Last Updated:June 20, 2025, 15:27 IST
NIOS Board: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग एक ओपन एजुकेशन बोर्ड है. इसे उन स्टूडेंट्स के लिए डिजाइन किया गया है, जो रेगुलर स्कूल नहीं जा सकते हैं.

NIOS Board: एनआईओएस बोर्ड की वेबसाइट पर डिटेल्स चेक कर सकते हैं
नई दिल्ली (NIOS Board). नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड है. जो स्टूडेंट्स रेगुलर स्कूल नहीं जा सकते हैं, उनके पास एनआईओएस के तहत पढ़ाई करने का विकल्प रहता है. एनआईओएस में डिस्टेंस लर्निंग के जरिए 10वीं, 12वीं, डीएलएड और प्रोफेशनल कोर्सेस प्रदान किए जाते हैं. ग्रामीण, आर्थिक रूप से कमजोर या बोर्ड परीक्षा में असफल स्टूडेंट्स के लिए एनआईओएस के जरिए पढ़ाई करना बेस्ट है.
NIOS का फ्लेक्सिबल सिस्टम, फ्री स्टडी मटीरियल और ऑन-डिमांड परीक्षा (ODE) इसे अन्य बोर्ड से अलग बनाते हैं. एनआईओएस का क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम (TOC) अन्य बोर्ड से उत्तीर्ण विषयों के अंकों का इस्तेमाल करके पढ़ाई पूरी करने का अवसर देता है. NIOS सेल्फ स्टडी, पर्सनल कॉन्टैक्ट प्रोग्राम (PCP) और ट्यूटर मार्क्ड असाइनमेंट (TMA) के जरिए शिक्षा को आसान बनाता है. इसका सर्टिफिकेट UPSC, NEET और यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए मान्य है.
NIOS में पढ़ाई कैसे होती है?
NIOS डिस्टेंस लर्निंग मॉडल पर आधारित है. इसमें स्टूडेंट्स को घर बैठे पढ़ाई करने की सुविधा मिलती है. इसकी खासियत नीचे समझ सकते हैं:
फ्लेक्सिबल कोर्स:
NIOS 10वीं (माध्यमिक) और 12वीं (वरिष्ठ माध्यमिक) के साथ-साथ डीएलएड, प्रोफेशनल कोर्सेस और अन्य सर्टिफिकेट कोर्स प्रदान करता है.
सिलेबस CBSE के समान है, लेकिन उसकी तुलना में परीक्षा आसान होती है.
स्टूडेंट्स अपनी रुचि के अनुसार विषय चुन सकते हैं (न्यूनतम 5, अधिकतम 7).
सेल्फ स्टडी मटीरियल:
NIOS अपनी वेबसाइट nios.ac.in पर मुफ्त स्टडी मटीरियल (PDF, ऑडियो, वीडियो) प्रदान करता है.
स्वयं (Swayam) प्लेटफॉर्म और NIOS ऐप पर ऑनलाइन सामग्री उपलब्ध है.
मार्केट में गाइड बुक्स और पिछले सालों के प्रश्नपत्र भी उपलब्ध हैं.
असाइनमेंट (TMA):
हर विषय के लिए ट्यूटर मार्क्ड असाइनमेंट (TMA) जमा करना अनिवार्य है.
TMA से 20% मार्क्स फाइनल रिजल्ट में जुड़ते हैं और परीक्षा की तैयारी में मदद करते हैं.
एनआईओएस परीक्षा प्रक्रिया:
एनआईओएस में पढ़ाई के फायदे
TOC: क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम क्या है?
NIOS का क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम (Transfer of Credit) उन स्टूडेंट्स के लिए है, जो अन्य बोर्ड्स से NIOS में ट्रांसफर होना चाहते हैं. यह फेल या पढ़ाई छोड़ चुके स्टूडेंट्स के लिए काफी उपयोगी है.
TOC क्या है:
TOC के तहत स्टूडेंट्स CBSE, ICSE या अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड में उत्तीर्ण दो विषयों (10वीं या 12वीं) के अंकों को NIOS में ट्रांसफर कर सकते हैं. इससे स्टूडेंट को सिर्फ बचे हुए विषयों की परीक्षा देनी होती है.
पात्रता:
प्रक्रिया:
आवेदन: NIOS की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.nios.ac.in/ पर ऑनलाइन आवेदन करके TOC के लिए डिमांड करें.
डॉक्यूमेंट्स: मूल बोर्ड की मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट और अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट जमा करें.
फीस: TOC के लिए अतिरिक्त शुल्क (लगभग 150 रुपये प्रति विषय) देना पड़ सकता है.
अप्रूवल: NIOS के वेरिफिकेशन के बाद क्रेडिट ट्रांसफर किए जाते हैं.
Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें
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