Countries which never Fought War: जंग. ये शब्द ऐसा है, जिसे सुनते ही टैंक, मिसाइलें, ड्रोन, बम की एक तस्वीर सी जहन में उतर आती है. रूस यूक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इजरायल ने 7 अक्टूबर की घटना के बाद से गाजा में कोहराम मचाया हुआ है. जबकि उसने सीरिया और ईरान में भी बमबारी की. पहलगाम अटैक के बाद भारत ने भी ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को उसी की भाषा में करारा जवाब दिया.
अगर इतिहास की किताब को उलट कर देखें तो दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जिन्होंने किसी ना किसी रूप में जंग लड़ी है. लेकिन कई देश ऐसे हैं, जिनकी फिजाओं में बारूद की बू महक ना पाई. चलिए आपको उन देशों के बारे में बताते हैं.
कॉस्टा रिका
साल 1948 में गृह युद्ध के बाद कॉस्टा रिका ने 1949 में अपनी सेना को बर्खास्त कर दिया और तब से वह शांति को लेकर प्रतिबद्ध है.
आइसलैंड
इस पर अंग्रेजों ने 1940 में आक्रमण किया था और यह नाटो का हिस्सा है. आइसलैंड के पास अपनी कोई सेना नहीं है. लेकिन ऐतिहासिक रूप से, ब्रिटेन के साथ उसके 'कॉड युद्ध' सैन्य विवाद थे, न कि पारंपरिक जंग. कॉड युद्ध के तहत उत्तरी अटलांटिक में मछली पकड़ने के अधिकार को लेकर यूनाइटेड किंगडम और आइसलैंड के बीच 20वीं सदी में कई बार टकराव हुआ था. लेकिन हर विवाद आइसलैंड की जीत के साथ खत्म हुआ.
लिकटेंस्टीन
यूरोप का यह छोटा सा देश तटस्थता की नीति रखता है. इस देश ने 1868 में अपनी सेना को खत्म कर दिया था. अपनी रक्षा के लिए यह स्विट्जरलैंड पर निर्भर है.
सैन मैरिनो
दुनिया के सबसे पुराने गणराज्यों में से एक है. सैन मैरिनो ने सदियों से अपनी स्वतंत्रता और तटस्थता बनाए रखी है. यह देश ना सिर्फ बड़े संघर्षों बल्कि दो वर्ल्ड वॉर से भी खुद को बचाने में कामयाब रहा.
वेटिकन सिटी
यह दुनिया का सबसे छोटा देश है. इस देश के पास कोई आर्मी नहीं है. इसका गठन 1929 में हुआ था.
मॉरिशस
यह देश हिंद महासागर में स्थित है और इस आइलैंड नेशन के पास 1968 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से कोई सेना नहीं है. यह अपने पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखता है. यह देश बहुत हद तक टूरिज्म पर ही निर्भर है.
वानुअतु
यह देश दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित है. इसको 1980 में आजादी मिली थी, लेकिन यह कभी भी औपचारिक युद्ध में शामिल नहीं रहा.