Last Updated:October 05, 2025, 18:39 IST
Darjeeling Nepal heavy rain landslides: दार्जिलिंग और माउंट एवरेस्ट तक भारी बारिश और भूस्खलन से 60 से अधिक मौतें, सैकड़ों फंसे, सड़कें ठप. जलवायु परिवर्तन और वन कटाई ने आपदा को गंभीर बनाया है.

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और नेपाल के माउंट एवरेस्ट तक भारी बारिश और भूस्खलन ने भयंकर तबाही मचाई है. अब तक 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें दार्जिलिंग में 18 और नेपाल में 47 लोग शामिल हैं. सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं, सड़कें ठप हैं, तमाम पुल बह गए हैं. टूरिस्टों को निकाला जा रहा है. सवाल ये है कि बार-बार दार्जिलिंग और उसके आस-पास के इलाकों में लैंडस्लाइड क्यों हो रहा है? आखिर ऐसा क्या हुआ है कि भारी तबाही मची?
1. आईएमडी के मुताबिक, दार्जिलिंग, नेपाल और आसपास के हिमालयी क्षेत्रों में असामान्य रूप से भारी बारिश हुई, जिससे ये तबाही मची. और इस इलाके के जैसे हालात हैं, उसकी वजह से लैंडस्लाइड हुआ.
2. बंगाल की खाड़ी में बने एक डीप डिप्रेशन ने उत्तर बंगाल और पूर्वी नेपाल में असामान्य रूप से भारी वर्षा पैदा की. 4-5 अक्टूबर को दार्जिलिंग में सिर्फ 12 घंटों में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई.
3. मानसून के बाद ऐसा मौसमी बदलाव आमतौर पर नहीं होता. आमतौर पर सितंबर के मध्य तक इसका डर रहता है, लेकिन अक्तूबर में ये हैरान करने वाली बात है. इसने दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, नेपाल का कोशी प्रांत, माउंट एवरेस्ट तक हलचल मची.
4. नेपाल के कोशी प्रांत और इलाम जिले में भी भारी वर्षा ने लैंडस्लाइड को ट्रिगर किया. विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण चरम मौसमी घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसने इस आपदा को और गंभीर बनाया.
5. हिमालय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के कारण कम समय में तेज और ज्यादा बारिश की तीव्रता बढ़ रही है. रिसर्च इस ओर इशारा कर रहीं कि गर्म वातावरण से दक्षिण एशियाई मानसून तीव्र हो रहा है, जिससे बादल फटने जैसी घटनाएं आम हो गई हैं. नेपाल में 2024-2025 में ऐसे ही चरम वर्षा घटनाओं से 200 से अधिक मौतें हो चुकी हैं.
6. लैंडस्लाइड की वजह कई हैं. हिमालय क्षेत्रों में ढलान हो रहा है. भारी वन कटाई ने मिट्टी की जड़ों को कमजोर किया, जिससे ढलान आसानी से बह गए. धरती के नीचे टेक्टॉनिक प्लेट अस्थिर हो रही है. वनों की कटाई इसमें आग में घी का काम कर रही है.
7. नेपाल के सात प्रांतों में से पांच में मानसून सक्रिय है. इसकी वजह से कोसी, मधेशी, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी में बाढ़ के हालात बने. माउंट एवरेस्ट क्षेत्र में बर्फबारी और लैंडस्लाइड से ट्रेकर्स फंसे.
8. नेपाली अधिकारियों ने लगातार बारिश और अगले तीन दिनों तक लैंडस्लाड की संभावना के कारण काठमांडू से वाहनों के प्रवेश और निकास पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि अब हालात ठीक हो रहे हैं.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
October 05, 2025, 18:37 IST