Last Updated:November 06, 2025, 18:31 IST
Bihar Chunav 2025: अररिया में पीएम मोदी और राहुल गांधी ने एक ही दिन चुनावी सभाएं क्यों कीं? क्या एनडीए का सीमांचल में घुसपैठियों वाला मुद्दा मास्टर स्ट्रोक साबित होने वाला है? राहुल गांधी और महागठबंधन इसको कैसे काउंटर कर रहा है?
पीएम मोदी और राहुल गांधी की एक ही दिन अररिया में रैली के मायने क्या है?पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के बीच दूसरे चरण के प्रचार ने 6 नवंबर को अप्रत्याशित मोड़ ले लिया. देश के दो सबसे बड़े कद्दावर नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक ही दिन बिहार में अलग-अलग जगहों पर सभाएं कीं. लेकिन सीमांचल का अररिया दोनों का चुनावी अखाड़ा बन गया. पीएम मोदी ने सुबह 11 बजे अररिया के फारबिसगंज में जनसभा को संबोधित किया, तो ठीक 5 घंटे बाद दोपहर 2 बजे राहुल गांधी अररिया शहर के आजाद अकादमी मैदान में महागठबंधन के पक्ष में हुंकार भरने पहुंच गए. एक ही जिले में दोनों नेताओं की सभा ने स्पष्ट कर दिया है कि सीमांचल की राजनीति इस बार आर-पार की होने वाली है.
गुरुवार को पीएम मोदी ने अररिया के फारबिसगंज से 9 विधानसभा सीटों के लिए समर्थन मांगा और फिर भागलपुर में रैली की. पीएम मोदी ने अररिया में सीधे तौर पर घुसपैठियों का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, ‘आरजेडी और कांग्रेस को जहां भी मौका मिला, वे घुसपैठियों को पिछले दरवाजे से भारत का नागरिक बनाने में लगे रहे. ये घुसपैठिए आपके खेतों पर कब्जा कर रहे हैं और आपके बच्चों का हक छीन रहे हैं.’ पीएम ने महागठबंधन पर ‘जंगलराज’ लाने का आरोप लगाया और युवाओं को नौकरी देने के वादे को ‘मोदी की गारंटी’ से जोड़ते हुए एनडीए को वोट देने की अपील की.
पीएम मोदी और राहुल गांधी की एक ही दिन अररिया क्यों पहुंचे?
भागलपुर में भी पीएम मोदी ने महागठबंधन पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि आरजेडी और कांग्रेस दशकों तक सरकार में रहे, लेकिन उन्हें कभी ‘जीविका दीदी’ या ‘लखपति दीदी’ बनाने की याद नहीं आई. उन्होंने एनडीए की डबल इंजन सरकार के विकास कार्य गिनवाए.
राहुल गांधी का जवाब और वार
पीएम मोदी की अररिया रैली के कुछ घंटों बाद राहुल गांधी ने भी अररिया एक चुनावी सभा को संबोधित किया. राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बयानों पर जवाबी हमला किया. अररिया में राहुल गांधी ने स्थानीय कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में जनसभा की. उन्होंने सीधे तौर पर पीएम मोदी का नाम लिए बिना कहा कि महागठबंधन की सरकार का उद्देश्य गरीबों और युवाओं को हक दिलाना है. उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीएम उम्मीदवारी पर कटाक्ष करने के लिए पीएम मोदी को जवाब दिया और कहा कि महागठबंधन एकजुट है. वहीं, राहुल गांधी ने नालंदा में शिक्षा को अपना मुख्य मुद्दा बनाया. उन्होंने गारंटी दी कि ‘जिस दिन इंडिया गठबंधन की सरकार बिहार में बनेगी, उस दिन दुनिया की सबसे बेहतर यूनिवर्सिटी नालंदा शहर में बनेगी.’
अररिया का समीकरण
अररिया सहित पूरा सीमांचल क्षेत्र ध्रुवीकरण की राजनीति के लिए सबसे संवेदनशील माना जाता है. अररिया जिले की छह विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होगा. पीएम मोदी ने घुसपैठियों का मुद्दा उठाकर सीधे तौर पर बहुसंख्यक मतदाताओं को गोलबंद करने की कोशिश की है.
राहुल गांधी ने शिक्षा, विकास और अधिकारों की बात करके अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्गों के वोटों को केंद्रीकृत करने की कोशिश की है.
एक ही दिन और एक ही क्षेत्र में दोनों नेताओं का आना यह दिखाता है कि दोनों गठबंधन इस क्षेत्र को लेकर कितने गंभीर हैं. अब यह सीमांचल की जनता पर निर्भर करता है कि वह पीएम मोदी के सुरक्षा और राष्ट्रवाद के नारे पर वोट देती है या राहुल गांधी के शिक्षा और बदलाव के वादे पर?
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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First Published :
November 06, 2025, 18:31 IST

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