Last Updated:November 05, 2025, 12:43 IST
Andhra Pradesh:आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में टीचर वाई सुजाता को निलंबित कर दिया गया. वह वायरल वीडियो में दो छात्राओं से पैर दबवाते और मोबाइल पर बात करते हुए दिखीं. साथ हीं, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा.
सरकारी स्कूल की टीचर को दो छात्राओं से पैर दबवाने के आरोप में किया निलंबित Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश से एक शर्मनाक घटना सामने आई है. श्रीकाकुलम जिले में एक सरकारी स्कूल की टीचर वाई सुजाता को अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने और दो छात्राओं से पैर दबवाने के आरोप में निलंबित कर दिया. यह घटना कैमरे में कैद हो गई और वीडियो वायरल हो गया. वीडियो में सुजाता को कक्षा में आराम से कुर्सी पर बैठकर मोबाइल फोन पर बात करते हुए देखा जा सकता है, जबकि दो नाबालिग छात्राएं उनके पैर दबा रही हैं.
पीटीआई एजेंसी के अनुसार, निलंबन आदेश में कहा गया कि जांच में मिले सबूतों के आधार पर यह आवश्यक है कि वाई सुजाता LFL, HM, GTWAH स्कूल, बंडापल्ली को निलंबित किया जाए क्योंकि उन्होंने समय-समय पर सरकार से जारी निर्देशों का उल्लंघन किया है. इसके अलावा, कक्षा में अनुचित तरीके से बैठना और छात्रों से अपने व्यक्तिगत कार्य करवाना उनके पेशेवर कर्तव्यों की बड़ी लापरवाही को दिखाता है.
राज्य सरकार पर साधा निशाना
एक अधिकारी के अनुसार, यह पहली बार नहीं था जब सुजाता ने छात्रों से अपने पैर दबवाए. इसके अलावा, आदेश में यह भी बताया गया कि सुजाता ने कक्षा के समय में मोबाइल फोन का उपयोग करके अपने कर्तव्यों की उपेक्षा की. इस घटना को लेकर सियासत भी गर्मा गई है. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा.
वाईएसआरसीपीने अपने आधिकारिक पोस्ट में लिखा कि बंडापल्ली गर्ल्स ट्राइबल आश्रम स्कूल, मेलियापुट्टी मंडल, श्रीकाकुलम जिले में, एक टीचर ने बेशर्मी से दो युवा छात्राओं से अपने पैर दबवाए, जबकि वह अपने मोबाइल फोन पर बात कर रही थी. इस शर्मनाक कृत्य का खुलासा देर से हुआ, जिससे माता-पिता और स्थानीय लोग नाराज हो गए हैं. इस टीचर ने छात्रों को अपमानित किया और शिक्षण पेशे की पवित्रता का अपमान किया.
At Bandapalli Girls Tribal Ashram School in Meliyaputti mandal, Srikakulam district, a teacher shamelessly made two young girl students massage her feet while she sat arrogantly talking on her cellphone. The disgraceful act, exposed belatedly, has enraged parents and locals.… pic.twitter.com/yTZqz9Rls8
सरकारी स्कूलों की गिरती स्थिति पर गंभीर चिंता
वाईएसआरसीपी ने आगे लिखा कि ऐसा व्यवहार शिक्षा प्रणाली में फैल रही नैतिक गिरावट को दर्शाता है. यह सब @naralokesh के तथाकथित नेतृत्व में हो रहा है, जहां शिक्षा को उनके लापरवाह पर्यवेक्षण के तहत मजाक बना दिया गया है. यह मामला शिक्षा विभाग की जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है और सरकारी स्कूलों की गिरती स्थिति पर भी गंभीर चिंता जताता है.
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First Published :
November 05, 2025, 12:41 IST

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