Last Updated:December 04, 2025, 07:47 IST
Karnataka News: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. इस बीच डीके शिवकुमार ने कहा कि वह निजी कार्यक्रम के लिए दिल्ली जा रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने साफ किया कि वे तभी राजधानी जाएंगे जब उन्हें औपचारिक बुलावा मिलेगा. दोनों नेताओं ने हाल की ब्रेकफास्ट मीटिंग्स में एकजुटता दिखाने की भी कोशिश की थी. लेकिन बयानों से अंदरूनी तनाव साफ झलकता है.
कर्नाटक में सत्ता की कुर्सी को लेकर कांग्रेस के दो बड़े नेताओं के बीच तनातनी फिर सुर्खियों मेंKarnataka News: कर्नाटक में सत्ता की कुर्सी को लेकर कांग्रेस के दो बड़े नेता मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के बीच तनातनी फिर सुर्खियों में है. ढाई साल का समझौता पूरा होने के बाद अब सवाल उठ रहा है कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इसी बीच शिवकुमार दिल्ली गए तो सिद्धारमैया का तीखा बयान आ गया. सोचने वाली बात यह है कि क्या टकराव बढ़ रहा है या सब कुछ पार्टी के अंदर सुलझ जाएगा?
दरअसल, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार मंगलवार को दिल्ली रवाना हुए. जाते-जाते उन्होंने पत्रकारों से बोले कि मुझे एक शादी में जाना है और 14 दिसंबर को रामलीला मैदान में होने वाले बड़े ‘वोट चोरी’ विरोध प्रदर्शन की तैयारी करनी है. मेरा दौरा पूरी तरह निजी और पार्टी काम से जुड़ा है, इसमें कोई राजनीतिक मतलब मत निकालिए.
नारों और बयानों से बढ़ी सियासी बेचैनी
इसके बाद जब इसी सवाल पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से पूछा गया कि आप दिल्ली कब जा रहे हैं. तो वह बोले कि उन्हें (शिवकुमार को) जाने दीजिए. मैं तभी जाऊंगा जब मुझे औपचारिक बुलावा आएगा. मुझे अभी तक कोई न्योता नहीं आया है. इस बयान ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि दोनों नेताओं के बीच सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा है.
उधर सिद्धारमैया मंगलुरु गए थे. उनके अलावा वहां कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल भी पहुंचे. दोनों ने साथ लंच किया. एयरपोर्ट पर डीके शिवकुमार के समर्थकों ने जोर-जोर से ‘डीके-डीके’ के नारे लगाए. जब शिवकुमार से इसकी बात पूछी गई तो वे हंसते हुए बोले कि लोग दस साल से ‘डीके-डीके’ चिल्ला रहे हैं, इसमें नया क्या है? उन्होंने आगे कहा कि कोई ‘मोदी-मोदी’ बोलता है, कोई ‘राहुल-राहुल तो कोई ‘सिद्दू-सिद्दू’. यह प्यार है, इसे अच्छे से लीजिए.
कुर्सी को लेकर आंतरिक तनाव
वहीं सिद्धारमैया के वेणुगोपाल से लंच करने पर भी शिवकुमार ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि सीएम के सी वेणुगोपाल, राहुल गांधी या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने में क्या गलत है? बता दें, साल 2023 में कांग्रेस की जीत के बाद तय हुआ था कि पहले ढाई साल सिद्धारमैया मुख्यमंत्री रहेंगे, फिर बारी DK शिवकुमार की आएगी. अब वह ढाई साल पूरा हो चुका है. शिवकुमार के समर्थक लगातार दबाव बना रहे हैं.
जबकि सिद्धारमैया भी कुर्सी छोड़ने के मूड में नहीं दिख रहे. दोनों नेताओं ने पिछले दिनों एक-दूसरे के घर ब्रेकफास्ट करके एकता का संदेश जरूर दिया था लेकिन दिल्ली आने-जाने और बयानों से साफ है कि अंदरखाने खींचतान अभी खत्म नहीं हुई. सिद्धारमैया ने साफ कहा कि फिलहाल न कोई बैठक तय हुई है, न कोई बड़ा फैसला सामने आया है. अब सवाल सिर्फ एक है कि कुर्सी किसकी होगी?
First Published :
December 04, 2025, 07:47 IST

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