Operation Spider Web: 84 साल पहले वो कैसा हमला था जिससे अमेरिका भी दहल गया, यूक्रेन ने रूस से लिया वैसा ही 'इंतकाम'!

2 weeks ago

Ukraine Drone Attack On Russia: पिछले तीन साल से रूस-यूक्रेन में चल रहा वॉर अब नेक्स्ट लेवल पर पहुंच गया है, या यूं कहें कि अब आर या पार वाली स्थिति में आ चुका है. यूक्रेन ने रविवार को रूस पर ऐसी करारी चोट की है जिसका पुतिन को जरा भी इल्म नहीं था. यूक्रेन ने जिस तरह से रूस पर रूस की धरती से ही हमला किया, उसने इजरायल की याद दिला दी, जिसकी ताकत का लोहा पूरी दुनिया मानती है. जेलेंस्की की स्पेशल फोर्स ने 117 ड्रोन से रविवार को रूस की धरती से ही ऐसी स्ट्राइक की है, जिसमें रूस के 41 बॉम्बर बुरी तरह तबाह हो गए. बताया जा रहा कि रूस के 30% से ज्यादा बमवर्षक बेड़े TU-95, TU-22 और A-50 हवाई रडार को यूक्रेन के ड्रोन अटैक से नुकसान हुआ है.

यूक्रेन इस खतरनाक मिशन की तैयारी बीते डेढ़ साल से कर रहा था. इस ऑपरेशन को यूक्रेन ने नाम दिया था "ऑपरेशन स्पाइडर वेब". लगभग ऐसा ही हमला 84 साल पहले जापान ने अमेरिका पर किया था. 7 दिसंबर 1941 को हवाई द्वीप पर अमेरिकी नेवी बेस 'पर्ल हार्बर' पर सुबह करीब पौने आठ बजे करीब 177 जापानी विमानों ने हमला कर दिया था. ये हमला बेहद अप्रत्याशित था. इसीलिए अमेरिकी नेवी बेस को इसका पलटवार करने तक का मौका नहीं मिला. उस हमले में अमेरिका को भारी नुकसान हुआ था. उसके कई जंगी जहाजी बेड़े पूरी तरह तबाह हो गए थे. 2400 अमेरिकी सैनिक भी जापानी बमों का शिकार हुए. 

Almost 5000km from Ukraine, a Ukrainian drone operator takes his time in choosing the perfect point of impact to destroy this Tu-95 strategic bomber that regularly rains missiles on the cities of Ukraine. pic.twitter.com/CqDcHqY35I

— Kyiv Insider (@KyivInsider) June 1, 2025

अब यू्क्रेन ने लगभग वैसा ही हमला अंजाम दिया है. पर्ल हार्बर हमले के बाद ही अमेरिका सेकेंड वर्ल्ड वॉर में कूदा. उससे पहले तक उसने इस जंग से दूरी बनाई हुई थी. 1945 में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमला किया तो उसे 'पर्ल हार्बर' का ही बदला माना गया था. 

Major victory for Ukraine under operation Web, 41 Russian strategic aircraft including nuclear bombers have been destroyed by FPV drones secretly smuggled deep into Russia and launched from concealed containers. Billions in losses for Russia. pic.twitter.com/XswE1lMpeE

— Anonymous (@YourAnonCentral) June 1, 2025

अब यूक्रेन के अटैक का अंदाज भी बिलकुल पर्ल हार्बर जैसा ही है. रूसी सीमा के अंदर तकरीबन 4000 किलोमीटर तक घुसना और हमले के लिए सही वक्त का इंतजार करना, इसका पूरा खाका तैयार किया गया. एक ट्रक में इन 117 ड्रोन को छिपाकर रूस के अंदर ले जाया गया. इन्हें ट्रक में इस तरह से छिपाया गया कि किसी को भी जरा भी शक न हो. ट्रक की छत लकड़ी से ढका गया था. जब हमले का सही वक्त दिखा, ठीक उसी वक्त छत को हटाया गया और ड्रोन के उड़ने का रास्ता बनाया गया. 

इस हमले से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं. जेलेंस्की ने बताया कि वे इस हमले की तैयारी डेढ़ साल से कर रहे थे. इसमें रूस के परमाणु हमला करने में सक्षम 30% से भी ज्यादा के विमानों को बर्बाद कर दिया गया. यूक्रेन का दावा है कि इस हमले में रूस को करीब 7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है.

Read Full Article at Source