Last Updated:April 23, 2025, 06:12 IST
Pahalgam Terrorist Attack : पाकिस्पातान के हाथ से बलूचिस्तान फिसलता जा रहा है. पाकिस्तान को कर्ज देने वाले नहीं मिल रहे. बलूचिस्तान हाथ से फिसल रहा है. इमरान खान को जेल भेजने से आवाम खुश नहीं है. ऐसे में जनरल आ...और पढ़ें

असीम मुनीर ने भारत के खिलाफ उगला जहर
हाइलाइट्स
पहलगाम में आतंकी हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने लीपाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर की तकरीर से आतंकियों को बढ़ावापाकिस्तान के वित्त मंत्री आईएमएफ से लोन के लिए वाशिंगटन मेंKashmir Attack : एक औरंगजेब मुगलिया सल्तनत का तानाशाह था जिसकी कब्र उखड़ते- उखड़ते बची. लेकिन चर्चा अभी भी जारी है. दूसरा मोहम्मद औरंगजेब आजकल वाशिंगटन में है. पाकिस्तान का वित्त मंत्री. आईएमएफ की बैठक में हिस्सा लेने गए हैं. दिवालिया होने का खतरा है. सात अरब डॉलर जिन शर्तों पर लोन लिया उसे पूरा करना है. कोई कसर न हो जाए, इसलिए आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक चीफ अजय बंगा से मिन्नते कर रहे हैं. ये हाल है पाकिस्तान का. कर्ज देने वालों का टोटा पड़ा है. उधर सबसे बड़ी भीख जिससे मिलती थी उस सउदी अरब ने अब हमारे साथ स्ट्रैटेजिक पार्टनशिप की ठानी है. डिफेंस से लेकर तेल-एलपीजी गैस पर दोस्ती गाढ़ी हो रही है. हमारे पीएम नरेंद्र मोदी तीसरी यात्रा पर जेद्दा में हैं. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को उन्होंने भाई कहा तो जेद्दा के आसमान में सऊदी ने मोदी की आगवानी के लिए जेट भेज दिए. इन सबसे पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है. उधर डोनाल्ड ट्रंप की टोली इस्लामी जेहादियों को निशाना बना रही है. एलन मस्क ने तो पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग की खौफानक सच्चाई सामने लाकर यूरोप को भी चेता दिया. फिर भी पाकिस्तान चेत नहीं रहा. आज यानी 22 अप्रैल को हमारे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ है.
जनरल मुनीर ने उकसाया
इन बुजदिल आतंकियों ने निहत्थे सैलानियों पर गोलियां चलाई हैं. ये हमला आतंकियों के ताबूत की आखिरी कील साबित हो सकती है. लेकिन मैं पाकिस्तान के मौजूदा हालात से ही इस हमले को जोड़ना चाहता हूं जिसका जिक्र ऊपर किया है. इस हमले की जिम्मेदारी भले ही The Resistance Front (टीआरएफ) ने ली हो लेकिन ये है तो लश्कर-ए-तैयबा का यार ही जो पाकिस्तान में बैठे आकाओं से गाइड होता है. ये अगर सच्चाई है तो पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर की तरफ ध्यान जाना लाजिमी है. इस बौखलाए आर्मी चीफ ने हाल ही में जो तकरीर दी उससे साफ शक होता है कि उसके इशारों पर बुजदिलों ने ही ये कायराना हमला कराया है.
