती है.
कई देशों से जुड़ा है रूस
अगर हम रूस की बात करें तो ये 10 देशों के साथ रेलवे के जरिए जुड़ा है. हालांकि कुछ देशों की रेलवे लाइन सक्रिय रूप से नहीं चलती है ऐसे में इसे तकनीकी रूप से रेलवे के द्वारा सबसे ज्यादा देशों से जुड़ा हुआ माना जाता है. बता दें कि यहां से चीन, मंगोलिया और कजाकिस्तान से नियमित यात्री और मालगाड़ियां चलती हैं.