डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) के पूर्वी हिस्से में एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज (ADF) के विद्रोहियों ने 20 लोगों को मार डाला. विद्रोहियों ने शुक्रवार से शनिवार की रात आतंक मचाया. स्थानीय सूत्रों ने सिन्हुआ को ये जानकारी दी. विद्रोहियों ने उत्तरी किवु प्रांत के लुबेरो क्षेत्र के ब्याम्बे गांव पर धावा बोला, इलाके में लूटपाट की और लगभग 20 घरों में आग लगा दी. इसके बाद वे पास के माबियांगो इलाके की ओर बढ़े यहां भी अतिरिक्त जान-माल के नुकसान की सूचना मिली है. हमलावरों ने ब्याम्बे में एक स्वास्थ्य केंद्र को भी निशाना बनाया, और शनिवार तक कई लोग लापता थे.
एडीएफ, युगांडा मूल का इस्लामिक स्टेट से जुड़ा एक सशस्त्र समूह है. इसने हाल के महीनों में उत्तरी किवु और इतुरी प्रांतों के गांवों पर हमले तेज कर दिए हैं, जिनमें मुख्य रूप से आम लोग शामिल हैं. डीआरसी में संयुक्त राष्ट्र स्थिरीकरण मिशन के अनुसार, 9 से 16 अगस्त के बीच उत्तरी किवु में हुए हमलों में 52 लोगों की जान चली गई थी. जुलाई के अंत में, इतुरी में एक कैथोलिक चर्च पर हुए हमले में लगभग 40 नागरिक मारे गए थे.
नवंबर 2021 में ADF के खिलाफ कांगो और युगांडा चला रहे थे अभियान
पिछले मई में, डीआरसी सरकार ने उत्तरी किवु और पड़ोसी इतुरी में घेराबंदी लागू कर दी थी ताकि दोनों प्रांतों में आतंक मचाने वाले सशस्त्र समूहों को कुचला जा सके. इसके तहत, प्रांतों में वरिष्ठ नागरिक पदों पर सेना या पुलिस अधिकारियों का कब्जा हो गया था. नवंबर 2021 से एडीएफ के खिलाफ संयुक्त कांगो और युगांडा सैन्य अभियान चल रहे हैं, लेकिन हमले जारी हैं.
ADF ऐतिहासिक रूप से युगांडा विद्रोही गठबंधन
एडीएफ ऐतिहासिक रूप से युगांडा का विद्रोही गठबंधन था, जिसका सबसे बड़ा समूह युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी के विरोधी मुसलमानों का था. लेकिन इसने 1995 में पूर्वी डीआरसी में अपनी स्थिति मजबूत कर ली और इस अशांत क्षेत्र में प्रतिबंधित बलों में सबसे घातक बन गया. इस्लामिक स्टेट, एडीएफ को अपनी क्षेत्रीय शाखा - इस्लामिक स्टेट सेंट्रल अफ्रीका प्रोविंस, या आईएससीएपी- के रूप में प्रस्तुत करता है. मार्च 2020 में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने एडीएफ को आईएस जिहादियों से संबद्ध आतंकवादी समूहों की अपनी सूची में शामिल कर लिया था.
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