Last Updated:July 14, 2025, 09:00 IST
RPFs first female DG- रेलवे सुरक्षा बल यानी आरपीएफ की पहली महिला डीजी सोनाली मिश्रा को नियुक्ति किया गया है. इसके पीछे क्या वजह रही है और कौन से पांच बड़े चैलेंज होंगे, आइए जानें

पहली अगस्त से कार्यभार संभालेंगी.
हाइलाइट्स
पूर्व में कश्मीर में बीएसएफ में रह चुकी है तैनाती93 बैच की आईपीएस अधिकारी हैंकई उपलब्धियां हैं उनके नामनई दिल्ली. केन्द्र सरकार ने ट्रेनों की सुरक्षा और संरक्षा की जिम्मेदारी तेज तर्रार महिला आईपीएस अधिकारी सोनाली मिश्रा को सौंपी गयी है. वो आरपीएफ ( रेलवे सुरक्षा बल) की पहली महिला महानिदेशक (डीजी) बनेंगी. 1993 बैच की मध्य प्रदेश कैडर की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी है. जो पहली अगस्त से पदभार संभालेंगी. उन्हें आरपीएफ की जिम्मेदारी क्यों दी गयी और उनके सामने पांच बड़े चैलेंज क्या आएंगे, जानें
पाक बार्डर, कश्मीर से लेकर विदेशों में कई उपलब्धियां हैं उनके नाम
सोनाली 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले वर्तमान डीजी मनोज यादव से पदभार ग्रहण करेंगी. उनकी यह नियुक्ति 31 अक्टूबर 2026 तक उनकी सेवानिवृत्ति तक प्रभावी रहेगी. भारतीय रेलवे के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा, जब वो आरपीएफ की पहली महिला डीजी के रूप में पदभार ग्रहण करेंगी.
क्यों लिया गया फैसला
सोनाली मिश्रा की छवि तेज तर्रार आईजीएस के रूप में है. मौजूदा समय वो मध्य प्रदेश पुलिस में एडीजी ( चयन) के पद पर तैनात हैं. लेकिन इससे पूर्व उनकी पोस्टिंग कई चैलेंजिंग वाले स्थानों पर रही है और वहां पर साहसिक कार्य किए है. 2021 में भारत पाक सीमा पर पंजाब सीमा में बीएसएफ की पहली महिला कमांडर बनी थी. वहीं कश्मीर घाटी में बीएसएफ की आईजी के रूप में तैनाती रही. इसके अलावा बीएसएफ की खुफिया ब्रांच को भी हेड किया है. वहीं 31 मई को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री की सुरक्षा की कमाई संभाली थी. वे देश में ही नहीं विदेशों में भी उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने कोसोवा में संयुक्त राष्ट्र के लिए सिविल पुलिस दल की कमान भी संभाल चुकी हैं.
ये रहेंगे पांच चैलेंज
1- ट्रैकों की संरक्षा करना प्रमुख चैलेंज रहेगा. पिछले दिनों कई जगह ट्रैक पर सिलेंडर या लोहे की राड रखने का मामला आया था. इस तरह ट्रेनों को ट्रैकों से सुरक्षित गुजरना जिम्मेदारी रहेगी.
2. ट्रेनों की संरक्षा करना भी दूसरा चैलेंज रहेगा. कई बार कोच में पथराव की घटना हो जाती हैं, इसमें वंदेभारत प्रमुख है, इससे रोकना जरूरी होगा.
3 – ट्रेनों में तस्करी को रोकना होगा. मौजूदा समय शराब या अन्य मादक पदार्थों की तस्करी होती है, इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे.
4- बिना वजह ट्रेन पुलिंग से ट्रेनें लेट होती हैं, इस वजह से दूसरे यात्रियों को परेशानी होती है, इसे रोकने के िलए कदम उठाने होंगे.
5 – ट्रेनों से मानव तस्करी भी होती है. आरपीएफ लगातार अभियान चलाती है, इससे कम करना भी एक चैलेंज होगा.
Location :
New Delhi,Delhi