Last Updated:July 14, 2025, 18:27 IST
Naresh Meena Released From Jail : टोंक जिले के समरावता गांव में हुए एसडीएम थप्पड़ कांड के मुख्य आरोपी नरेश मीणा आखिरकार 8 महीने बाद सोमवार को जेल से रिहा हो गए. जेल से निकलते ही नरेश मीणा सीधे समरावता गांव गए औ...और पढ़ें

नरेश मीणा ने कहा कि समरावता गांव ने मुझे पुनर्जन्म दिया है.
दौलत पारीक.
टोंक. देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा आखिरकार आठ महीने बाद आज जेल से रिहा हो गए. जेल से रिहा होते ही नरेश मीणा सीधे समरावता पहुंचे. वहां उन्होंने ग्रामीणों का उनका साथ देने के लिए आभार जताया. सशर्त जमानत मिलने के कारण उनके साथ ज्यादा संख्या में समर्थक नहीं पहुंचे. नरेश मीणा ने भी सोशल मीडिया के जरिए समर्थकों से अपील की थी वे वहां नहीं पहुंचे. इन आठ महीनों के दौरान नरेश मीणा की रिहाई के लिए उनके समर्थकों ने खासा प्रयास किए थे. कई बार जमानत अर्जियां लगाई गई. धरने प्रदर्शन किए गए लेकिन उनकी पार नहीं पड़ पाई.
बीते साल टोंक जिले के देवली उनियारा विधानसभा उपचुनाव में समरावता गांव में ही नरेश मीणा ने तत्कालीन एसडीएम के थप्पड़ मार दिया था. उसके बाद वहां बवाल मच गया था. इस मामले में नरेश मीणा की गिरफ्तारी होने के बाद उनके समर्थकों ने जमकर बवाल काटा था. हालात आगजनी तक पहुंच गए थे. इस आगजनी में खास नुकसान हुआ था. नरेश मीणा के समर्थकों को काबू करने के लिए पुलिस को खासा मशक्कत करनी पड़ी थी.
मीणा को रिहा कराने के लिए समर्थकों ने काफी प्रयास किए थे
पुलिस ने इस मामले में नरेश मीणा के साथ ही उनके कई समर्थकों को भी गिरफ्तार किया गया था. लेकिन वे बाद में अलग-अलग समय रिहा हो गए. लेकिन नरेश मीणा को जमानत नहीं मिल पाई. नरेश मीणा को जेल से रिहा कराने को लेकर कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल समेत उनके समाज और समर्थकों की कई बार महापंचायत भी हुई. नरेश मीणा की रिहाई को लेकर कई बार सरकार को चेतावनियां दी गई. लेकिन मामला कोर्ट में होने के कारण कोई कुछ नहीं कर पाया.
हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिली है मीणा को
आखिरकार नरेश मीणा को हाल ही में हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिली. उसके बाद नरेश मीणा को सोमवार को टोंक जिला जेल से रिहा किया गया. जेल के बाहर कुछ समर्थकों को रुकने की परमिशन थी. पुलिस ने सुरक्षा को लेकर खासे इंतजाम किए थे. जेल से बाहर निकलने के बाद नरेश मीणा ने वहां आए लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया. उसके बाद कुछ समर्थकों के साथ गाड़ी में बैठकर समरावता के लिए निकल गए. उनके समरावता पहुंचने पर वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए. मीणा ने बाद में वहां लोगों को संबोधित किया. मीणा ने कहा कि इस गांव ने मुझे पुनर्जन्म दिया है. इस गांव को मैं कभी नहीं भूलूंगा. कुछ दिनों बाद गांव की हर समस्या को दूर करुंगा. कोर्ट के आदेश पर माला और साफा नहीं पहन सकता.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Tonk,Tonk,Rajasthan