Last Updated:September 12, 2025, 19:04 IST
Mansa Devi Mandir Ropeway Tender Reject : हरिद्वार नगर निगम ने मनसा देवी मंदिर पर बने रोपवे के रखरखाव के लिए जारी टेंडर को अचानक रद्द कर दिया है. इस फैसले से निगम की कार्य प्रणाली पर फिर सवालिया निशान उठने शुरू हो गए हैं.

नई दिल्ली. नवरात्र में देशभर के शृद्धालु माता रानी के मंदिरों पर दर्शन के लिए उमड़ते हैं. हरिद्वार स्थित मनसा देवी माता मंदिर में भी हर साल नवरात्र के दौरान हजारों की संख्या में शृद्धालु पहुंचते हैं. लेकिन, इस साल यहां शृद्धालुओं की आवाजाही उतनी आसान नहीं होगी. इसकी वजह है हरिद्वार नगर निगम की ओर से मनसा देवी मंदिर के रोपवे की सुरक्षा के लिए जारी टेंडर को अचानक रद्द करना. टेंडर जारी होने के महज 48 घंटे बाद ही निगम ने इसे रदृद कर दिया है. इससे निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल उठना लाजिमी है.
मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि टेंडर को किसी दबाव की वजह से रद्द किया गया है. इससे पहले एक नाटकीय यू-टर्न में हरिद्वार नगर निगम ने 8 सितंबर को जारी प्रतिष्ठित मनसा देवी रोपवे के संचालन के लिए टेंडर को रद्द कर दिया है, जबकि इसे यात्री सुरक्षा के सिद्धांत के आधार पर तैयार किया गया था. इस अचानक बदलाव ने शहर की सबसे संवेदनशील परियोजनाओं में से एक में निर्णय लेने और बाहरी दबाव के बारे में सवालों को फिर से जगा दिया है.
कोर्ट के आदेश पर आया था टेंडर
मनसा देवी का यह यह नया टेंडर उत्तराखंड हाई कोर्ट की ओर से जारी आदेश के तीन महीने बाद लाया गया था. इससे पहले जारी टेंडर में ऐसी कंपनियों को भी रोपवे की देखरेख के लिए आमंत्रित किया था, जिनके पास इसका कोई अनुभव नहीं था. हाईकोर्ट ने भी कहा था कि रोपवे सिस्टम फ्लाईओवर या सड़कों के समान नहीं हैं, क्योंकि वे सीधे यात्री सुरक्षा को प्रभावित करते हैं. इसके बाद नगर निगम ने 8 सितंबर के टेंडर को सख्त पात्रता मानदंडों के साथ तैयार करके पेश किया था.
क्या खास था नई शर्तों में
रोपवे टेंडर की नई शर्तों में ऐसी कंपनियों को योग्य माना गया था कि जिनके पास यात्री रोपवे में कम से कम 10 वर्षों का अनुभव, कम से कम दो ऐसे सिस्टम का सफल संचालन (जिसमें से एक मोनो-कैबल डिटैचेबल तकनीक का उपयोग करता हो) और पिछले दशक यानी 10 साल में एक बेदाग सुरक्षा रिकॉर्ड. इसके अलावा जिन कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किया गया अथवा घातक दुर्घटनाओं में शामिल थीं, उन्हें सीधे तौर पर बाहर कर दिया गया. इस टेंडर को 7 सदस्यीय समिति ने मंजूरी दी थी. टेंडर से जुड़े अधिकारियों का भी दावा था कि अब यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
अचानक क्यों रद्द कर दिए गए टेंडर
नगर निगम के एक सराहनीय कदम के बाद अचानक टेंडर रद्द किए जाने से उसकी कार्य प्रणाली पर फिर सवालिया निशान लग गया है. यह कदम आश्चर्यजनक है, खासकर तब जबकि निगम ने उच्च न्यायालय के मार्गदर्शन और अपने नियम पुस्तिका का पालन किया था. निगम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस टेंडर को कुछ ऊपरी दबाव की वजह से रद्द किया गया है.
रोपवे का कितना महत्व
मनसा देवी मंदिर का रोपवे 40 साल से चल रहा है. हर साल इस पहाड़ी मंदिर पर दर्शन करने लाखों लोग पहुंचते हैं और उनके लिए रोपवे ही एकमात्र रास्ता होता है. अधिकारी मानते हैं कि इस रोपवे में किसी अनुभवहीन कंपनी को शामिल करना यात्रियों की सुरक्षा के साथ समझौता होगा. इसे केवल अनुभवी रोपवे कंपनियों को ही चलाना चाहिए. सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता. अब देखना यह है कि क्या हरिद्वार नगर निगम इस स्टैंडर्ड को बनाए रखेगा या नहीं.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 12, 2025, 19:04 IST