पाकिस्तान अब इजरायल को मान्यता देगा? ख्वाजा आसिफ के बयान के मायने भी समझिए

11 hours ago

Pakistan Israel News: एक तरफ पाकिस्तान की फौज अमेरिका की परीक्रमा कर रही है. दूसरी ओर पाकिस्तान की सरकार शायद अब इजरायल पर डोरे डाल रही है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक ऐसा बयान दे दिया. जिससे अमेरिका, इज़रायल, भारत और पूरे मिडिल ईस्ट में हलचल मच गई. जिस देश के पासपोर्ट में लिखा है. This passport is valid for all countries of the world except Israel. यानी ये पासपोर्ट इज़रायल को छोड़कर दुनिया के सभी देशों में मान्य है. ऐसा देश पाकिस्तान क्या अपने कट्टर दुश्मन इज़रायल को मान्यता दे सकता है?

चर्चा कहां से शुरू हुई?

क्या जिस अब्राहम समझौते के जरिए मिडिल ईस्ट के देशों ने इज़रायल से समझौता किया है, पाकिस्तान भी उसमें शामिल हो सकता है. आज आपको भी समझना चाहिए जिस इज़रायल को पाकिस्तान मान्यता देगा. ये बात आखिरकार शुरू कहां से हुई और ऐसा करने से पाकिस्तान को क्या क्या फायदे और क्या क्या नुकसान हो सकते है. दरअसल पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कुछ ऐसा कह दिया जिसके बाद पाकिस्तान में इज़रायल को मान्यता देने की चर्चा शुरू हो गई.

भारत के दोस्त इज़रायल से पाकिस्तान की नफरत के बारे में सारी दुनिया जानती है. ईरान और इजरायल के युद्ध में भी पाकिस्तान के नेताओं ने इज़रायल के खिलाफ बयान दिया था. लेकिन इजरायल के मान्यता देने के सवाल के जवाब में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने इससे इनकार नहीं किया और अपना फायदा देखने की बात कही. आज आपको ये भी समझना चाहिए. अगर पाकिस्तान इज़रायल को मान्यता देता है तो उसे इससे क्या फायदा मिलेगा और क्यों पाकिस्तान इज़रायल को मान्यता दे सकता है.

अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान इज़रायल को मान्यता दे सकता है, इसके बदले कई फायदे भी ले सकता है. 

- FATF की ग्रे लिस्ट से निकलने के बावजूद PAK की माली हालत खराब है तो मान्यता देकर वो US और UAE से आर्थिक पैकेज ले सकता है.
- पाकिस्तान को IMF लोन में नरमी जैसे फायदे भी मिल सकते हैं.
- इज़रायल की एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और वाटर मैनेजमेंट तकनीक भी पाकिस्तान हासिल कर सकता है.

हालांकि इज़रायल खुद पाकिस्तान के परमाणु बम को अपने लिए खतरा मानता है और पाकिस्तान के नेता भी कह चुके हैं. ईरान के बाद इजरायल के हमलों की लिस्ट में उनका नंबर भी आ सकता है. लेकिन ऐसी और भी कई वजहें हैं जिसकी वजह से पाकिस्तान के लिए इजरायल को मान्यता देना आसान नहीं है.

-अगर पाकिस्तान इजरायल को मान्यता देता है तो पाकिस्तान में कट्टरपंथी धार्मिक दल इसे इस्लाम से गद्दारी कहेंगे.
- फिलिस्तीन के नाम पर पाकिस्तान में आक्रामक विरोध और दंगे भी संभव हैं.
- तुर्किए, ईरान, मलेशिया जैसे मुस्लिम देश पाकिस्तान का विरोध कर सकते हैं.
- इसके अलावा हमास और मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़े संगठनों का विरोध भी पाकिस्तान को झेलना पड़ेगा. यानी पाकिस्तान के लिए ये फैसला लेना आसान नहीं है.

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