Pakistan in UNSC Security Council: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आतंकवाद के मुद्दे पर कितनी संजीदा है, इसकी एक और बानगी देखने को मिली है. उसने चोर को ही चौकीदार बनाते हुए आतंकी देश पाकिस्तान को ही आतंकवाद रोधी समिति का उप मुखिया बना दिया है. ये समिति दुनिया भर में आतंकवाद के खिलाफ जंग के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और फैसलों को लागू करवाएगी.
सुरक्षा परिषद ने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमले के बाद ये समिति बनाई थी.इसका काम जिन आतंकी संगठनों और नेताओं पर प्रतिबंध लगाया गया है, उसके अनुपालन को भी सुनिश्चित करना है.
आतंकवाद रोधी इस पैनल में सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्य देश होते हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस जैसे देश भी इसमें शामिल हैं. आतंकवाद के खिलाफ यूएन जो भी कदम उठाता है, उन्हें सभी देशों ये पैनल लागू कराता है. पाकिस्तान को अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज अफगान तालिबान पर लगाए प्रतिबंधों के अनुपालन की निगरानी की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. उसे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों पर फैसले लेने वाले कार्यकारी समूह का उप प्रमुख भी बनाया गया है.
ये पाखंड ही है कि यूएन ने जिन बड़े आतंकी संगठनों और उसके नेताओं पर पाबंदी लगाई है, वो पाकिस्तान में ही खुलेआम घूम रहे हैं और भारत में आतंकी हमलों की साजिशें रच रहे हैं. लश्कर ए तैयबा और उसके मुखिया हाफिज सईद, जैश ए मोहम्मद और उसका मुखिया मौलाना मसूद अजहर, सैफुल्लाह कसूरी जैसे बड़े उदाहरण हैं, जिन पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगा रखा है. लेकिन वो खुलेआम भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं.