Last Updated:July 08, 2025, 11:41 IST
Bihar Chunav 2025: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर सियासी हलचल मचा दी थी. अब उनके बहनोई और सांसद अरुण भारती के एक ट्वीट ने बिहार...और पढ़ें

चिराग पासवान की पार्टी एलजेपीआर लगातार बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रही है.
हाइलाइट्स
चिराग पासवान ने बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. चिराग पासवान की पार्टी ने नीतीश सरकार पर अपराध नियंत्रण में नाकामी का आरोप लगाया. क्या चिराग पासवान का आक्रामक तेवर एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर दबाव की रणनीति है?पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी माहौल गर्म है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर एनडीए गठबंधन में हलचल मचा दी थी. अब उनके बहनोई, जामुई सांसद अरुण भारती ने एक ट्वीट में बिहार में बढ़ते अपराध पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या, पूर्णिया में एक परिवार के पांच लोगों को जिंदा जलाने और सिवान, बक्सर, नालंदा, भोजपुर में नरसंहारों का जिक्र कर नीतीश कुमार की सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया. अरुण भारती ने कहा, अपराधियों का भय अब पूंजी और प्रतिष्ठा से बड़ा हो गया है.ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या चिराग पासवान अपनी ही सरकार के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गए हैं?
दरअसल, चिराग पासवान ने बीते दिनों छपरा में ‘नव संकल्प महासभा’ में कहा था कि, मैं बिहार की हर सीट पर चिराग पासवान बनकर लडूंगा. उनका यह बयान एनडीए के भीतर ऑल इज वेल, नहीं होने का संकेत है. हालांकि, कई जानकार इसे सीट बंटवारे पर दबाव बनाने की रणनीति मान रहे हैं. बता दें कि वर्ष 2020 में लोजपा ने जेडीयू के खिलाफ 137 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे जिससे जेडीयू को 29 सीटों पर नुकसान हुआ था. इस बार चिराग पसवान की मांग 40 सीटों की है. इसी बीच उनका आक्रामक रुख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता और स्वास्थ्य पर सवालों के बीच नये सियासी समीकरण का भी संकेत कर रहा है.
चिराग पासवान के बहनोई और जमुई से एलजेपीआर के सांसद अरुण भारती के ट्वीट ने एनडीए में खलबली मचाई.
अरुण भारती के ट्वीट का मतलब!
अरुण भारती का ट्वीट और चिराग का बयान से संकेत मिलता है कि लोजपा (रामविलास) न केवल दलित वोटबैंक, बल्कि गैर-यादव ओबीसी और युवाओं को लुभाने की कोशिश में है. बिहार में अपराध और कानून-व्यवस्था को मुद्दा बनाकर चिराग पासवन, नीतीश सरकार की कमजोरियों को उजागर कर रहे हैं. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चिराग का यह कदम एनडीए में अपनी स्थिति मजबूत करने और भविष्य में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश करने की रणनीति हो सकती है. बीजेपी ने हालांकि स्पष्ट किया है कि चिराग एनडीए के साथ हैं और नीतीश ही गठबंधन के नेता रहेंगे.
चिराग का 243 सीटों का दांव
हालांकि, कहा तो यह भी जा रहा है चिराग का बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का नारा और अपराध पर आक्रामक रुख बिहार की सियासत में नया तूफान ला सकता है. वहीं, कुछ सियासी जानकार कहते हैं कि चिराग पासवान का 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा और अरुण भारती का ट्वीट बिहार में एनडीए की एकता पर सवाल उठा रहा है. वहीं, यह कदम चिराग की बिहार की सियासत में बड़ी भूमिका की महत्वाकांक्षा को बता रहा है.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
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