Qatar-Israel Tension: कतर गाजा शांति वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका फिर से शुरू करने के लिए नेतन्याहू से माफी की मांग कर रहा है. एक्सियोस की एक रिपोर्ट के अनुसार, कतर ने इजराइल से कहा है कि वह गाजा शांति वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका में लौटने से पहले दोहा में हुए हालिया हमले के लिए माफी चाहता है. बता दें, ये कदम 10 दिन पहले कतर की राजधानी दोहा में हुए एक इजराइली हमले के बाद उठाया गया है जिसमें पांच हमास सदस्य और एक कतर सुरक्षा अधिकारी मारे गए थे.
बता दें, अमेरिका का मानना है कि कतर की मध्यस्थता के बिना बंधकों को रिहा करने और गाजा युद्ध को समाप्त करने वाला समझौता करना बेहद मुश्किल होगा. ट्रम्प प्रशासन तनाव कम करने पर जोर दे रहा है ताकि वार्ता फिर से शुरू हो सके. इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है और यहां तक कहा है कि इजराइल फिर से हमला कर सकता है.
बता दें, दोहा पर हमला पहली बार था जब इजराइल ने किसी खाड़ी देश में ऐसा हमला किया था. एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी ने स्वीकार किया कि सरकार ने इस संकट को कम करके आंका था और कहा कि नेतन्याहू को अब एहसास हो रहा है कि उन्होंने गलत अनुमान लगाया था. इस बीच, कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल-थानी ने दोहा में विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बैठक के दौरान माफी का अनुरोध उठाया था. रुबियो, नेतन्याहू, अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ और इजराइली सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर के बीच बातचीत में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई. विटकॉफ भी कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी से मुलाकात करेंगे ताकि तनाव कम करने और बातचीत फिर से शुरू करने के तरीके तलाशे जा सकें.
एक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार, कतर इजरायल की उस माफी को स्वीकार कर सकता है जिसमें कतरी अधिकारी की मौत की विशेष रूप से पुष्टि की गई हो और उसके परिवार को मुआवजा दिया गया हो और कतर की संप्रभुता का फिर से उल्लंघन न करने का वादा किया गया हो. बता दें, इजरायल पहले भी इसी तरह की माफी मांग चुका है. जानकारी के अनुसार, 2013 में नेतन्याहू ने 2010 के गाजा फ्लोटिला हमले में तुर्किये कार्यकर्ताओं की मौत के लिए तुर्किये के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन से माफी मांगी थी.