Last Updated:October 18, 2025, 09:52 IST

अरनिया सेक्टर (जम्मू-कश्मीर). पाकिस्तान पर्व-त्योहार के मौके पर देश में अशांति फैलाने की फिराक में रहता है. सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं, पर इस बार दुश्मन देश का मंसूबा कामयाब होने वाला नहीं है. दीपावली के पर्व से पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है. जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने चौकसी कड़ी कर दी है और रात के गश्त (नाइट पेट्रोलिंग) को तेज कर दिया गया है, ताकि किसी भी घुसपैठ या आतंकी गतिविधि की कोशिश को नाकाम किया जा सके.
बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक, दिवाली त्योहार के दौरान भी सीमा पर तैनात जवान पूरी तरह मुस्तैद हैं और चौबीसों घंटे निगरानी बनाए हुए हैं. एक बीएसएफ अधिकारी ने कहा, ‘हम हर तरह की सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं. देशवासी बिना किसी डर के दीपावली मना सकते हैं. सीमा पर बीएसएफ तैनात है और किसी भी संभावित खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है.’ जवानों ने बताया कि त्योहार के अवसर पर भले ही वे अपने परिवारों से दूर हैं, लेकिन देश की सुरक्षा ही उनकी प्राथमिकता है. एक जवान ने कहा, ‘हम अपने परिवारों से दूर हैं, लेकिन बीएसएफ ही हमारा परिवार है. हम अपने साथियों के साथ दीपावली मनाते हैं. जनता को हमारा संदेश है कि वे निश्चिंत होकर खुशियों के साथ दीपावली मनाएं. बीएसएफ हर खतरे से निपटने को तैयार है.’
बॉर्डर पोस्ट पर बढ़ाई चौकसी
सीमा चौकियों पर इस दौरान विशेष सतर्कता बरती जा रही है. बीएसएफ ने कहा कि आतंकवादियों या तस्करों की किसी भी हरकत को रोकने के लिए सभी सेक्टरों में गश्त बढ़ा दी गई है और तकनीकी निगरानी प्रणालियों को भी सक्रिय किया गया है. जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान से सटी होने के कारण इस क्षेत्र में अक्सर सुरक्षा अलर्ट जारी रहता है, खासकर त्योहारों या राष्ट्रीय अवसरों पर. बीएसएफ अधिकारियों ने यह भी बताया कि दीपावली के दिन सीमावर्ती गांवों में भी सुरक्षा बढ़ा दी जाएगी, ताकि स्थानीय लोग निश्चिंत होकर त्योहार मना सकें. जवानों ने सभी देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और भरोसा दिलाया कि जब तक बीएसएफ सीमा पर तैनात है, देश सुरक्षित है.
आज धनतेरस
आज यानी शनिवार 18 अक्टूबर 2025 को धनतेरस है. धनतेरस के दिन भगवान सिद्धिविनायक (गणेश जी), महालक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा की जाती है. यह दिन नई वस्तुएं खरीदने के लिए शुभ माना जाता है. इस अवसर पर धन्वंतरि देव की भी विशेष पूजा की जाती है, जिन्हें आयुर्वेद के देवता माना जाता है और जिनसे चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा मानव कल्याण हेतु मानी जाती है. धनतेरस से ही दीपावली पर्व की शुरुआत मानी जाती है. यह दिन विक्रम संवत कैलेंडर के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है, जो इस वर्ष सोमवार को पड़ी. त्योहार की उमंग और सुरक्षा के बीच बीएसएफ जवानों की यह तैनाती एक बार फिर याद दिलाती है कि जब देशवासी अपने घरों में दीप जला रहे होते हैं, तब सीमाओं पर हमारे सुरक्षाकर्मी चौकसी की मशाल जलाए खड़े रहते हैं.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
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Location :
Jammu and Kashmir
First Published :
October 18, 2025, 09:52 IST