Last Updated:November 17, 2025, 11:34 IST
डॉ. शाहीन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं. मुख्य आरोपी शाहीन, उसका भाई परवेज और अन्य साथियों की गतिविधियां देर रात यानी ‘वुल्फ आवर’ में सबसे ज्यादा सक्रिय रहती थीं. रात 11 बजे से 2 बजे के बीच ये आरोपी आपसी संपर्क, बातचीत और आतंकी योजनाओं पर काम करते थे. जांच में मिले चैटबॉक्स संदेशों और बातचीत के पूरे ब्यौरे से यह साफ हो गया है कि रात का अंधेरा इनके लिए सुरक्षित कवच था. जांच एजेंसियों को पता चला है कि शाहीन ‘हाउल’ कोड के जरिए बातचीत शुरू करती थी. परवेज पिछले एक साल से इंटीग्रल में नाइट ड्यूटी कर रहा था, जो उसकी रात की सक्रियता से मेल खाता है.
आरोपी ‘वुल्फ पैक’ नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे, जिसमें शाहीन एडमिन थी. परवेज और आरिफ भी इस ग्रुप के सदस्य थे. इसी ग्रुप से एजेंसियों को अहम सुराग मिले हैं. सबसे चौंकाने वाली जानकारी यह है कि शाहीन दो महिला आतंकी टीमों का गठन कर रही थी, जिन्हें ‘ऑरोरा’ और ‘लूना’ नाम दिया गया था. ये दोनों मादा भेड़ियों के नाम हैं, जो वुल्फ थीम से जुड़े हैं. शाहीन ‘वुल्फ आवर’ में ही सभी जरूरी संदेश देती थी और ये संदेश कोड वर्ड्स में होते थे.
ग्रुप में आरिफ के नंबर के आगे ‘स्पाइरो’ लिखा था, जबकि ‘ग्रिफिथ’ और ‘कुरनेलियस’ जैसे शब्द अन्य नंबरों के नाम की जगह इस्तेमाल किए गए थे. शाहीन को ‘मैडम सर्जन’ उर्फ ग्रुप की ‘अल्फा’ कहा जाता था. शाहीन वुल्फ पैटर्न पर घात लगाकर हमला करने की रणनीति सिखाती थी. ग्रुप में परवेज ने ‘लोन वुल्फ अटैक’ की जानकारी भी मांगी थी.
छापेमारी में परवेज के घर से चापड़ भी बरामद हुआ, जो हमले की तैयारी का संकेत देता है. ये खुलासे दिल्ली ब्लास्ट की साजिश को और गहरा बनाते हैं. एजेंसियां ग्रुप के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हैं. यह मामला आतंकवाद की नई रणनीति को उजागर करता है, जहां कोड नेम, रात की सक्रियता और जानवरों की थीम पर आधारित ग्रुप आतंकी गतिविधियों को छिपाने का माध्यम बने. जांच आगे बढ़ रही है और जल्द ही और आरोपी गिरफ्त में आ सकते हैं.
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...
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First Published :
November 17, 2025, 11:34 IST

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