Last Updated:September 12, 2025, 15:42 IST
Political Party Donation Scam: सुप्रीम कोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है कि हजारों राजनीतिक दल करोड़ों का चंदा खाते हैं. लेकिन चुनाव में उतरते ही नहीं. कोर्ट ने केंद्र और चुनाव आयोग से जवाब मांगा है.

नई दिल्ली: देश की राजनीति में चंदे का खेल एक बार फिर सुर्खियों में है. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका (PIL) के जरिए यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि हजारों राजनीतिक दल करोड़ों का चंदा तो खाते हैं. लेकिन कभी चुनावी मैदान में उतरते ही नहीं. यानी सवाल साफ है कि आखिर कौन खा रहा है करोड़ों का चंदा? और जनता के नाम पर मिलने वाला यह पैसा आखिरकार जाता कहां है?
याचिकाकर्ता अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने अदालत में बताया कि भारत में करीब 3,300 राजनीतिक दल रजिस्टर्ड हैं. लेकिन इनमें से सिर्फ 300 दल ही चुनाव लड़ते हैं. बाकी दल संदिग्ध पैसों के लेन-देन और ब्लैक मनी को व्हाइट करने का जरिया बने हुए हैं. यह भी दावा किया गया कि ऐसे दलों को चंदा देने वालों को इनकम टैक्स विभाग से राहत भी मिल जाती है. यही वजह है कि असल चुनावी भागीदारी से दूर रहते हुए भी कई पार्टियों का खजाना भरता रहता है.
सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को बेहद गंभीर माना और केंद्र सरकार व केंद्रीय चुनाव आयोग (ECI) को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है. अदालत ने पूछा है कि आखिरकार ऐसे दलों को क्यों बख्शा जाए जो जनता के भरोसे का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि कम से कम छह राजनीतिक पार्टियां जल्द ही जांच के दायरे में आ सकती हैं.
पारदर्शिता पर जोर
विशेषज्ञों का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट का यह कदम भारत की चुनावी व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की दिशा में बेहद अहम है. यदि इस मामले पर कड़ी कार्रवाई होती है तो राजनीतिक दलों की फंडिंग को लेकर भविष्य में बड़े सुधार देखने को मिल सकते हैं.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
September 12, 2025, 15:42 IST