श्राइन बोर्ड मेडिकल कॉलेज में 42 सीटें अल्पसंख्यकों को देने पर विवाद

3 hours ago

Last Updated:November 08, 2025, 16:22 IST

Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board Medical College: श्राइन बोर्ड मेडिकल कॉलेज में अल्पसंख्यकों के लिए 42 सीटें हैं, जबकि हिंदुओं के लिए 8 सीटें. इसे लेकर विवाद छिड़ गया है. और इसी वजह से कल्कि सनातन समिति ने श्राइन बोर्ड के ऑफिस के सामने विरोध-प्रदर्शन किया.

श्राइन बोर्ड मेडिकल कॉलेज में 42 सीटें अल्पसंख्यकों को देने पर विवादमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मेडिकल कॉलेज में सीटों को लेकर विवाद हो गया है. (फाइल फोटो)

कटरा. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ शनिवार को कल्कि सनातन समिति ने जोरदार प्रदर्शन किया. समिति के कार्यकर्ताओं ने श्राइन बोर्ड कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाज़ी की और बोर्ड प्रशासन पर भेदभावपूर्ण नीति अपनाने का आरोप लगाया.

समिति का आरोप है कि श्राइन बोर्ड मेडिकल कॉलेज में अल्पसंख्यक (दूसरे धर्म) समुदाय के छात्रों को 50 में से 42 सीटें दी गई हैं, जबकि हिंदू छात्रों के लिए केवल 8 सीटें ही निर्धारित की गई हैं. प्रदर्शनकारियों ने इस वितरण को ‘हिंदू हितों के साथ अन्याय’ करार देते हुए कहा कि जब संस्थान स्वयं हिंदू धार्मिक ट्रस्ट के अधीन है, तो इस तरह का असंतुलित आवंटन पूरी तरह अनुचित है.

समिति ने श्राइन बोर्ड से इस फैसले की तत्काल समीक्षा करने और सीटों का पुनर्वितरण समानता के आधार पर करने की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी बड़ी संख्या में पहुंचकर समिति का समर्थन किया और श्राइन बोर्ड प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए.

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के बारे में
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) की स्थापना वर्ष 1986 में जम्मू और कश्मीर राज्य विधायिका द्वारा पारित “श्री माता वैष्णो देवी श्राइन अधिनियम, 1986” के तहत की गई थी. इस बोर्ड की स्थापना का मुख्य उद्देश्य माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा और उससे जुड़े स्थलों का सुव्यवस्थित प्रबंधन, तीर्थयात्रियों की सुविधा और धार्मिक स्थलों का विकास करना था. पहले इस पवित्र धाम का संचालन स्थानीय पुजारियों द्वारा किया जाता था, लेकिन बढ़ती यात्रियों की संख्या और सुविधाओं की कमी को देखते हुए सरकार ने इसका प्रशासनिक नियंत्रण बोर्ड को सौंप दिया. बोर्ड के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल होते हैं, जबकि अन्य सदस्य सरकार द्वारा नामित किए जाते हैं.

श्राइन बोर्ड ने माता वैष्णो देवी यात्रा को सुरक्षित, स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने के लिए अनेक आधुनिक सुविधाएं विकसित की हैं, जैसे – भवन परिसर में आवास, चिकित्सा केंद्र, बैटरी कार सेवा, हेलीकॉप्टर सेवा, ऑनलाइन यात्रा पंजीकरण, और भोजनालय इत्यादि. इसके अलावा बोर्ड ने कटरा से भवन तक मार्ग का चौड़ीकरण, सुरक्षा व्यवस्था और स्वच्छता अभियान जैसे कई कार्य किए हैं.

बोर्ड तीर्थयात्रियों के लिए सामाजिक कल्याण और धर्मार्थ कार्यों में भी सक्रिय है. इसने श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय और नारायण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की स्थापना भी की है, जो शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. आज श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भारत के सबसे कुशल धार्मिक प्रबंधन संस्थानों में से एक माना जाता है. इसके प्रयासों से हर वर्ष लाखों श्रद्धालु सुरक्षित और सुविधाजनक ढंग से माता वैष्णो देवी के दर्शन कर पाते हैं। यह बोर्ड आस्था, सेवा और प्रशासनिक दक्षता का उत्कृष्ट उदाहरण है.

Rakesh Ranjan Kumar

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...

और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Location :

Katra,Reasi,Jammu and Kashmir

First Published :

November 08, 2025, 16:15 IST

homenation

श्राइन बोर्ड मेडिकल कॉलेज में 42 सीटें अल्पसंख्यकों को देने पर विवाद

Read Full Article at Source