Last Updated:May 13, 2025, 16:54 IST
India-Pakistan War and Google Maps: भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 11 एयरबेस और 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इंडियन एयरफोर्स की इस कामयाबी में गूगल मैप्स की भूमिका अहम रही. लेकिन पाकि...और पढ़ें

ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी एयर बेस पर सटीक निशाना लगाने में गूगल ने भारतीय वायु सेना की मदद की?
हाइलाइट्स
भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में 11 एयरबेस तबाह किए.Google Maps ने ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाई.पाकिस्तान Google पर बैन लगाने पर विचार कर रहा है.नई दिल्ली. क्या भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में Google Maps ने बड़ा रोल अदा किया? क्या इंडियन एयरफोर्स ने गूगल मैप्स का सहारा लेकर पाकिस्तान के 11 एयर बेस और 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया? भारत के मिलिट्री एक्शन से तबाह और बर्बाद हो चुके पाकिस्तानियों के मन में अब तरह-तरह के विचार आने लगे हैं. पाकिस्तानी आर्मी अंदर ही अंदर इस तबाही का ठीकरा Google Maps पर फोड़ भी रहा है. भारत की इस कार्रवाई से घबराकर पाकिस्तान अब चीन की तरह अपने देश में भी Google पर बैन लगा सकता है. हालांकि, यह इतना आसान नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की बर्बादी के लिए लोग Google Maps को जिम्मेदार ठकरा रहे हैं.
ऑपरेशन सिंदूर में Google Maps की भूमिका काफी अहम रहा. ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. भारतीय वायु सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और बाद में 9-10 मई को पाकिस्तान के 11 प्रमुख एयरबेस नूर खान, रफीकी, मुरीद, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनियां, सरगोधा, स्कार्दू, भोलारी और जैकोबाबाद को तबाह कर दिया.
Google Maps और ऑपरेशन सिंदूर
भारतीय वायु सेना ने इन एयरबेस की सटीक लोकेशन और लेआउट की जानकारी Google Maps और अन्य ओपन-सोर्स मैपिंग टूल्स से प्राप्त की. ये उपकरण सैटेलाइट इमेजरी और भौगोलिक डेटा प्रदान करते हैं, जो सैन्य अभियानों में टारगेटिंग के लिए उपयोगी हो सकते हैं. उदाहरण के लिए, Google Maps पर उपलब्ध हाई-रेजोल्यूशन इमेजरी ने भारतीय सेना को पाकिस्तान के एयरबेस जैसे भोलारी और नूर खान की संरचना और कमजोर बिंदुओं की पहचान करने में मदद की.
क्या सैन्य अभियान गूगल मैप्स पर निर्भर होते?
हालांकि, यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि सैन्य अभियान केवल Google Maps पर निर्भर नहीं होते. भारतीय वायु सेना ने राफेल जेट्स, S-400 एयर डिफेंस सिस्टम और SCALP क्रूज मिसाइल जैसे उन्नत हथियारों का उपयोग किया, जो स्वयं सटीक टारगेटिंग सिस्टम से लैस हैं. Google Maps हो सकता है कि प्रारंभिक खुफिया जानकारी और रणनीतिक योजना में सहायता प्रदान की हो, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर की सफलता में ड्रोन, सैटेलाइट और स्वदेशी तकनीकों की भूमिका भी उतनी ही अहम थी.
पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका था, क्योंकि उनकी वायु रक्षा प्रणाली, जिसमें चीनी HQ-9 सिस्टम शामिल था, भारतीय हमलों को रोकने में नाकाम रही. लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय करने और भोलारी एयरबेस पर 50 से अधिक सैन्यकर्मियों की मौत ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को गंभीर नुकसान पहुंचाया.
क्या पाकिस्तान Google को बैन करेगा?
पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद Google सर्च में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मतलब भारत का हमला जैसे कीवर्ड ट्रेंड कर रहे हैं. यह दर्शाता है कि पाकिस्तानी नागरिक और सेना दोनों इस हमले के प्रभाव को समझने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान, चीन की तरह Google और इसके उत्पादों विशेष रूप से Google Maps पर प्रतिबंध लगा सकता है. चीन ने 2010 में Google को बैन कर दिया था, मुख्य रूप से सेंसरशिप और डेटा गोपनीयता के मुद्दों पर. पाकिस्तान में भी सैन्य ठिकानों की सटीक जानकारी लीक होने की चिंता बढ़ सकती है, खासकर जब भारत जैसे प्रतिद्वंद्वी देश इसका उपयोग कर रहे हैं.
Google को बैन करना इतना आसान क्यों नहीं है?
1- चीन के पास Baidu जैसे स्वदेशी विकल्प हैं, लेकिन पाकिस्तान के पास ऐसा कोई मजबूत विकल्प नहीं है.
2- Google की सेवाएं पाकिस्तान में डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा हैं. इन्हें बैन करने से व्यवसायों और तकनीकी क्षेत्र को नुकसान हो सकता है, जो पहले से ही IMF कर्ज पर निर्भर अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम भरा है.
3- Google जैसी लोकप्रिय सेवा पर प्रतिबंध से जनता में असंतोष बढ़ सकता है, जो सरकार के लिए राजनीतिक रूप से हानिकारक होगा.
भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें