South Korea: हैकिंग से राष्ट्रपति कार्यालय चिंतित, साइबर सुरक्षा उपायों को अपनाएगी सरकार

1 week ago

राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यालय ने सोमवार को कहा कि वह मोबाइल सेवा प्रदाताओं और क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता के यहां सुरक्षा उल्लंघनों की श्रृंखला के बाद आगे हैकिंग की घटनाओं को रोकने के लिए 'व्यापक' उपाय करेगा. राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि वह संबंधित मंत्रालय के अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श कर रहा है और एसके टेलीकॉम कंपनी, केटी कॉर्प और लोटे कार्ड कंपनी में हुई हैकिंग की घटनाओं से सबक लेते हुए इस महीने के अंत में उपायों की घोषणा करने की योजना बना रहा है.

कार्यालय के मुताबिक, 'दूरसंचार और वित्तीय कंपनियों में हैकिंग के मामलों और नागरिकों को हुए नुकसान को गंभीरता से लिया जा रहा है.' ऑफिस, विज्ञान और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय, राष्ट्रीय खुफिया सेवा और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. सरकार प्रमुख दूरसंचार और प्लेटफॉर्म प्रदाताओं तथा वित्तीय कंपनियों का देशव्यापी निरीक्षण शुरू करने की भी तैयारी कर रही है, साथ ही सुरक्षा भंग होने की स्थिति में उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के उपायों को मजबूत करने की भी कोशिश में है.

अप्रैल में, एसके टेलीकॉम ने बताया था कि उसके नेटवर्क सर्वर पर हुए एक साइबर हमले में पूरे यूजर्स का निजी डेटा लीक हो गया होगा, जबकि एक अन्य मोबाइल सेवा प्रदाता, केटी, ने हाल के हफ्तों में 362 ग्राहकों से जुड़े अवैध माइक्रोपेमेंट की सूचना दी है. योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने लोटे कार्ड के सर्वर हैक कर लिए गए थे, जिससे लगभग 30 लाख ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी लीक हो गई थी. इससे पहले गुरुवार को, राष्ट्रपति ली ने केटी और लोटे कार्ड में हाल ही में हुए डेटा उल्लंघनों के बाद डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए व्यापक कदम उठाने का आह्वान किया था.

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वरिष्ठ सहयोगियों के साथ एक बैठक के दौरान, ली ने कहा कि निजी कंपनियों को जवाबदेह ठहराना जरूरी है, लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी कि सरकार को तेजी से बढ़ते जटिल हमलों के खिलाफ व्यवस्थित सुरक्षा विकसित करनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा के बिना, डिजिटल और एआई क्षेत्रों में एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी बनने की दक्षिण कोरिया की महत्वाकांक्षाएं "ताश के पत्तों की तरह" ही होंगी यानि कमजोर होंगी.

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