Last Updated:July 15, 2025, 10:36 IST
S Jaishankar China Visit: एस जयशंकर 5 साल बाद चीन पहुंचे हैं और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की है. उन्होंने भारत-चीन संबंधों को बेहतर बनाने और सीमा पर तनाव कम करने का संदेश दिया.

एस जयशंकर ने शी जिनपिंग से मुलाकात की है.
S Jaishankar News: एस जयशंकर 5 साल बाद चीन पहुंचे हैं. मौका है विदेश मंत्रियों की एससीओ समिट. चीन की धरती पर ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीजिंग के साथ भारत के रिश्तों की लक्ष्मण रेखा खींच दी है. चीनी विदेश मंत्री वांग यी संग मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की है. यह मुलाकात इसलिए भी खास है, क्योंकि यह शायद पहली वन टू वन मुलाकात है. चीनी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात में जयशंकर का तेवर देखने लायक है. तस्वीर में एस जयशंकर चीनी राष्ट्रपति से आंख से आंख मिलाकर मिलते दिख रहे हैं.
दरअसल, शी जिनपिंग और एस जयशंकर की यह मुलाकात एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले हुई. एयशंकर ने इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश शी को सौंपा. इसमें भारत-चीन संबंधों को बेहतर बनाने और सीमा पर तनाव को कम करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई है. 2020 में गलवान हिंसा के बाद यह जयशंकर का पहला चीन दौरा है. माना जा रहा है कि इससे चीन और भारत के रिश्तों में सुधार होगा. इससे पहले एससीओ की रक्षा मंत्रियों की बैठक में राजनाथ सिंह चीन गए थे.
जयशंकर-जिनपिंग की मुलाकात
एस जयशंकर की शी जिनपिंग के साथ संभवत: पहली मुलाकात है. अब तक शी जिनपिंग और जयशंकर की वन टू वन मुलाकात नही हुई थी. दूसरी बात यह कि जिनपिंग अक्सर विदेश मंत्रियों से मुलाकात नहीं करते. मगर भारत और जयशंकर का कद इतना बड़ा है कि जिनपिंग खुद मुलाकात को बेताब दिखे. इस मुलाकात की तस्वीर सामने आई है. जयशंकर ने शी जिनपिंग संग मजबूती से हाथ मिलाया और आंखों में आंखें डालकर बात की. दोनों के बीच भारत और चीन के रिश्तों पर चर्चा हुई.
एस जयशंकर 5 साल बाद चीन की धरती पर पहुंचे हैं.
मुलाकात है खास
तस्वीर में दोनों मुस्कुराते हुए मिलते दिख रहे हैं. एस जयशंकर के चेहरे पर चमक है. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने जिनपिंग को पीएम मोदी का संदेश सुनाया. यह मुलाकात इसलिए भी खास है, क्योंकि बीते दिनों ही राजनाथ सिंह ने पहलगाम अटैक पर चीन और पाक के संयुक्त इरादों पर पानी फेरा था.
जयशंकर ने क्या संदेश दिया?
सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में जयशंकर ने वैश्विक स्थिति को जटिल बताया और भारत और चीन के बीच खुले संवाद की जरूरत पर जोर दिया. गलवान हिंसा के बाद भारत और चीन के संबंध रसातल में चले गए थे. मगर पिछले साल कजान में पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी की मुलाकात के बाद रिश्तों में जमी बर्फ पिघली है. दोनों देशों के कदम अब सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं. जयशंकर का यह दौरा दोनों देशों के लिए आपसी विश्वास बहाली और सीमा विवाद के समाधान की दिशा में अहम कदम है.
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
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