चाइनीज माल ने फ‍िर फंसाया? जानें 96 दिन से छिपे पहलगाम के आतंकी कैसे मारे गए

6 hours ago

Last Updated:July 28, 2025, 17:44 IST

Operation Mahadev: पहलगाम में खून की होली खेलने वाले आतंकियों को सेना ने ऑपरेशन 'महादेव' में मार गिराया. लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर हाशिम मूसा भी मारा गया. चाइनीज अल्ट्रा रेडियो कम्युनिकेशन सिस्टम ने अहम भूमिका नि...और पढ़ें

चाइनीज माल ने फ‍िर फंसाया? जानें 96 दिन से छिपे पहलगाम के आतंकी कैसे मारे गएचाइनीज अल्‍ट्रा रेडियो कम्‍युन‍िकेशन ने आतंक‍ियों को फंसाया.

हाइलाइट्स

ऑपरेशन महादेव में पहलगाम के आतंकी मारे गए.चाइनीज रेडियो सिस्टम ने आतंकियों की लोकेशन बताई.लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर हाशिम मूसा मारा गया.

पहलगाम में खून की होली खेलने वाले आतंक‍ियों को आख‍िरकार सेना ने ऑपरेशन ‘महादेव’ में मार ग‍िराया. इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा का खूंखार कमांडर हाशिम मूसा भी शामिल था, जिसे सेना ने जमींदोज कर द‍िया. लेकिन सबसे बड़ा सवाल क‍ि पहलगाम अटैक के बाद इतनी सिक्‍योरिटी थी, कदम कदम पर तलाश की जा रही थी, फ‍िर भी आतंकी 96 द‍िनों तक छिपने में कामयाब रहे. तो अब ऐसा क्‍या हुआ क‍ि जो आतंकी इतने द‍िनों तक छिपे थे, उन्‍हें तलाश ल‍िया गया और मार ग‍िराया गया. इसके पीछे चाइनीज अल्ट्रा रेडियो कम्युनिकेशन सिस्‍टम है. हम आपको ऑपरेशन महादेव की एक-एक बात बता रहे हैं.

पहलगाम हमले में 26 बेगुनाह पर्यटकों की मौत के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गईं. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, फिजिकल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से तलाश की जा रही थी. ड्रोन, थर्मल इमेजिंग और ह्यूमन खुफिया नेटवर्क के जरिए आतंकियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी. इसी दौरान एक चौंकाने वाला सुराग मिला- घने जंग में एक चाइनीज अल्ट्रा रेडियो कम्युनिकेशन सिस्टम एक्‍ट‍िव हुआ, इसी के जर‍िये लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी एनक्रिप्टेड मैसेज से आपस में बात कर रहे थे. फ‍िर क्‍या था, सेना को समझ आ गया क‍ि ये कहां छिपे हैं और फ‍िर शुरू हुआ ‘ऑपरेशन महादेव’.

चाइनीज अल्ट्रा रेडियो कम्युनिकेशन क्या है?
चाइनीज अल्ट्रा रेडियो कम्युनिकेशन एक हाईटेक रेडियो कम्‍युन‍िकेशन सिस्‍टम है, जो हाई फ्र‍िक्‍वेंसी और अल्ट्रा-हाई फ्रीक्वेंसी (UHF) बैंड का उपयोग करती है. यह तकनीक मजबूत एन्क्रिप्शन के साथ कम्‍युन‍िकेशन को संभव बनाती है. और सबसे खास बात, दुर्गम पहाड़ी इलाकों में भी यह काम करती है. 2016 में इसे ‘WY SMS’ के नाम से जाना गया, जो आतंकवादी संगठनों के लिए एक सुरक्षित कम्‍युन‍िकेशन चैनल था. यह सिस्टम चीन की कंपनी ने बनाया है और आतंकी इसका खूब इस्‍तेमाल कर रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, इसकी खासियत यह है कि यह सिग्नल जाम करना मुश्किल है, जिससे यह आतंकियों के लिए पसंदीदा बन गया.

ऑपरेशन महादेव का गेमचेंजर
सुरक्षा एजेंसियों को जब इस अल्ट्रा रेडियो के एक्‍ट‍िव होने की जानकारी मिली तो ऑपरेशन महादेव लॉन्‍च क‍िया गया. ड्रोन और इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर आतंकियों के ठिकाने माउंट महादेव पर ट्रैक किए गए. 28 जुलाई की सुबह सिक्‍योरिटी फोर्स ने पूरे इलाके को घेर लिया. छह घंटे तक चली मुठभेड़ में AK-47, ग्रेनेड, और IED सहित हथियार बरामद हुए, जो पहलगाम हमले में इस्तेमाल किए गए थे. सूत्रों ने बताया कि अल्ट्रा रेडियो के सिग्नल ने आतंकियों की लोकेशन पकड़ने में अहम भूमिका निभाई, जिससे उनकी पकड़ आसान हुई.

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें

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