Asim Munir: ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान को जो सबक सिखाया था उसका जख्म लोग अभी तक भूले नहीं हैं. इसी बीच पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने असीम मुनीर को पाकिस्तान का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDF) नियुक्त कर दिया है. अब आर्मी, नेवी, एयरफोर्स सब उनके एक इशारे पर चलेंगे. वहीं अब पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने असीम मुनीर को गिरफ्तार करने की मांग की है. उन्होंने ऐसा क्यों कहा है आइए जानते हैं.
गिरफ्तार करने की मांग की
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने असीम मुनीर को गिरफ्तार करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को “आतंक का स्पॉन्सर करने वाला देश” घोषित किया जाना चाहिए. उन्हें सम्मान देने के बजाय गिरफ्तार किया जाना चाहिए. बता दें कि जून में व्हाइट हाउस में मुनीर की मेजबानी की गई थी. जिसका जिक्र भी रुबिन ने किया.
नहीं है कोई लॉजिक
ANI को दिए एक इंटरव्यू में, रुबिन ने कहा कि US का पाकिस्तान का साथ देने में कोई लॉजिक नहीं है.अमेरिका का पाकिस्तान को गले लगाने का कोई स्ट्रेटेजिक लॉजिक नहीं है. इसे आतंकवाद का स्पॉन्सर करने वाला देश घोषित किया जाना चाहिए, बस, अगर असीम मुनीर अमेरिका आते हैं, तो उन्हें सम्मान देने के बजाय गिरफ्तार किया जाना चाहिए. जॉर्ज बुश के समय के डिफेंस डिपार्टमेंट के अधिकारी ने कहा कि US को पिछले एक साल से भारत के साथ “बुरा बर्ताव” करने के लिए उससे माफी मांगने की जरूरत है.
शांत डिप्लोमेसी की जरूरत है
इसके अलावा कहा कि हमें पर्दे के पीछे शांत डिप्लोमेसी की जरूरत है. शायद, किसी समय, यूनाइटेड स्टेट्स से पिछले साल भारत के साथ जिस तरह का बर्ताव किया है, उसके लिए ज्यादा खुलकर माफी की जरूरत है. हालांकि प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप माफी मांगना पसंद नहीं करते हैं लेकिन यूनाइटेड स्टेट्स, दुनिया के डेमोक्रेसी के हित एक आदमी के ईगो से कहीं ज्यादा जरूरी हैं, चाहे वह कितना भी बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया हो.
बढ़ा है तनाव
हाल के दिनों में US-भारत के रिश्तों में काफी ट्रेड तनाव देखने को मिला है, प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की लीडरशिप वाली सरकार ने भारत से इंपोर्ट पर 50 प्रतिशत का टैरिफ लगाया, जिसके बाद दोनों देशों में दूरियां बढ़ गई, इतना ही नहीं ट्रंप दोनों देशों के बीच झगड़े खत्म करने का क्रेडिट लेना चाहते थे, ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि उन्होंने ही झगड़े को खत्म करने में मदद की थी, यहां तक कि इसके लिए नोबेल प्राइज भी मांगा था, जिसके लिए पाकिस्तान ने उनका समर्थन किया था.हालांकि, भारत ने बार-बार इस बात से इनकार किया है और साफ किया है कि यह समझौता दोनों देशों के बीच हुआ था.

1 hour ago
