Last Updated:October 17, 2025, 16:27 IST
What is Rivaba Jadeja Net Worth: रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा अब गुजरात की मंत्री बन गई हैं. इंजीनियर से MLA और अब मंत्री बनीं रिवाबा की कुल संपत्ति ₹97.25 करोड़ बताई गई है.(सभी फोटो PTI)

भारत के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. उन्होंने अपनी पहचान सिर्फ “मिसेज जडेजा” के रूप में नहीं, बल्कि एक सशक्त नेता और बिजनेसमैन के रूप में बनाई है. मैकेनिकल इंजीनियर से लेकर गुजरात की कैबिनेट मंत्री बनने तक का उनका सफर प्रेरणादायक है. उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि महिलाएं चाहे किसी भी क्षेत्र से हों, अगर ठान लें तो ऊंचाइयों को छू सकती हैं.

रिवाबा जडेजा का जन्म 1990 में राजकोट गुजरात में हुआ. उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की और शुरू में एक इंजीनियर के तौर पर करियर बनाने की योजना बनाई थी. लेकिन जीवन ने उन्हें राजनीति के रास्ते पर ला खड़ा किया. उनकी मजबूत इच्छाशक्ति और नेतृत्व क्षमता को पहचानते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें टिकट दिया और वे पहली ही कोशिश में विधानसभा चुनाव जीत गईं.

राजनीति में कदम रखने के बाद रिवाबा ने लोगों से जुड़ाव और जमीनी स्तर पर काम करने की नई मिसाल पेश की. अब जब उन्हें गुजरात की कैबिनेट में राज्य मंत्री बनाया गया है, तो यह उनकी कड़ी मेहनत और जनता के भरोसे का नतीजा है. उनकी सफलता से यह संदेश भी गया है कि राजनीति में महिलाएं अब सिर्फ भागीदार नहीं, बल्कि बदलाव की वाहक बन रही हैं.

अब बात करते हैं उस सवाल की जो हर किसी के मन में है... रिवाबा जडेजा की कुल संपत्ति कितनी है? चुनावी हलफनामे और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी कुल संपत्ति ₹97.25 करोड़ रुपए आंकी गई है, जिसमें उनके पति रवींद्र जडेजा की ₹70.48 करोड़ रुपए की संपत्ति भी शामिल है. उनकी अपनी व्यक्तिगत संपत्ति ₹62.35 लाख रुपए है, जो उन्होंने अपनी मेहनत से अर्जित की है.

रिवाबा राजनीति के साथ-साथ पारिवारिक व्यवसाय में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं. जामनगर में स्थित जडेजा परिवार का प्रसिद्ध रेस्टोरेंट “जड्डूज़ फूड फील्ड” में उनकी 50% हिस्सेदारी है. यह रेस्टोरेंट न सिर्फ उनके परिवार के लिए एक मजबूत व्यवसायिक स्तंभ है बल्कि रिवाबा की उद्यमशीलता और वित्तीय समझ का भी प्रमाण है.

रिवाबा के नाम पर कई चल-अचल संपत्तियां भी दर्ज हैं. गुजरात, राजकोट और जामनगर में उनके परिवार की जमीनें और संपत्तियां मौजूद हैं. वे अपने राजनीतिक और सामाजिक दायित्वों के साथ-साथ इन संपत्तियों के प्रबंधन में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं. उनका यह संतुलन ही उन्हें एक सशक्त महिला के रूप में स्थापित करता है.

रिवाबा जडेजा का यह सफर भारत की उन नई महिलाओं का प्रतीक है जो समाज, राजनीति और व्यवसाय तीनों मोर्चों पर सफलता की कहानी लिख रही हैं. इंजीनियरिंग की डिग्री से लेकर मंत्रालय तक का यह सफर प्रेरणा देता है कि यदि जुनून हो, तो कोई भी सपना हकीकत बन सकता है.