China-Japan Tension: मात्र 2 घंटे की नींद, 3 बजे तड़के मीटिंग...PM बनते ही चीन से पंगा; जापानी आयरन लेडी ने दिखाया अपना 'जलवा'!

3 hours ago

China Japan Tension: जापान और चीन के बीच तनाव इतना भयंकर हो गया है कि एशिया में शांति पर खतरा मंडराने लगा है. जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची के ताइवान वाले बयान से शुरू हुआ विवाद अब सैन्य धमकियों, यात्रा प्रतिबंध और विवादित द्वीपों पर चीनी नौसेना की घुसपैठ तक पहुंच चुका है. हालात यह है कि चीन ने जापान को 'क्रशिंग डिफीट' की चेतावनी दी है, जबकि जापान ने इसे 'खतरनाक' बताते हुए डिप्लोमैटिक कदम उठाए हैं. इसी बीच साने ताकाइची ने ऐसा खुलासा किया है, जिसके बाद उनके ही देश में बवाल मचा है. समझते हैं पूरी बात. सबसे खुलासे को लेकर क्यों मचा बवाल.

जापान की पहली महिला पीएम सिर्फ 2 घंटे सोती हैं
www.independent.co.uk में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, जापान की नई प्रधानमंत्री सनाए ताकाइची ने खुलासा किया है कि वो रात में महज 2 घंटे सोती हैं.कभी-कभी ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे.वो अपने स्टाफ को सुबह 3 बजे मीटिंग के लिए बुलाती हैं.इससे देश में हड़कंप मच गया है, क्योंकि जापान पहले से ही ज्यादा काम करने और बर्नआउट की समस्या से जूझ रहा है.लोग डर रहे हैं कि कहीं ये 'करोशी' यानी 'ओवरवर्क से मौत' के मामलों को और न बढ़ा दे.

सुबह 3 बजे स्टाफ को मीटिंग
पिछले हफ्ते शुक्रवार को ताकाइची ने टोक्यो में सुबह 3 बजे स्टाफ को मीटिंग के लिए बुला लिया. जापानी मीडिया ने इसे '3 बजे का स्टडी सेशन' नाम दिया. हैरानी की बात ये कि ये मीटिंग बजट कमिटी की सुनवाई से सिर्फ 6 घंटे पहले थी, जो सुबह 9 बजे शुरू होनी थी.‌ जिसके बाद लोग गुस्से में हैं कि पीएम खुद तो कम सोती हैं, लेकिन बाकियों को भी नहीं सोने दे रही हैं.

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पीएम का जवाब क्या था?
इस हफ्ते संसद की कमिटी में एक सांसद ने पूछा कि जापान के लंबे वर्किंग आवर्स को कैसे रोका जाएगा. ताकाइची ने हंसते हुए कहा, “मैं अब करीब 2 घंटे सोती हूं, ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे.शायद ये मेरी स्किन के लिए बुरा है.” उन्होंने बताया कि घर का फैक्स मशीन जाम हो गया था, इसलिए वो आधिकारिक घर गईं और ब्रिफिंग मटेरियल चेक करने के लिए रात में काम किया.

जापान में ओवरवर्क की पुरानी समस्या
जापान में लोग सुबह से रात तक ऑफिस में लगे रहते हैं. शाम को बॉस-कलीग्स के साथ ड्रिंक और पार्टी करना मजबूरी जैसा है. सरकारें सालों से वादे करती आई हैं, लेकिन कुछ बदलाव नहीं आया.अब ताकाइची की सरकार ओवरटाइम की लिमिट बढ़ाने पर विचार कर रही है. पीएम कहती हैं कि बदलाव वर्कर्स की हेल्थ को प्राथमिकता देंगे. वो चाहती हैं कि लोग बच्चे पालें, केयरगिविंग करें, काम करें, घूमें और रिलैक्स भी करें.लेकिन लोग पूछ रहे हैं – खुद 2 घंटे सोकर ये कैसे मुमकिन होगा?

विपक्ष का हमला
विपक्ष के लीडर और पूर्व पीएम योशिहिको नोदा ने इसे 'पागलपन' बताया.न्यू यॉर्क टाइम्स से बातचीत में उन्होंने कहा, “खुद काम करना ठीक है, लेकिन दूसरों को इसमें मत घसीटो.उस टाइम तो सब सो रहे होते हैं.देश की टॉप लीडर का ये रवैया बहुत दुखद है.' अब जानते हैं चीन से जंग की बात की कहानी

ताकाइची का वो बयान जिससे भड़की आग
7 नवंबर को जापानी संसद में ताकाइची ने कहा कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है या नाकाबंदी लगाता है, तो ये जापान के लिए 'सर्वाइवल थ्रेट' होगा. उन्होंने 2015 के कानून का हवाला देते हुए कहा कि जापान अपनी सेना तैनात कर सकता है. ताइवान जापान के सबसे नजदीकी द्वीप से महज 110 किमी दूर है, इसलिए ये सीधे जापान की सुरक्षा को प्रभावित करता है.

चीन का तीखा जवाब
चीन ने इसे 'खतरनाक और गलत' बताते हुए जापानी राजदूत को तलब किया. जिसके बाद अगर जापान ताइवान में दखल देगा तो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी उसे बुरी तरह हरा देगी. इसके बाद दोनों देशों के बीच जमकर बवाल मचा है.

सेंकाकू द्वीपों पर नया संकट
16 नवंबर को चीन ने पूर्वी चीन सागर में सेंकाकू द्वीपों (चीन में दियाओयू) के पास कोस्ट गार्ड भेज दिया. जापान इन्हें अपना मानता है, लेकिन चीन अपना दावा करता है. ये घुसपैठ ताइवान विवाद से जुड़ी बताई जा रही है. विशेषज्ञ कहते हैं, ये सैन्य संकेत है कि चीन जंग के लिए तैयार है.

यात्रा चेतावनी से जापान की अर्थव्यवस्था पर असर
जब हालात तनाव में बदले तो चीन ने अपने नागरिकों को जापान न जाने की सलाह दी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि ताकाइची के बयानों से चीनी पर्यटकों की सुरक्षा को खतरा है. एयर चाइना, चाइना ईस्टर्न जैसी एयरलाइंस ने जापान उड़ानों पर रिफंड शुरू कर दिए. जिसके बाद जापान में चीनी पर्यटक 20% हैं, टूरिज्म और रिटेल स्टॉक्स गिर गए. ज

सोशल मीडिया पर बवाल
सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. जनता बंटी हुई है. एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लोग बहस कर रहे हैं. एक यूजर ने कहा, “चीन, ताइवान और जापान को दोस्ती करनी चाहिए, हम तो शतरंज के मोहरे हैं.”  दूसरे ने चेतावनी दोहराई, जापान आग का समंदर बनेगा. जापान में एक पोल में लोग बंटे हुए हैं. आधे ताइवान पर सैन्य मदद चाहते हैं, आधे नहीं. लेकिन नई पीएम की लोकप्रियता में जोरदार बढ़ोतरी हुई है.

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