इन जॉब्स में छिपा है खुश रहने का सीक्रेट, इनके आगे फीकी है सरकारी नौकरी की चमक

3 hours ago

नई दिल्ली (Jobs for Happiness). भागदौड़ भरी जिंदगी में सबसे बड़ी सफलता है एक ऐसा करियर चुनना, जिसमें काम को बोझ न समझा जाए, बल्कि उसे जुनून के साथ किया जाए. भारत में जॉब सैटिस्फैक्शन का मतलब केवल मोटी सैलरी नहीं रह गया है. अब लोग ऐसे काम को प्राथमिकता दे रहे हैं, जो उन्हें मीनिंगफुल महसूस कराए, समाज या किसी व्यक्ति के जीवन में पॉजिटिव बदलाव लाए और चेहरे पर मुस्कुराहट भी रखे. शिक्षक, काउंसलर और पर्यावरणविद जैसे प्रोफेशन डायरेक्ट समाज के विकास में योगदान देते हैं.

भारत में डिजिटल क्रांति और बढ़ती जागरूकता ने कई नॉलेज बेस्ड और क्रिएटिव करियर के दरवाजे खोल दिए हैं. अब युवा केवल डॉक्टर या इंजीनियर नहीं बनना चाहते हैं. अब वे योग प्रशिक्षक, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर या आर्ट थेरेपिस्ट जैसे अनूठे रास्ते भी चुन रहे हैं. इन करियर ऑप्शंस में न केवल क्रिएटिविटी दिखाने का अवसर मिलता है, बल्कि ये लोगों की मेंटल और फिजिकल हेल्थ में सुधार करके समाज की भलाई से भी जुड़े होते हैं. ये करियर फ्लेक्सिबल माने जाते हैं. इनमें मन अंदर और बाहर, दोनों तरफ से खुश होता है.

जिंदगी बदल सकते हैं ये करियर ऑप्शन

अगर आप किसी की जिंदगी बदलना चाहते हैं तो सामान्य नौकरी से हटकर कुछ सोचना होगा. अगर आपको अपनी मौजूदा नौकरी में कोई खास पर्पस समझ में नहीं आ रहा है तो नीचे बताए गए विकल्पों में करियर बना सकते हैं-

1- मनोचिकित्सक/काउंसलर

यह करियर लोगों को उनके मेंटल हेल्थ इश्यूज और जीवन की चुनौतियों से उबरने में मदद करता है. इसके लिए आमतौर पर मनोविज्ञान में मास्टर डिग्री (MA/M.Sc) जरूरी है. इसमें औसत वार्षिक आय ₹4 लाख से ₹10 लाख या उससे अधिक हो सकती है, जो अनुभव पर निर्भर करती है.

2- शिक्षक/प्रोफेसर

युवा पीढ़ी को ज्ञान और दिशा देकर उनके भविष्य को आकार देने जैसा संतोष शायद ही किसी और काम में मिलता हो. शिक्षक बनने के लिए जरूरी योग्यता B.Ed/M.Ed या कॉलेज स्तर के लिए PhD है. आय का दायरा ₹3 लाख से ₹12 लाख तक या उससे अधिक होता है.

3- सोशल वर्कर/NGO मैनेजर

वंचित समुदायों या सामाजिक कारणों (जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य) के लिए जमीनी स्तर पर काम करना भारी संतुष्टि देता है. इसके लिए अक्सर सोशल वर्क में मास्टर डिग्री (MSW) की जरूरत होती है और औसत आय ₹3 लाख से ₹7 लाख के बीच होती है.

4- आर्ट/म्यूजिक थेरेपिस्ट

कला या संगीत का इस्तेमाल करके लोगों को भावनात्मक और मानसिक उपचार देने का यह क्रिएटिव तरीका है. इसके लिए संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए. इसमें ₹4 लाख से ₹9 लाख या उससे ज्यादा भी सैलरी मिल सकती है.

5- पर्यावरणविद्/संरक्षणवादी (Environmentalist/Conservationist)

पर्यावरण की रक्षा, जलवायु परिवर्तन पर रिसर्च और जागरूकता फैलाने का काम बहुत उद्देश्यपूर्ण माना जाता है. इसके लिए पर्यावरण विज्ञान में बीएससी/एमएससी की डिग्री होना जरूरी है. इसमें 5 लाख से 15 लाख या उससे अधिक सैलरी हासिल की जा सकती है.

6- योग प्रशिक्षक/वेलनेस कोच

लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए मार्गदर्शन देना बहुत भला काम माना जाता है. इसके लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से योग डिप्लोमा/सर्टिफिकेशन ले सकते हैं. इसमें आमतौर पर सैलरी ₹3 लाख से ₹8 लाख तक हो सकती है.

7- आर्किटेक्ट/अर्बन प्लानर

क्रिएटिव रूप से टिकाऊ (Sustainable) भवन या शहर की योजना बनाकर समाज को योगदान देना अच्छा काम माना जाता है. इसके लिए B.Arch/M.Arch जैसी डिग्री आवश्यक है. आय ₹6 लाख से ₹15 लाख या उससे अधिक होती है.

8- वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर

प्रकृति और वन्यजीवों को कैमरे में कैद करके संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना जुनून-आधारित काम है. इसके लिए फोटोग्राफी में डिप्लोमा/डिग्री और अनुभव की जरूरत होती है. सैलरी प्रोजेक्ट-बेस्ड होती है, लेकिन औसतन ₹4 लाख से ₹12 लाख तक कमा सकते हैं.

9- डेटा साइंटिस्ट

कॉम्प्लेक्स समस्याओं को हल करने और सामाजिक रुझानों की भविष्यवाणी के लिए डेटा एनालाइज करना. इसके लिए स्टैटिस्टिक्स/डेटा साइंस में B.Tech/M.Sc/M.Tech की डिग्री जरूरी है, जिसकी आय ₹8 लाख से ₹20 लाख या उससे भी अधिक होती है.

10- पत्रकार/फीचर राइटर

इनका काम होता है समाज की बड़ी और जरूरी कहानियों को सामने लाना और लोगों को शिक्षित करना. इसके लिए पत्रकारिता/मास कॉम में स्नातक/स्नातकोत्तर डिग्री होनी अनिवार्य है, जिसकी आय ₹4 लाख से ₹10 लाख के बीच होती है.

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