Last Updated:October 01, 2025, 18:04 IST
Dextromethorphan cough syrup death case: राजस्थान में डेक्स्ट्रोमेथार्फन कफ सिरप पीने से दो बच्चों की मौत हो गई है. केसंस फार्मा की ओर से बनाई गई इस ड्रग को दो साल पहले ही बैन कर दिया गया था. हालांकि यह दवा पहले ही काफी विवादों में रह चुकी है. कोरोन काल में दिल्ली में इसी सिरप को पीने की वजह से 3 छोटे बच्चों की मौत हो चुकी है.

Dextromethorphan cough syrup Children death: राजस्थान में खांसी का सिरप डेक्सट्रोमेथॉर्फन पीने से अलग-अलग जगहों पर दो बच्चों की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक राजस्थान सरकार की मुफ्त दवा योजना में मिलने वाली खांसी सिरप ‘डेक्सट्रोमेथोरफेन HBr SIRUP IP 13.5 MG5ML पीने से एक बच्चे की भरतपुर में और दूसरे की सीकर में हालत खराब हो गई और फिर मौत हो गई. Kaysons Pharma की इस दवा से हुई मौतों के बाद पूरे चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया है. राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है. हालांकि राजस्थान में हुई इस मौत से पहले भी ये सिरप राजधानी दिल्ली में अपना कहर बरपा चुकी है.
बता दें कि साल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिकों में बांटी गई इस डेक्सट्रोमेथॉर्फन खासी की दवा के चलते कोहराम मचा था और 3 बच्चों की मौत हो गई थी. खांसी की दवा पीने से शरीर में जहर फैलने के बाद इन बच्चों को कलावती सरन अस्पताल में लाया गया था, जहां बच्चों ने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद दिल्ली सरकार को लेकर विपक्ष ने घेर लिया था, जिसके बाद 3 डॉक्टरों पर कार्रवाई भी हुई थी.
इस दौरान केंद्र द्वारा संचालित कलावती सरन बाल चिकित्सालय की ओर से बताया गया था कि 29 जून से 21 नवंबर के बीच में एक से छह वर्ष की आयु के बच्चों में डेक्सट्रोमेथॉर्फन विषाक्तता के 16 मामले सामने आए थे. हालांकि 3 बच्चों की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ा था.
डीजीएचएस ने दिल्ली सरकार को भेजा था लेटर
इस मामले के सामने आने के बाद 7 दिसंबर 2021 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डीजीएचएस डॉ. सुनील कुमार की ओर से दिल्ली सरकार के डायरेक्टर हेल्थ सर्विस को एक पत्र भी जारी किया गया था. जिसमें डॉ. सुनील ने दिल्ली सरकार से कहा कि मोहल्ला क्लीनिक में बच्चों को दी गई इस दवा के बाद कलावती सरन चिल्ड्रंस हॉस्पिटल में डेक्सट्रोमेथॉर्फन से जहर फैलने के 16 मामले आए हैं, जिनमें से 3 बच्चों की जान चली गई है. यह ड्रग बच्चों के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित है. यह ड्रग ओमेगा फार्मास्यूटिकल्स की ओर से बनाई गई है और सीडीएससीओ की रिपोर्ट भी संलग्न की जा रही है.इसके अलावा यह मामला पहले ही दिल्ली के ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट को बताया जा चुका है. ऐसे में दिल्ली सरकार अपने अंतर्गत चल रहे सभी मोहल्ला क्लीनिक और डिस्पेंसरीज में इस दवा को 4 साल से कम उम्र के बच्चों को देने के लिए मना करे और ओमेगा फार्मा की दवा को जनहित में वापस कर दे.
सबसे ज्यादा बिकती है ये दवा
डेक्सट्रोमेथॉर्फ़न सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली खांसी की दवाइयों में से एक है, हालांकि इसके साइड इफैक्ट्स भी होते हैं. साथ ही ये 4 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं दी जाती है. ज्यादा दवा लेने से बच्चों में अनिद्रा, पुतलियां फैलने, चक्कर आने, उल्टी, बेचैनी और सांस लेने में परेशानी होने की दिक्कतें आने लगती हैं.
क्या बोले एक्सपर्ट
दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्र ने कहा कि राजस्थान में दी गई डेक्सट्रोमेथॉर्फन दवा केसंस फार्मा की है. सिरप पीने से बच्चों की मौत बहुत बड़ा मामला है. इस कंपनी को हमेशा के लिए ब्लैकलिस्टेड करके इस पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही कई बार पाबंदी के बाद भी दवा सरकारी सिस्टम में कैसे पहुंची इसकी बारीकी से जांच होने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
priya gautamSenior Correspondent
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्...और पढ़ें
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्...
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Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
October 01, 2025, 18:04 IST