Last Updated:May 21, 2025, 08:09 IST
Bengaluru News: चोरी की घटनाएं आम बात हैं, पर यदि कोई चोर यह कहे कि वह गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च पूरा करने के लिए चोरी करता है तो यह बात चौंकाने वाली है.

बेंगलुरु पुलिस ने एक ऐसे युवक को पकड़ा है, जिसका दावा है कि वह गरीब बच्चों की पढ़ाई को फंड करने के लिए चोरी करता था. (सांकेतिक तस्वीर)
हाइलाइट्स
बेंगलुरु में एक शातिर चोर के दावे से स्थानीय पुलिस भी हैरत में हैआरोपी का दावा- गरीब छात्रों की फीस भरने के लिए चोरी करने लगासाथियों के लिए ऑटोरिक्शा खरीदा, मामले की जांच में जुटी पुलिसबेंगलुरु. भारत की सिलकिॉन वैली बेंगलुरु में एक ऐसी घटना समाने आई है, जिसके बारे में जानकर आमलोग की तो छोड़िए पुलिसवाले भी हैरान हैं. शहर की पुलिस ने हाउसब्रेकिंग (सेंधमारी) कर चोरी की घटना को अंजाम देने वाले एक शख्स को दबोचा. पूछताछ में आरोपी ने ऐसी बात बताई, जिसपर सहज ही यकीन करना बहुत मुश्किल है. चोरी के आरेापी ने पुलिस को बताया कि गरीब छात्रों की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए उसने चोरी का रास्ता चुना. चोरी के पैसे से वह गरीब छात्रों के स्कूल के फीस और भरता है. पुलिस का कहना है कि आरोपी के दावों की छानबीन की जा रही है, क्योंकि गिरफ्तार होने पर अपराधी इसी तरह की भावुक कहानी गढ़ता है, ताकि उसे रियायत मिल सके.
दरअसल, एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में बेंगलुरु पुलिस ने एक 35 साल के सीरियल सेंधमारी के आरोपी आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने दावा किया कि उसने चोरी अपने लिए नहीं, बल्कि गरीब छात्रों की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए की थी. गिरफ्तार आरोपी की पहचान शिवु उर्फ शिवरप्पन के रूप में हुई है, जो बेगूर इलाके का रहने वाला बताया गया है. उसके साथ उसके दो साथी अनिल और विवेक को भी बयदराहल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है. तीनों पर शहर के वेस्ट जोन में कई घरों में सेंध लगाने का आरोप है. अकेले शिवु के खिलाफ 11 मामले दर्ज हैं.
चोरी से चैरिटी
गिरफ्तारी के बाद शिवु ने पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी दी है. आरोपी ने बताया कि उसने 20 गरीब छात्रों की स्कूल और कॉलेज की फीस भरने के लिए चोरी की थी. ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपेार्ट के अनुसार, पुलिस को उसका दावा संदिग्ध लगा है, लेकिन उसे सिरे से खारिज भी नहीं किया गया है. एक जांच अधिकारी ने बताया, ‘हमने चोरी के आरोपियों से कई तरह की कहानियां सुनी हैं, लेकिन यह मामला अलग है. शिवु का कहना है कि उसने लगभग ₹14 लाख छात्रों की शिक्षा पर खर्च किए हैं. फिलहाल हम उसकी बातों की पुष्टि कर रहे हैं.’
साथियों के लिए मसीहा
पुलिस ने अब तक आरोपियों के पास से करीब 260 ग्राम सोना बरामद किया है, जिसमें से कुछ तमिलनाडु में बेचा गया था. हालांकि, शिवु के अनुसार उसने चुराए गए सोने को बेचकर करीब ₹22 लाख कमाए थे. इसमें से ₹14 लाख अब तक नहीं मिले हैं. दावा है कि इन रुपयों को छात्रों की फीस और वाहन खरीदने में खर्च किया गया. शिवु ने बताया कि उसने अपने दोनों साथियों के लिए दो ऑटो रिक्शा भी खरीदे, जिनकी कुल कीमत करीब ₹8 लाख है.
खतरनाक इरादा
पुलिस ने बताया कि शिवु अपने अपराध से तंग आकर जान देने तक का विचार करने लगा था. शिवु ने पुलिस को बताया, ‘जब मैंने देखा कि कई बच्चे फीस भरने में असमर्थ हैं, तो मुझे एक मकसद मिला. मैं जानता था कि यह गैरकानूनी है, लेकिन किसी की मदद करना चाहता था.’ एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हम निश्चित नहीं हैं कि वह सच बोल रहा है या सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहा है. अक्सर पकड़े गए अपराधी इस तरह की भावुक कहानियां गढ़ते हैं. सच्चाई जानने के लिए गहराई से जांच की जाएगी. मकसद चाहे कुछ भी हो, अपराध तो अपराध ही रहता है.’
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
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Bangalore,Karnataka