Last Updated:September 25, 2025, 22:50 IST

G20 Foreign Ministers’ Meeting: न्यूयॉर्क में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक के मंच से विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने दुनिया को साफ चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर न कोई सहनशीलता दिखनी चाहिए और न ही किसी तरह की रियायत दी जानी चाहिए. जयशंकर ने आतंकवाद को वैश्विक शांति और विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया और कहा कि जो देश इसके खिलाफ कार्रवाई करते हैं, वे दरअसल अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सेवा करते हैं. जयशंकर ने कहा कि मौजूदा वैश्विक हालात में शांति और विकास दोनों ही लगातार गिरावट पर हैं. ऊर्जा, खाद्य और खाद उर्वरक सुरक्षा पर गहराते संकट का सबसे ज्यादा असर ग्लोबल साउथ पर पड़ा है. यूक्रेन युद्ध और गाजा संघर्ष ने यह दिखा दिया है कि कैसे आपूर्ति और लागत जैसे मुद्दे देशों पर दबाव बना रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा कि ‘शांति विकास को सक्षम बनाती है, लेकिन विकास को कमजोर कर हम शांति स्थापित नहीं कर सकते.’
‘ताकत दिखाने से मसले नहीं सुलझते’
विदेश मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर डबल स्टैंडर्ड अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब एक ही परिस्थिति में अलग-अलग मानदंड अपनाए जाते हैं तो शांति की राह और कठिन हो जाती है. जयशंकर के अनुसार, कूटनीति और बातचीत ही संघर्ष का एकमात्र समाधान हैं, न कि ताकत का प्रदर्शन या हथियारों की होड़.
जयशंकर ने यह भी कहा कि किसी भी संघर्ष की स्थिति में कुछ देशों के पास दोनों पक्षों से बातचीत करने की क्षमता होती है. ऐसे देशों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय को शांति कायम करने में शामिल करना चाहिए. इससे जटिल हालात को संभालने में मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी जोड़ा कि ‘जो देश इस मकसद में सहयोगी हो सकते हैं, उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए.’
‘यूएन जैसी मल्टीलेटरल संस्थाओं में सुधार की जरूरत’
उन्होंने बहुपक्षीय ढांचे और संयुक्त राष्ट्र की सीमाओं पर भी सवाल उठाए. जयशंकर ने कहा कि मौजूदा हालात इस बात का प्रमाण हैं कि यूनाइटेड नेशंस और अन्य बहुपक्षीय संस्थाओं में सुधार की सबसे ज्यादा जरूरत है. आज दुनिया को ऐसे तंत्र चाहिए जो सच में प्रभावी हों और सभी देशों के लिए समान अवसर और सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें.
भारत की ओर से यह संदेश साफ है कि आतंकवाद हो या संघर्ष, दुनिया अब आधे-अधूरे कदमों से काम नहीं चला सकती. जयशंकर ने कहा कि ऊर्जा और जरूरी संसाधनों को अनिश्चित बनाना किसी भी आर्थिक रूप से कमजोर देश के लिए नुकसानदेह है और इससे शांति की राह और कठिन होती है.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 25, 2025, 22:50 IST