Last Updated:October 05, 2025, 18:22 IST
NDA Final Seat Sharing Formula: बिहार चुनाव के लिए एनडीए में 243 सीटों का बंटवारा लगभग फाइनल हो गया है. बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ बातचीत में जेडीयू के ललन सिंह, एलजेपी के चिराग पासवान, हम के जीतन राम मांझी और आरएलपी के उपेंद्र कुशवाहा में से कौन-कौन हुए बमबम और किसने दी सबसे बड़ी कुर्बानी?

NDA Final Seat Sharing Formula: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान अब किसी भी वक्त हो सकता है. देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को पटना में यह संकेत दे दिया है. चुनाव की आहट के साथ ही एनडीए के भीतर चल रही सीट शेयरिंग की खींचतान भी अब लगभग खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है. केंद्रीय मंत्री और बिहार बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को जेडीयू, हम और आरएलपी के प्रमुखों से मुलाकात कर 243 विधानसभा सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला लगभग फाइनल कर दिया है. सूत्रों की मानें तो इस बार भी जेडीयू और बीजेपी ने अपनी संख्या बल और रणनीतिक दबदबे को मजबूत करते हुए सीट बंटवारे में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है, जिसके चलते छोटे सहयोगी दलों को कुर्बानी देनी पड़ी है. जबकि चिराग पासवान को लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन का बड़ा इनाम मिला है.
रविवार को धर्मेंद्र प्रधान एक-एक करके एनडीए के लगभग सभी घटक दलों के नेताओं से मिले. सबसे पहले जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह से मिले. फिर कुछ ही देर के बाद धर्मेंद्र प्रधान और राज्य के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर पहुंचकर उनसे बातचीत की. इसके बाद धर्मेंद्र प्रधान एनडीए के एक और सहयोगी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की. प्रधान ने एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से अभी तक मुलाकात नहीं की है. लेकिन कहा जा रहा है कि चिराग से सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत पूरी हो गई है.
एनडीए में किस सहयोगी दल ने दी बड़ी कुर्बानी?
एनडीए में इस बार बिहार की 243 विधानसभा सीटों को लेकर गठबंधन दलों के बीच कड़ी बातचीत चली. बिहार बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने जेडीयू, हम, एलजेपी (रामविलास) और आरएलपी के अध्यक्षों से बातचीत की. सूत्रों की मानें तो सीट शेयरिंग का फॉर्मूला जो बनकर तैयार हुआ है उसमें जेडीयू-108 सीट, बीजेपी-107 सीट,एलजेपी (रामविलास)-22, हम-3, और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को 3 सीट दी जा सकती है.
क्या बमबम हुए चिराग?
चिराग पासवान की पार्टी को लोकसभा चुनाव में 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट का फायदा मिलता दिख रहा है. एनडीए में चिराग पासवान को इस चुनाव में 20 से 22 सीटें दी जा सकती हैं. वहीं, कुशवाहा और मांझी को समझाया कि मोजूदा स्थिति में 3 से ज्यादा सीटें नहीं दी जा सकती है. इस लिहाज से देखें तो एनडीए में मांझी और कुशवाहा को कु्र्बानी देनी होगी. क्योंकि किसी भी हालत में बीजेपी और जेडीयू 105 सीट से कम पर लड़ने को राजी नहीं है. ऐसे में हम को पिछले चुनाव की तुलना में 4 सीटों का नुकसान हुआ. पिछली बार हम 7 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.
कुलमिलाकर जेडीयू सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सीटों की अधिकता पा रही है. वहीं बीजेपी ने भी प्रभावशाली सीटें अपने पास रखीं. हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलपी को भी सीमित हिस्सेदारी मिली है. हालांकि, चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी को ज्यादा सीटें मिली हैं. लेकिन उनकी 40 सीटों से ज्यादा की मांग को दरकिनार कर दिया गया है. धर्मेंद्र प्रधान ने सभी घटक दलों से मुलाकात कर अंतिम सहमति ले ली है.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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First Published :
October 05, 2025, 18:22 IST