Last Updated:July 30, 2025, 10:42 IST
Russia Earthquake: रूस के कमचटका में 8.8 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिससे जापान, हवाई और अलास्का में सुनामी अलर्ट जारी किया गया है. INCOIS ने बताया इसका भारत पर क्या असर होगा.

हाइलाइट्स
रूस में 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद समुद्र में भयानक हलचल हो रही है.जापान, हवाई, अलास्का में सुनामी अलर्ट जारी किया गया है.भारत की एजेंसी INCOIS ने बताया है कि इसका भारत पर क्या असर होगा.बुधवार सुबह रूस के सुदूर पूर्वी इलाके में एक बहुत ही तेज और भयानक भूकंप आया. इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 मापी गई, जो किसी भी भूकंप के लिए बहुत ज्यादा मानी जाती है. भूकंप समुद्र के अंदर आया था और इसका असर इतना जोरदार था कि रूस के पास के तटीय इलाकों में सुनामी की लहरें उठने लगीं. इसके बाद अलास्का, हवाई, न्यूजीलैंड जैसे कई देशों में तुरंत सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है.
इस सबके बीच भारत में भी लोगों के मन में यह सवाल उठने लगा कि क्या इसका असर हमारे देश पर भी पड़ेगा. लेकिन अच्छी बात यह रही कि भारत सरकार की समुद्री सूचना एजेंसी INCOIS (इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओशन इंफॉर्मेशन सर्विसेज) ने साफ कर दिया कि भारत और हिंद महासागर को इस भूकंप से कोई खतरा नहीं है.
कहां आया भूकंप, कितना जोर था?
भूकंप रूस के कमचटका प्रायद्वीप के पास समुद्र के नीचे आया. यह इलाका वैसे भी भूकंप के लिहाज़ से काफी संवेदनशील माना जाता है. शुरुआत में इसकी तीव्रता 8.7 बताई गई थी, लेकिन बाद में वैज्ञानिकों ने इसे सुधार कर 8.8 बताया. ये भूकंप इतना ताकतवर था कि इसके चलते समंदर में अचानक तेज़ हलचल शुरू हो गई, जिससे बड़ी लहरें उठीं और सुनामी की स्थिति बन गई.
भारत के लिए राहत की खबर
भारत के लोगों के लिए राहत की बात ये रही कि INCOIS ने जल्द ही एक जानकारी साझा की जिसमें कहा गया कि इस भूकंप से भारत को किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है. न तो सुनामी आने की कोई आशंका है और न ही भारतीय तटों पर कोई नुकसान होगा. ये जानकारी बेहद जरूरी थी क्योंकि कई बार ऐसे जबरदस्त भूकंपों के बाद दूर-दराज के तटीय इलाकों तक असर पहुंच सकता है.
अमेरिका में अलर्ट, भारतीय दूतावास ने दी सलाह
भूकंप के बाद अमेरिका के कई तटीय इलाकों में भी सुनामी का खतरा देखा गया, खासकर पश्चिमी तट यानी वेस्ट कोस्ट, हवाई और कैलिफोर्निया में. इसको लेकर अमेरिका में रह रहे भारतीयों को भी सतर्क किया गया.
सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की जिसमें वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों को कहा गया कि वो अमेरिकी प्रशासन की चेतावनियों पर ध्यान दें. अगर सुनामी की चेतावनी दी जाए, तो ऊंचे इलाकों की तरफ चले जाएं और समंदर के पास बिल्कुल न जाएं. दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर +1-415-483-6629 भी जारी किया है, ताकि जरूरत पड़ने पर भारतीय नागरिक मदद ले सकें.
हवाई और जापान में दिखा असर
हवाई में जब सुनामी का अलर्ट जारी हुआ, उस वक्त वहां ऑफिस जाने का समय था. इस वजह से लोगों में अफरा-तफरी मच गई और सड़कों पर भारी ट्रैफिक लग गया. लोग ऊंचे इलाकों की ओर भागने लगे. वहां की सरकार ने सभी स्कूलों की शाम के शेड्यूल भी रद्द कर दिए हैं.
उधर जापान के उत्तरी हिस्से में इशिनोमाकी पोर्ट पर लगभग 50 सेंटीमीटर ऊंची सुनामी की लहर आई, जो अब तक की सबसे बड़ी लहर रही. हालांकि अभी तक कोई जान-माल का बड़ा नुकसान सामने नहीं आया है.
रूस में नुकसान, लेकिन कोई जान का खतरा नहीं
भूकंप के ठीक बाद रूस के जिन इलाकों में इसका असर सबसे ज्यादा हुआ, वहां कुछ जगहों पर नुकसान की खबरें हैं. कई लोगों को घरों से बाहर निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया. हालांकि, अब तक किसी के घायल होने या मौत की खबर नहीं आई है, जो राहत की बात है.
रूस में आए इस भूकंप के कुछ समय बाद एक और झटका कुरिल द्वीप में महसूस किया गया. इसकी तीव्रता 6.3 रही. ये झटका सतही यानी जमीन से बहुत कम गहराई पर था, जिससे इसका असर भी तेज़ महसूस हुआ. इस भूकंप के बाद फिलिपींस की एजेंसियों ने भी चेतावनी दी है कि वहां के तटीय इलाकों में एक मीटर से कम ऊंची सुनामी की लहरें आ सकती हैं. लोगों को समुद्र तट से दूर रहने और अगले कुछ घंटों तक सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
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