सोशल मीडिया पर बढ़ रहा गुरु घंटालों का ज्ञान, सेबी ने डिलीट 1 लाख फर्जी मैसेज

2 hours ago

Last Updated:November 07, 2025, 14:33 IST

Sebi Against Financial Fraud : बाजार नियामक सेबी ने छोटे निवेशकों को फ्रॉड से बचाने के लिए सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म की निगरानी बढ़ा दी है. सेबी ने अब तक 1 लाख से ज्‍यादा भ्रामक संदेशों को डिलीट किया है.

सोशल मीडिया पर बढ़ रहा गुरु घंटालों का ज्ञान, सेबी ने डिलीट 1 लाख फर्जी मैसेजसेबी ने फाइनेंशियल फ्रॉड से बचने के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम शुरू किया है.

नई दिल्‍ली. फेसबुक, इंस्‍टाग्राम और रील्‍स को पर समय बिताने वालों को अच्‍छी तरह पता होगा कि यहां कुछ रुपये के पेनी स्‍टॉक खरीदकर दो-चार साल में करोड़पति बनने के दावे वाले मैसेज ने किस कदर परेशान कर रखा है. चाहे यूट्यूब पर वीडियो देखें या रील्‍स पर कुछ सेकंड की क्लिप, निवेश और फाइनेंस पर ज्ञान देने वाले गुरु घंटालों की बाढ़ सी दिखती है. बाजार नियामक सेबी की नजर भी इन गुमराह करने वाले संदेशों पर गई तो सख्‍त कदम उठाया. सेबी ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर मौजूद ऐसे 1 लाख से भी ज्‍यादा भ्रामक संदेशों को डिलीट करा दिया है.

बाजार नियामक ने ‘सेबी वर्सेज स्‍कैम’ नाम से नया इनीशिएटिव शुरू किया है, जिसका मकसद डिजिटल प्‍लेटफॉर्म पर फाइनेंशियल फ्रॉड को रोकना है. सेबी को विभिन्‍न सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर ऐसे 1 लाख से ज्‍यादा भ्रामक संदेश और पोस्‍ट मिले हैं, जिसे हटाया गया. इस कदम का मकसद खुदरा निवेशकों को फ्रॉड से बचाना और फर्जी ट्रेडिंग ऐप्‍स से उनका बचाव करना है. खुदरा निवेशक नकली वेबसाइट, मोटे रिटर्न और गैर पंजीकृत एडवाइजर्स के जाल में फंसकर अपने पैसे गंवा देते हैं. सेबी ने इस तरह के फ्रॉड पर लगाम कसने के लिए ही यह पहल शुरू की है.

सेबी के चेयरमैन ने दी जानकारी
सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने सीएनबीसी-टीवी18 के ग्‍लोबल लीडरशिप समिट कार्यक्रम में बताया कि अनरेगुलेटेड फाइनेंशियल इन्‍फ्लूएशर्स खुदरा निवेशकों के लिए बड़ा खतरा बनकर उभर रहे हैं. सेबी के हालिया सर्वे में पता चला है कि 62 फीसदी खुदरा निवेशक इन्‍हीं इन्‍फ्लूएंशर्स के सुझावों पर निर्भर होते हैं और अपने निवेश का फैसला करते हैं. उन्‍होंने कहा कि निवेशकों की सुरक्षा उन्‍हें शिक्षित करने से ही बढ़ेगी, क्‍योंकि आज के दौर में फर्जी संदेश बहुत तेजी से फैल रहे हैं.

अवेयरनेस के साथ निगरानी भी जरूरी
सेबी के चेयरमैन का कहना है कि डिजिटल फर्जीवाड़े को रोकने के लिए पब्लिक अवेयरनेस के साथ निगरानी करना भी जरूरी है. यही वजह है कि सेबी ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म की निगरानी शुरू की और कई भ्रामक संदेशों को डिलीट किया गया. साथ ही निवेशकों को निर्देश दिया गया कि वे सीधे स्‍टॉक एक्‍सचेंज से अपने प्रोडक्‍ट खरीदें या फिर पंजीकृत ब्रोकर अथवा ऐप के जरिये ही अपना निवेश करें.

सेबी ने जारी किया वेरिफिकेशन टूल
बाजार नियामक ने निवेशकों को फर्जीवाड़े से बचाने के लिए नया वेरिफिकेशन टूल भी लॉन्‍च किया है. इसका इस्‍तेमाल वैलिड यूपीआई अथवा सेबी की निगरानी वाले स्रोत के जरिये बैंक खाते अथवा क्‍यूआर कोड से किया जा सकता है. तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि यह साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए काफी कारगर कदम साबित हो रहा है. सेबी के सर्वे में यह भी पता चला है कि वित्‍तीय रूप से जागरुक 22 फीसदी नए निवेशक अगले साल तक बाजार में प्रवेश कर सकते हैं. इतना ही नहीं, 36 फीसदी मौजूदा निवेशकों को बाजार की जानकारी भी हो जाएगी और वे पर्याप्‍त रूप से जागरुक होंगे. अभी बाजार में 15 फीसदी निवेशक शहरी हैं तो सिर्फ 6 फीसदी ग्रामीण निवेशकों की संख्‍या है.

Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

November 07, 2025, 14:33 IST

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