Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कई अहम मुद्दों पर न सिर्फ बयान दिया, बल्कि उन्होंने दुनिया का ध्यान फिर एक बार अपनी तरफ खींचा है. साथ ही, उन्होंने गाजा संघर्ष पर बड़ी बात कही. ट्रंप ने साफ कहा कि उनका मकसद किसी अवॉर्ड या सम्मान को पाना नहीं है, बल्कि गाजा में चल रहे युद्ध को खत्म कर स्थायी शांति लाना है. यानी ट्रंप का कहना है कि वे नोबेल शांति पुरस्कार नहीं चाहते.
'ऐसा पहले कभी किसी ने नहीं किया'
ट्रंप ने दावा किया कि गाज़ा संघर्ष को लेकर उनका सीजफायर प्रस्ताव करीब-करीब तय है. उन्होंने कहा कि अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले आठ महीनों में दुनिया के आठ युद्ध सुलझ सकते हैं. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि 'ऐसा पहले कभी किसी ने नहीं किया'.
#WATCH | On his Gaza peace plan proposal, US President Donald J Trump says, "If this works out, we'll have (solved) eight (wars) in eight months. That's pretty good. Nobody's ever done that. Will you get the Nobel Prize? Absolutely not. They'll give it to some guy who didn't do a… pic.twitter.com/YoaQvizBJ9
— ANI (@ANI) September 30, 2025
'क्या आपको नोबेल पुरस्कार मिलेगा?'
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या आपको नोबेल पुरस्कार मिलेगा? तो इसपर जवाब देते हुए प्रेसिडेंट ट्रंप ने कहा 'बिल्कुल नहीं'. ट्रंप ने व्यंग्य करते हुए कहा कि 'नोबेल शांति पुरस्कार' उन्हें कभी नहीं मिलेगा, क्योंकि यह अक्सर उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने असल में कुछ खास नहीं किया होता. वे इसे ऐसे शख्स को देंगे जिसने 'डोनाल्ड ट्रंप के दिमाग' के बारे में एक किताब लिखी है. यह हमारे देश का बहुत बड़ा अपमान होगा. और मैं यह नहीं चाहता.'
ट्रंप की हमास को चेतावनी
ट्रंप ने आगे कहा, 'मैं कोई अवॉर्ड नहीं चाहता, मैं चाहता हूं कि मेरे देश को शांति और सम्मान मिले.' इस दौरान ट्रंप ने हमास को चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा कि हमास को चार दिन का वक्त दिया गया है. अगर वे मना करेंगे तो उन्होंने कहा कि इजरायल को 'जो करना है, वह करने' की खुली छूट होगी. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमास डील नहीं मानेगा तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. ट्रंप ने कहा कि अब तक हमने 25 हज़ार से ज़्यादा हमास के आतंकियों को मार गिराया और उनकी नेतृत्व टीम को तीन बार नेस्तोनाबूद किया. उन्होंने कहा, 'अगर वे शांति चाहते हैं तो ठीक, वरना हालात और बदतर होंगे.'