आतंकी संगठन TRF ने पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी ली है. (फोटो PTI)
लोकतंत्र को मजाक बनाने वाली पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर की वो तकरीर इस्लामाबाद में हुई थी. यह्या खान की तरह एक हताश जनरल की तरह.मौका था विदेश में रहने वाले पाकिस्तानियों से संवाद का. जैसे यह्या ने 1971 में कहा था कि ईस्ट पाकिस्तान वाले माइनॉरिटी नहीं हैं, वो तो बहुसंख्यक हैं, फिर हमसे कैसे अलग हो सकते हैं. और हुआ क्या, ये दोहराने की जरूरत नहीं है. बांग्लादेश कैसे बना, इन पाकिस्तानियों ने कैसे बांग्लाभाषी मुसलमानों पर जुल्म ढाए, ये दोहराने की जरूरत नहीं है. अब आसिम मुनीर ने भी चीख-चीख कर दोहराया – आपको पाकिस्तान की कहानी अपने बच्चों को जरूर सुनानी है. हम हिंदुओं से अलग है. धर्म अलग है, संस्कृति अलग है, इसलिए टू नेशन थियरी आई. हमने इस देश के लिए कुर्बानी दी है. कलमे की बुनियाद पर दो ही रियासत बनी – मदीना और पाकिस्तान. वो बहुत क्लियरली सुना रहे थे बलूचियों को- 1500 इकट्ठे होकर क्या बलूचिस्तान छीन लेंगे. बलूचिस्तान तुम्हारे माथे का झूमर है. भारत से डरे मुनीर ने कहा कि 13 लाख की आर्मी से नहीं डरते तो क्या हम कुछ आतंकियों से डरेंगे. खैर, ट्रेन हाइजैकिंग और हाल ही में मारे काटे जा रहे जवानों का दर्द उनकी आवाज में था. झूमर झुकने जो लगा है. इसके बाद जनरल मुनीर कश्मीर पर आते हैं. कहता है – कश्मीर हमारी गर्दन की नस है और हम इसे भूलेंगे नहीं. हमने तीन जंग लड़े हैं…
अब तुम्हारे गर्दन की नस टूटेगी
आपको क्या लगता है पहलमाग हमले की टाइमिंग इस ओर इशारा नहीं करती कि इसके पीछे कौन है? जिन सैलानियों को आतंकियों ने मारा , उनसे पहले नाम पूछा गया. यानी बुजदिल हमलावरों को जनरल मुनीर की तरह हिंदू-मुसलमान में फर्क करना आता था. और भी हालिया डेवलपमेंट देखिए. तहव्वुर राणा हमारी गिरफ्त में है. मुंबई हमलों की कलई और खुलने वाली है. 26/11 के गुनहगार जनरल आसिम मुनीर के मेहमान बनकर पाकिस्तान में रह रहे हैं. साजिद मीर, जकीउर्रहमान लखवी जैसे दरिंदो के अलावा पाकिस्तानी आर्मी के रोल की कहानी रिवाइंड होनी है. ऐसे में पाकिस्तान घबराया हुआ है. शाहबाज शरीफ तो सिर्फ मोहरा है. हमारे साथ जिस मुल्क का वजूद सामने आया वो 58 साल आर्मी रूल में रहा है. टू नेशन थियरी फेल हो रही है. इसलिए जनरल मुनीर पाकिस्तानियों को समझाना चाहते हैं कि जीडीपी से तुलना मत करो. अपना शरिया देखो. ये बात अलग है कि मुनीर को घेरना वहीं के लोगों ने शुरू कर दिया उस तकरीर के बाद. पहनावा दिखा कर और खाना खाकर ये बताया कि कैसे अलग हैं हिंदू-मुसलमान?
क्या माथे का झूमर बचाने निकले जनरल मुनीर को लगता है कि सैलानियों पर हमले कर उन्हें अपने मुल्क में शाबाशी मिलेगी? पाकिस्तान को बरगलाने वाले इस जनरल को नहीं मालूम कि हमला करने वालों के नाम का बुलेट निकल चुका है. चाहते हैं हम बालाकोट दोहराएं तो वो भी होगा. लेकिन आतंकियों का एजेंडा सफल नहीं होगा. उनके गर्दन की नस टूटने वाली है.
Anguished by the terror attack on tourists in Pahalgam, Jammu and Kashmir. My thoughts are with the family members of the deceased. Those involved in this dastardly act of terror will not be spared, and we will come down heavily on the perpetrators with the harshest consequences.…
— Amit Shah (@AmitShah) April 22, 2025
ताजा समाचार मिलने तक गृह मंत्री अमित शाह पहलगाम के लिए रवाना हो चुके हैं. उन्होंने पीएम मोदी को भी सारे मामले से अपडेट कर दिया है.
First Published :
April 22, 2025, 19:04 IST