Gaza Peace plan: ऐसा लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप गाजा में 20 साल से जारी जंग (Gaza War) रुकवाने के अंतिम दौर में पहुंच गए हैं. उनकी 20-सूत्रीय शांति योजना/पीस डील (Trump Gaza peace deal) पर इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू (Netanyahu) ने सहमति जता दी है. ये घटनाक्रम सामने आया नेतन्याहू के US दौरे के बीच, जब उन्होंने व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात की. इसके बाद हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमास (Hamas) को चेतावनी दी गई कि अगर उसने समझौते में रोड़ा अटकाया तो उसकी खैर नहीं. पीस डील मानने के लिए हमास को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. इस फैसले का तमाम मुस्लिम देशों ने स्वागत किया है.
मुस्लिम देशों ने किया पीस प्लान का स्वागत
यूएस का 20 सूत्रीय प्लान इजरायल ने मंजूर होते ही ट्रंप ने नेतन्याहू का आभार जताते हुए थैंक्यू कहा. इसके बाद कतर के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा, 'कतर, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब और मिस्र के विदेश मंत्रियों ने राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व और गाजा में जंग समाप्त करने के उनके प्रयासों का स्वागत करते हुए शांति का रास्ता निकालने की उनकी क्षमताओं पर भरोसा जताया है. सभी मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा गाजा के पुनर्निर्माण, फिलिस्तीनी लोगों का विस्थापन रोकने और क्षेत्र में व्यापक शांति को बढ़ावा देने के प्रस्ताव पर संतोष जताया है. पश्चिमी तट पर कब्जा नहीं होने देने के ऐलान पर खुशी जताई गई है.
युद्ध तत्काल खत्म होगा
20 सूत्रीय योजना में कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच सहमति होने पर युद्ध तुरंत समाप्त हो जाएगा. समझौते के तहत हमास के उग्रवादियों को पूरी तरह से अपने हथियार छोड़ने होंगे और भविष्य में वो किसी भी तरह की सरकार में किसी भी भूमिका से बाहर रहेंगे. हालांकि, जो लोग शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व से आगे बढ़ने के लिए राजी होंगे, उन्हें माफी दी जाएगी.
इजरायल गाजा से पीछे हट जाएगा
पीस प्लान में लिखा है कि इजरायली सेना की वापसी हमास द्वारा बंधक बनाए गए अंतिम बंधकों की रिहाई के साथ शुरू होगी. उस शुरुआती अवधि के दौरान, युद्धविराम होगा. मुख्य बिंदुओं में तैनाती शामिल है.

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फिलिस्तीनी इलाके में नए प्रशासन का इंतजाम
पीस डील पर नजर रखने के लिए एक इंटरनेशनल फोर्स बनाई जाएगी. जिसके काम-काज को क्षेत्रीय शांति की गारंटी माना जाएगा. पीस डील में लिखा है कि अस्थायी अंतर्राष्ट्रीय स्थिरीकरण बल की मौजूदगी के अलावा राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में एक संक्रमणकालीन प्राधिकरण का गठन किया जाएगा.फिलिस्तीनी इलाके पर शासन करने वाले एक नए निकाय की स्थापन पर चर्चा हो चुकी है. लेकिन अभी इसका नाम तय नहीं हुआ है.
गाजा का क्या होगा
इजरायल की गाजा से वापसी के बाद, गाजा की सीमाएं अंतरराष्ट्रीय सहायता और निवेश के लिए खोल दी जाएंगी. ट्रंप के पहले के स्पष्ट लक्ष्यों में एक महत्वपूर्ण बदलाव ये हुआ है कि अब फिलिस्तीनियों को जाने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा. यानी दस्तावेज में साफ लिखा है कि हम गाजा के लोगों को रुकने के लिए प्रोत्साहित करेंगे और उन्हें एक बेहतर गाजा बनाने का मौका देंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले हफ़्ते संयुक्त राष्ट्र में प्रमुख अरब नेताओं से मुलाकात की थी और रविवार को सोशल मीडिया पर कहा था कि सभी लोग पहली बार किसी ख़ास चीज़ के लिए तैयार हैं.
नेतन्याहू का बयान
नेतन्याहू ने कहा, 'मैं गाजा में युद्ध समाप्त करने की आपकी योजना का समर्थन करता हूं. इससे हमारे सभी बंधकों को इजरायल वापस लाया जाएगा, हमास की सैन्य क्षमताओं और उसके राजनीतिक शासन को ध्वस्त किया जाएगा और ये तय किया जाएगा कि गाजा कभी इजरायल के लिए खतरा न बने. ये पहल गाजा के लिए यथार्थवादी रास्ता प्रदान करती है जिससे आगे रक्तपात से बचा जा सकता है. इजरायल हर स्थिति से निपटने कि लिए तैयार है. हमास ने डील नहीं मानी तो नामोनिशान मिटा दिया जाएगा. शुक्रवार को यूएन में दिए बयान में भी उन्होंने हमास के खिलाफ अपना मिशन पूरा करने की कसम खाते हुए फिलिस्तीनी को देश का दर्जा देने से इनकार कर दिया.
नेतन्याहू ने माफी मांगी
ये पीस डील नेतन्याहू द्वारा कतर से औपचारिक माफी मांगने के बाद आई, जब इस महीने की शुरुआत में हमास अधिकारियों को निशाना बनाकर किए गए एक अभियान के दौरान एक इजरायली हमले में कतर के एक सैनिक की मौत हो गई थी. व्हाइट हाउस ने कहा प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस बात पर गहरा खेद व्यक्त किया कि कतर में हमास के ठिकानों पर इजरायल के मिसाइल हमले में अनजाने में एक कतरी सैनिक की मौत हो गई. नेतन्याहू ने इस बात पर भी खेद जताया कि इजरायल ने कतर की संप्रभुता का उल्लंघन किया है और कहा कि इजरायल भविष्य में ऐसा हमला दोबारा नहीं करेगा.
प्रस्ताव बरकरार रखने की अपील
गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों के परिवारों ने ट्रंप से उनके गाजा प्रस्ताव को बरकरार रखने की अपील की
थी. बंधकों और लापता परिवारों से जुड़े एक संगठन ने ट्रंप को लिखे एक खुले पत्र में कहा, हम अनुरोध करते हैं कि आप समझौते को विफल करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ मजबूती से डटे रहें.
हमास की प्रतिक्रिया
मास शांति प्रस्ताव की समीक्षा कर रहा है. कतर के प्रधानमंत्री और मिस्र के खुफिया प्रमुख ने हमास के वार्ताकारों के सामने ट्रंप का प्रस्ताव पेश किया. इस दौरान हमास के वार्ताकारों ने मध्यस्थों से कहा कि वे सद्भावनापूर्वक योजना की समीक्षा करेंगे और उसके बाद अपनी प्रतिक्रिया देंगे.
गाजा में कितनी मौतें
गाजा के युद्ध में उस समय अचानक से तेजी आई जब आतंकी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया और करीब 1219 यहूदी नागरिक मारे गए. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इजरायली हमले में 66,055 फिलिस्तीनी मारे गए हैं.