निमिषा प्रिया की टल सकती है फांसी? केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में बताई बड़ी बात

6 hours ago

Last Updated:July 14, 2025, 13:07 IST

Nimisha Priya News Live: केरल की नर्स निमिषा प्रिया को यमन में अपने बिजनेस पार्टनर की हत्‍या के मामले में दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई गई है. उन्‍हें 16 जुलाई 2025 को फांसी दी जानी है. दूसरी तरफ, उन्‍हें बच...और पढ़ें

निमिषा प्रिया की टल सकती है फांसी? केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में बताई बड़ी बात

केरल की नर्स निमिषा प्रिया को यमन में मौत की सजा सुनाई गई है. उनको बचाने से जुड़ी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है.

हाइलाइट्स

नर्स निमिषा प्रिया को यमन में मौत की सजा सुनाई गई है केरल की नर्स को 16 जुलाई के फांसी की सजा दी जानी हैनिमिषा को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर है याचिका

Nimisha Priya News Live: केरल की नर्स निमिषा प्रिया को अपने ब‍िजनेस पार्टनर की हत्‍या के मामले दोषी ठहराते हुए उन्‍हें मौत की सजा सुनाई गई है. उन्‍हें 16 जुलाई 2025 को फांसी दी जानी है. इस तरह उन्‍हें बचाने के लिए अब सिर्फ एक दिन का समय बाकी है. इस बीच, निमिषा प्रिया को बचाने की मुहिम भी जारी है. केरल के मुख्‍यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी ल‍िखकर निमिषा को बचाने के लिए हस्‍तक्षेप करने का आग्रह किया है. विदेश विभाग की भी इसपर नजर बनी हुई है. दूसरी तरफ, निमिषा प्रिया को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. शीर्ष अदालत आज यानी सोमवार 14 जुलाई 2025 को सुनवाई करेगी. परिजन भी निमिष को बचाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है. मृतक के परिवार को एक मिलियन डॉलर बतौर ‘ब्‍लड मनी’ देने की पेशकश भी की गई है.

निमिषा प्रिया से जुड़ी याचिका पर जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ सुनवाई करेगी. केरल की नर्स से जुड़ी याचिका को 10 जुलाई को मेंशन करते हुए सुप्रीम कोर्ट से इसपर तत्‍काल सुनवाई करने का आग्रह किया गया था. सीनियर एडवोकेट सुभाष चंद्रन केआर की ओर से दाखिल अर्जी में निमिषा को बचाने के लिए डिप्‍लोमेटिक चैनल का अविलंब इस्‍तेमाल करने की मांग की गई है. बता दें कि केरल के पलक्कड़ जिले की 38 साल की नर्स निमिषा प्रिया को 2017 में अपने यमनी बिजनेस पार्टनर की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था. उन्‍हें साल 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी और उसकी अंतिम अपील 2023 में खारिज कर दी गई थी.

निमिषा को बचाने की कोशिशें तेज

यमन में भारतीय नर्स को फांसी से बचाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. यमन में एक नागरिक की हत्या मामले में यमन की अदालत ने भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को फांसी की सजा सुनाई है. प्रिया को यमन में 16 जुलाई को फांसी दिया जाना है. अब केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. वहीं, प्रिया के परिवार और विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने भी भारत सरकार से उसे बचाने के लिए राजनयिक प्रयास करने का आह्वान किया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह मामले से जुड़े घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहा है और हरसंभव मदद मुहैया करा रहा है.

प्रिया पर क्‍या है आरोप

अदालती दस्‍तावेज के अनुसार, निमिषा ने जुलाई 2017 में कथित तौर पर अपने स्थानीय व्यापारिक साझेदार तलाल अब्दो मेहदी को नशीला पदार्थ देकर उसकी हत्या कर दी और एक अन्य नर्स की मदद से उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर अंगों को भूमिगत टैंक में फेंक दिया. हत्या का पता चलने पर निमिषा को गिरफ्तार किया गया. प्रिया के परिवार के अनुसार, प्रिया ने कथित तौर पर अपना जब्त पासपोर्ट वापस पाने के लिए महदी को बेहोशी का इंजेक्शन दिया था. ओवरडोज के कारण उसकी मौत हो गई. सना की अदालत ने प्रिया को मौत की सजा सुनाई. उन्होंने फैसले को यमन की सर्वोच्च अदालत में चुनौती दी, लेकिन अपील खारिज कर दी गई. निमिषा ने यमन के राष्ट्रपति से दया की अपील की, लेकिन उन्होंने माफी देने से इनकार कर दिया. निमिषा फिलहाल सना की जेल में कैद हैं.

निमिषा प्रिया से जुड़े अपडेट -:

Nimisha Priya News Live: निमिषा प्रिया की फांसी टल सकती है. भारत ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है. अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी ने सोमवार 14 जुलाई 2025 को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि भारत ने यमन की सरकार से निमिषा प्रिया की फांसी को कुछ दिनों के लिए टालने या फिर स्‍थगित करने का अनुरोध किया है. सुप्रीम कोर्ट अब इ मामले पर 14 जुलाई को सुनवाई करेगा. केरल की नर्स निमिषा प्रिया को फांसी से बचाने के लिए कूटनीतिक प्रयास करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. शीर्ष अदालत सोमवार को इसपर सुनवाई की. केंद्र की ओर से पेश हुए अटॉर्नी जनरल वेंकरमणी ने कोर्ट को बताया कि यमन सरकार से निमिषा की फांसी को टालने या फिर स्‍थगित करने का अनुरोध किया है.

Nimisha Priya News Live: यमन में हत्या के आरोप में सजा काट रही नर्स निमिषा प्रिया के संबंध में दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा. इस याचिका में केंद्र सरकार से मांग की गई है कि वो निमिषा को बचाने की दिशा में राजनयिक हस्तक्षेप करें. जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ इस मामले में सुनवाई करेगी. यह याचिका सेव निमिषा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल नामक संगठन की तरफ से दाखिल की गई है. निमिषा 2008 से यमन में रह रही है. वहीं, विदेश मंत्रालय ने कहा कि निमिषा के परिजनों को हर संभव सहायता देने की दिशा में हम प्रयासरत हैं. यमन के अदालत के दस्तावेजों में आरोप लगाया गया है कि नर्स निमिषा प्रिया ने अपने बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो मेहदी की हत्या कर दी थी. यही नहीं हत्या के बाद उसने अपने एक अन्य नर्स की सहायता से उसके शव के टुकड़े करके टैंक में फेंक दिए थे. निमिषा प्रिया के परिजनों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उसने हत्या नहीं की थी, बल्कि निमिषा ने कथित तौर पर अपना जब्त पासपोर्ट पाने के लिए उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया था, लेकिन ओवरडोज की वजह से उसकी मौत हो गई.

Nimisha Priya News Live: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यमन में मौत की सज़ा का सामना कर रही निमिषा प्रिया से जुड़े मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है. यह पत्र ऐसे समय में आया है जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि केरल की नर्स को 16 जुलाई को फांसी दी जानी है. बता दें कि यमन की निचली अदालत से लेकर टॉप कोर्ट तक उनकी याचिका को खारिज कर चुका है. राष्‍ट्रपति भी निमिषा प्रिया की दया याचिका को ठुकरा चुके हैं.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें

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