Last Updated:July 28, 2025, 11:42 IST
Sundar Pichai Net Worth : गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, दुनिया के पहले ऐसे गैर संस्थापक सीईओ बन गए हैं जिनकी नेट वर्थ 1 अरब डॉलर से ज्यादा है. उनके पास कंपनी के 0.02 फीसदी शेयर हैं, जिनक...और पढ़ें

हाइलाइट्स
सुंदर पिचाई की नेट वर्थ 1.1 अरब डॉलर है.पिचाई के पास अल्फाबेट के 0.02% शेयर हैं.लैरी पेज और सर्जे ब्रिन के पास कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी है.नई दिल्ली. सुंदर पिचाई का नाम भला कौन नहीं जानता, लेकिन उनकी कमाई पर सभी की निगाह रहती है. गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की कमान संभाले उन्हें करीब 10 साल का समय हो चुका है. ब्लूमबर्ग इंडेक्स ने हाल में एक रिपोर्ट जारी कर बताया कि पिचाई इन 10 साल में पहली बार बिलेनियर बन गए हैं और इस मुकाम तक पहुंचने वह पहले गैर संस्थापक सीईओ हैं. 53 साल के पिचाई के नेतृत्व में अल्फाबेट ने पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप भी छू लिया है.
अल्फाबेट के शेयरों का भाव अभी ऑल टाइम हाई पर चल रहा और साल 2023 से अब तक कंपनी ने अपने निवेशकों को 120 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 86 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गया है, जो इस मुकाम तक पहली बार पहुंची है. कंपनी के मार्केट कैप में आए इस उछाल का फायदा पिचाई को भी मिला और उनके पास मौजूद अल्फाबेट के शेयरों की कीमत भी बढ़ गई. सुंदर पिचाई गूगल में सबसे लंबे समय तक रहने वाले सीईओ भी हैं.
Alphabet’s CEO, Sundar Pichai, has become a billionaire after Google’s shares approached record highs over the past week. This is historic given that Pichai achieved this fortune without possessing the founding equity stakes. He is not the only Indian-origin executive to make… pic.twitter.com/DmLoVBhgsy
कितनी है सुंदर पिचाई की नेट वर्थ
अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई का नेट वर्थ अब बढ़कर 1.1 अरब डॉलर (9,460 करोड़ रुपये) पहुंच गया है और वह पहले गैर संस्थापक सीईओ हैं, जो बिलेनियर बने हैं. अगर अन्य बिलेनियर सीईओ की बात करें तो मेटा के मार्क जुकरबर्ग, एनविडिया के जेनसन हृांग और टेस्ला के एलन मस्क, अमेजन के जेफ बेजोस सभी इन कंपनियों के फाउंडर भी हैं, जिनके पास कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी है. अगस्त में पिचाई को अल्फाबेट की कमान संभाले 10 साल हो जाएंगे.
10 साल में कितना बढ़ा मुनाफा
सुंदर पिचाई ने अल्फाबेट की स्थापना के 10 साल पूरे होने के मौके पर कहा कि तब से अब तक हमने क्लाउड, यू्ट्यूब, प्ले और सब्सक्रिप्शन जैसे बिजनेस से राजस्व बढ़ाया. साल 2015 में जहां अल्फाबेट के सभी बिनजेस ने मिलकर 75 अरब डॉलर का रेवेन्यू कमाया, वहीं 2024 में सिर्फ यूट्यूब और क्लाउड ने ही 110 अरब डॉलर का राजस्व जुटा लिया है.
पिचाई की गूगल में कितनी हिस्सेदारी
तमिलनाडु की एक मिडिल क्लास फैमिली में जन्में सुंदर पिचाई का बचपन 2 कमरे वाले अपार्टमेंट में बीता और साल 1993 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप जीतने के साथ ही उनकी किस्मत बदल गई. साल 2004 में वह गूगल से जुड़े और एंड्रॉयड के साथ क्रोम ब्राउजर को बनाने में बड़ी भूमिका निभाई. साल 2015 में कंपनी ने उन्हें सीईओ बना दिया. आज पिचाई के पास अल्फाबेट में 0.02 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसकी वैल्यू करीब 44 करोड़ डॉलर है. उनकी ज्यादातर संपत्ति कैश में है.
किसके पास कंपनी का बड़ा हिस्सा
कंपनी ने सुंदर पिचाई को जहां शेयरों के तौर पर 0.02 फीसदी हिस्सेदारी दी है, वहीं कंपनी के को-फाउंडर लैरी पेज और सर्जे ब्रिन के पास बड़ी हिस्सेदारी है. लैरी पेज की कुल नेट वर्थ जहां 171.2 अरब डॉलर (करीब 14.72 लाख करोड़ रुपये) है, वहीं दूसरे को-फाउंडर ब्रिन की नेटवर्थ 160.4 अरब डॉलर (करीब 13.79 लाख करोड़ रुपये) पहुंच गई है, जो उन्हें दुनिया का 7वां सबसे अमीर व्यक्ति बनाती है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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