जमीन बेचकर बेटे को डॉक्टर बनाने भेजा रूस, पहले हुआ लापता अब आई मौत की खबर

3 hours ago

Last Updated:November 07, 2025, 11:56 IST

Alwar News : रूस में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे अलवर के अजीत सिंह चौधरी की वहां मौत हो गई है. अजीत बीते 19 दिन से लापता चल रहा था. गुरुवार को रूस से उसकी मौत की खबर आई तो मां-बाप का कलेजा फट पड़ा. अजीत को डॉक्टर बनाने के लिए उसके परिजनों ने अपनी पैतृक जमीन बेचकर वहां पढ़ने के लिए भेजा था.

जमीन बेचकर बेटे को डॉक्टर बनाने भेजा रूस, पहले हुआ लापता अब आई मौत की खबरअजीत बीते 19 अक्टूबर को रूस में लापता हो गया था. 20 अक्टूबर को व्हाइट नदी के किनारे उसके कपड़े मिले थे.

नितिन शर्मा.

अलवर. रूस के उफा में 19 दिन से लापता चल रहे अलवर जिले लक्ष्मणगढ़ के कफनवाड़ा निवासी MBBS स्टूडेंट अजीत चौधरी का शव व्हाइट रिवर से लगते बांध में मिला है. गुरुवार दोपहर रूस से अजीत चौधरी के परिवार को इसकी सूचना मिली है तो उनमें कोहराम मच गया. यूनिवर्सिटी में अजीत के साथ पढ़ने वाले उसके साथियों ने उसका शव मिलने की पुष्टि कर दी है. अजीत चौधरी पुत्र रूप सिंह चौधरी रूस के ऊफा शहर में बश्किर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS की पढ़ाई कर रहा था. वह थर्ड ईयर का स्टूडेंट था. अजीत के परिवार ने अपनी तीन बीघा जमीन बेचकर उसे डॉक्टर बनाने के लिए रूस भेजा था।

उसके कॉलेज कैंपस से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर व्हाइट नदी बहती है. इसमें अक्टूबर के महीने में पानी भी उफान पर था. अजीत बीते 19 अक्टूबर को लापता हो गया था. 20 अक्टूबर को रूस में नदी के किनारे उसके कपड़े मिले थे. उसके आधार पर माना जा रहा था कि नदी में बह गया. तब से लगातार उसे सर्च किया जा रहा था. लेकिन उसकी कोई जानकारी नहीं मिल रही थी. पूरा परिवार बेटे के लौटने की उम्मीद में था. लेकिन अब उसका शव मिलने की सूचना मिली है.

रूस में दिवाली से लापता अलवर के लक्ष्मणगढ़ निवासी और MBBS के छात्र अजीत सिंह चौधरी का शव मिलने की ख़बर से मन व्यथित है।

कफ़नवाड़ा गाँव के अजीत को उनके परिवार ने बड़ी उम्मीदों और परिश्रम के साथ पैसे जुटाकर डॉक्टरी की पढ़ाई करने के लिए रूस भेजा था। करीब 19 दिन पहले वहाँ नदी किनारे…

बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिवार की उम्मीदें टूट गई
कुछ दिन पहले ही अलवर सरस डेयरी के चेयरमैन नितिन सांगवान के नेतृत्व में छात्र के परिजन दिल्ली में विदेश मंत्रालय पहुंचे थे. वे वहां विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह से मिले थे. इसके बाद राज्य मंत्री ने रूस दूतावास में अधिकारियों से बात की थी. उसके बावजूद भी अजीत का कोई सुराग नहीं मिल पाया था. अब शव मिलने के बाद परिजनों को सूचना भेजी गई है. बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिवार की उम्मीदें पूरी तरह टूट गई हैं.

शव को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है
अलवर सरस डेयरी के चेयरमैन नितिन सांगवान ने बताया कि दूतावास के जरिए सूचना मिली कि अजीत चौधरी का शव मिल गया है. शव की पहचान यूनिवर्सिटी के छात्रों ने की है. अब शव को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उससे पहले वहां मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. शव को भारत लाने में 2 दिन का समय लग सकता है. अजीत चौधरी के परिवार पास 20 बीघा जमीन है. परिजनों ने उसमें से 3 बीघा जमीन बेचकर अजीत को रूस में पढ़ने भेजा था. उसका दूसरा भाई कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहा है.

Sandeep Rathore

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से News18 के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर...और पढ़ें

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से News18 के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर...

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First Published :

November 07, 2025, 11:55 IST

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