Last Updated:May 03, 2025, 16:28 IST
Pahalgam Terror Attack Latest Updates: पहलगाम नरसंहार की जांच NIA कर रही है, इसमें 26 लोग मारे गए थे. हमले में चीन की हुआवेई कंपनी का सैटलाइट फोन इस्तेमाल हुआ था. TRF ने हमले की जिम्मेदारी ली है.

पहलगाम इलाके में एक ऐसे सैटलाइट फोन का इस्तेमाल हुआ था जिसे भारत में बैन किया गया है. (फाइल फोटो PTI)
हाइलाइट्स
NIA पहलगाम नरसंहार की जांच कर रही है.हमले में चीन के हुआवेई का सैटलाइट फोन इस्तेमाल हुआ.TRF ने हमले की जिम्मेदारी ली है.Pahalgam Terror Attack Latest Updates: पहलगाम में हुए नरसंहार की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है. इसमें 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी. मरने वालों में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे. इस मामले में एक बड़ा सुराग मिला है. खबर है कि हमले के वक्त पहलगाम इलाके में एक ऐसे सैटलाइट फोन का इस्तेमाल हुआ था, जिसे भारत में बैन किया गया है. सूत्रों के मुताबिक यह फोन चीन की कंपनी हुआवेई का था.
हुआवेई कंपनी के टेलीकॉम सामान को भारत में 5G नेटवर्क के लिए बेचने की इजाजत नहीं है. हालांकि पूरी तरह से रोक नहीं है, लेकिन भारतीय टेलीकॉम कंपनियां भी हुआवेई और ZTE जैसी चीनी कंपनियों के सामान को अपने 5G नेटवर्क में इस्तेमाल नहीं कर रही हैं. क्योंकि ये कंपनियां सरकार के ‘भरोसेमंद स्रोत’ की शर्त को पूरा नहीं करतीं. चीन के टेलीकॉम सामान से सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं. इसलिए भारतीय कंपनियां महंगी होने पर भी यूरोप के सामान का इस्तेमाल करने को तैयार हैं.
अमेरिका-यूरोप में हुआवेई पर कई तरह का प्रतिबंध
बता दें कि अमेरिका और यूरोप में भी चीनी कंपनी हुआवेई पर कई तरह की रोक लगाई गई है. जुलाई 2022 में अमेरिका और ब्रिटेन की सुरक्षा एजेंसियों के बड़े अफसरों ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चीन के खिलाफ चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि चीन आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. हालांकि चीन ने इन आरोपों को गलत बताया था. अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों ने भी अपने 5G नेटवर्क से हुआवेई को बाहर कर दिया है.
NIA कर रही पूरी कोशिश
गौरतलब है कि पहलगाम में जो हमला हुआ था वह कश्मीर में हाल के सालों में सबसे खतरनाक हमलों में से एक था. हमलावरों ने शांतिपूर्ण बैसारन घाटी में घूमने आए बेकसूर लोगों को निशाना बनाया था. NIA अब फोरेंसिक एक्सपर्ट और तकनीकी जानकारी की मदद से इस हमले की जांच कर रही है. एजेंसी पश्चिमी देशों की मदद से उस सैटलाइट फोन को भी ट्रैक करने की कोशिश कर रही है, जिसका इस्तेमाल हमले के दौरान हुआ था. पाकिस्तान के आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
TRF की धमकी…
TRF ने यह भी कहा है कि 85,000 से ज्यादा बाहरी लोगों को यहां बसाया गया है. इससे जम्मू और कश्मीर में लोगों की संख्या का संतुलन बदलने की कोशिश हो रही है. इस संगठन ने धमकी दी है कि जो लोग यहां आकर मालिक बनने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ हिंसा की जाएगी. हमले के चश्मदीदों ने बताया है कि पांच से ज्यादा हमलावर थे. NIA इन बातों की जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि हमला कैसे हुआ. पुलिस के बड़े अफसर भी मौके पर जाकर सबूत जुटा रहे हैं. जम्मू और कश्मीर में छिपे हुए आतंकियों के मददगार भी जांच के दायरे में हैं.
जम्मू और कश्मीर पुलिस ने पहले ही तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए थे और हर एक के बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. NIA ने कहा है कि वह आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है. फोरेंसिक टीमें हमले की जगह पर जांच कर रही हैं. NIA ने एक बयान में कहा कि गृह मंत्रालय के आदेश के बाद उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के मामले को अपने हाथ में ले लिया है. एजेंसी ने वादा किया है कि दोषियों को पकड़कर सजा दिलाई जाएगी.
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New Delhi,Delhi