Last Updated:September 14, 2025, 03:41 IST
Lawrence Bishnoi Vs Rohit Godara: कभी दोस्त रहे लॉरेंस विश्नोई और रोहित गोदारा अब हिंदुत्व की राह पर दुश्मन बन गए हैं. सोशल मीडिया पर धर्म के नाम पर गैंग भर्ती से एजेंसियां अलर्ट हो गई है. आइए जानते हैं कैसे अपराध की दुनिया में नई सियासत शुरू हो गई है.

Lawrence Bishnoi Vs Rohit Godara: भारत की अंडरवर्ल्ड दुनिया में दो नाम हमेशा सुर्खियों में छाए हुए हैं… लॉरेंस विश्नोई और रोहित गोदारा. कभी दोनों एक-दूसरे के ‘जिगरी दोस्त’ माने जाते थे. लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि दोनों गैंग एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए हैं. इनकी दुश्मनी का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि दोनों ही अब अपने गैंग की ताकत बढ़ाने के लिए ‘हिंदुत्व’ की राह पकड़ चुके हैं.
गैंगस्टर लॉरेंस और रोहित की अलग-अलग वारदातों में हिंदुत्व का नाम उछलना. सोशल मीडिया पोस्ट्स में धार्मिक भावनाओं को भुनाना और युवाओं को धर्म के नाम पर गैंग में भर्ती करना पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती बन चुका है. सवाल उठ रहा है कि आखिर अपराध की दुनिया में यह ‘हिंदुत्व की होड़’ क्यों और कैसे शुरू हुई?
लॉरेंस विश्नोई: गैंगस्टर से ‘हिंदू डॉन’ तक
लॉरेंस विश्नोई को जुर्म की दुनिया में एक दशक से ज्यादा वक्त हो गया है. कनाडा सरकार ने उसे खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में नामजद किया था. इसके बाद बाबा सिद्दिकी हत्याकांड में दाऊद इब्राहिम का नाम जुड़ने से लॉरेंस ने खुद को ‘हिंदुत्व की छवि’ देने की कोशिश शुरू कर दी. लॉरेंस का रहन-सहन भी युवाओं को प्रभावित करता है. नवरात्रि में 9 दिन का मौन व्रत, शराब और नशे से दूरी और सोशल मीडिया पर मजबूत उपस्थिति.
क्यों टूटी दोस्ती, क्यों बढ़ी दुश्मनी?
कुछ साल पहले तक रोहित और लॉरेंस की दोस्ती इतनी गहरी थी कि दोनों ने मिलकर गोल्डी बराड़ के साथ एक तिकड़ी बनाई थी. लेकिन सोशल मीडिया पर वारदातों की जिम्मेदारी लेने को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव बढ़ा और आखिरकार यह ‘दोस्ती दुश्मनी में बदल गई’. अब हालात यह हैं कि दोनों अपने-अपने गैंग को हिंदुत्व की राह पर नंबर वन दिखाने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रेमानंद महाराज का नाम क्यों?
हाल ही में रोहित गोदारा ने दिशा पाटनी के घर फायरिंग के बाद एक पोस्ट में लिखा कि हिंदू धर्म और प्रेमानंद महाराज का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सवाल यह है कि क्या वाकई ये गैंगस्टर धार्मिक अनुयायी हैं या फिर हिंदुत्व का इस्तेमाल सिर्फ अपने गैंग को ‘रॉबिनहुड’ इमेज देने के लिए कर रहे हैं? सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह रणनीति सिर्फ सोशल मीडिया पर फॉलोइंग बढ़ाने और युवाओं को जोड़ने की साजिश है.
ऑनलाइन भर्ती का नया पैटर्न
पुलिस की जांच में सामने आया है कि लॉरेंस और रोहित दोनों के गैंग अब युवाओं को ऑनलाइन भर्ती कर रहे हैं. हाल ही में पकड़े गए कई शूटर धार्मिक प्रवृत्ति के निकले और खुद को ‘धर्म योद्धा’ कहकर जोड़ रहे थे. यह पैटर्न सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का सबब है.
हिंदुत्व की राह या जुर्म की सियासत?
विश्लेषकों का कहना है कि इन गैंगस्टर्स का असली मकसद हिंदुत्व का झंडा उठाकर अपने गैंग को मजबूत करना और विदेशी धरती तक अपनी धमक बनाए रखना है. सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं का सहारा लेकर फॉलोइंग बढ़ाना उनकी नई रणनीति है. लेकिन सवाल यह भी है कि क्या ये चाल लंबे वक्त तक चल पाएगी या फिर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस ‘धार्मिक मुखौटे’ को उतारने में सफल होंगी.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
September 14, 2025, 03:41 IST