Last Updated:May 21, 2025, 14:23 IST
Ali Khan Mahmudabad News: अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी. उन्हें हरियाणा पुलिस ने ऑपरेशन सिंदूर पर फेसबुक पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया था. कोर्ट ने मामले की जा...और पढ़ें

अली खान महमूदाबाद 2018 में सपा में शामिल हुए थे.
हाइलाइट्स
सुप्रीम कोर्ट ने अली खान महमूदाबाद को अंतरिम जमानत दी.हरियाणा पुलिस ने अली को फेसबुक पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया था.अली 2018 में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे.Ali Khan Mahmudabad News: अशोका यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख और प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अंतरिम जमानत दे दी. उन्हें 18 मई को हरियाणा पुलिस ने ऑपरेशन सिंदूर पर एक फेसबुक पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया था. यह ऑपरेशन पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में सात मई को शुरू किया गया था, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था. अली की गिरफ्तारी के बाद उनके नाम और लखनऊ के मशहूर महमूदाबाद राजघराने की चर्चा सुर्खियों में है.
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत और एनके सिंह की बेंच ने अली को अंतरिम जमानत दी, लेकिन दो FIR को रद्द करने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने हरियाणा पुलिस को 24 घंटे में तीन IPS अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाने का आदेश दिया, जिसमें एक महिला अधिकारी शामिल होगी. अली को अपना पासपोर्ट सोनीपत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को सौंपने और सोशल मीडिया पर इस मामले या आतंकी हमले और भारत की जवाबी कार्रवाई पर टिप्पणी न करने का निर्देश दिया गया.
42 वर्षीय अली खान महमूदाबाद का जन्म 2 दिसंबर 1982 को लखनऊ में हुआ. वे उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र के प्रभावशाली महमूदाबाद राजघराने से हैं. उनके पिता मोहम्मद आमिर मोहम्मद खान हैं. उन्हें स्थानीय लोग राजा साहब कहते हैं. वह कांग्रेस के टिकट पर दो बार महमूदाबाद से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने शत्रु संपत्ति कानून के तहत जब्त की गई पारिवारिक संपत्तियों जैसे लखनऊ में बटलर पैलेस, हलवासिया मार्केट, हजरतगंज और महमूदाबाद किला को वापस पाने के लिए 40 साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी. इस परिवार के पास सीतापुर, नैनीताल और देश के अन्य हिस्सों में भी संपत्तियां हैं.
मोहम्मद आमिर अहमद खान महमूदाबाद के अंतिम राजा
अली के दादा मोहम्मद आमिर अहमद खान महमूदाबाद के अंतिम राजा थे और आजादी से पहले मुस्लिम लीग के प्रमुख समर्थक थे. वह उस दौरा में मुस्लिम लीग को खूब चंदा दिया करते थे. उनकी मां रानी विजय पूर्व विदेश सचिव जगत सिंह मेहता की बेटी हैं. मेहता 1976-79 में अटल बिहारी वाजपेयी के विदेश मंत्री रहते हुए काम किया. अली की शादी जम्मू-कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबू की बेटी से हुई है.
अली ने लखनऊ के ला मार्टिनियर स्कूल से पढ़ाई की फिर यूके में किंग्स कॉलेज स्कूल और विनचेस्टर कॉलेज गए. उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से इतिहास में एमफिल और पीएचडी की. उन्होंने सीरिया के दमिश्क में अरबी सीखी और मध्य पूर्व की यात्राओं के आधार पर नेशनल ज्योग्राफिक जैसे प्रकाशनों के लिए लिखा. उनकी किताब पोएट्री ऑफ बिलॉन्गिंग- मुस्लिम इमेजिनिंग्स ऑफ इंडिया 1850-1950 वर्ष 2020 में प्रकाशित हुई.यह किताब 1850-1950 के बीच उत्तर भारत में मुस्लिम राजनीतिक पहचान पर केंद्रित है. वह सूफी, शिया और अवध-लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत पर भी लिखते हैं. अली 2018 में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए और 2019 से 2022 तक पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे. हालांकि, 2022 के बाद उनकी कोई औपचारिक राजनीतिक भूमिका नहीं रही.
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...
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