Lady Vanga Prediction About the Russian Earthquake: विज्ञान कहता है सपने संकेत हो सकते हैं, ये सच नहीं होते. ठीक ऐसा ही है भविष्य यानी आने वाला कल. विज्ञान इसे अतीत और वर्तमान के आधार पर एक अनुमानित समय मानता है. लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे चमत्कारी लोग हुए हैं, जो ना सिर्फ सपनों के आधार पर सटीक घटना की भविष्यवाणी करते हैं, बल्कि उनका कहा सच भी होता है. जैसे कि मशहूर भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस, बुल्गारिया के बाबा वेंगा इत्यादि.
जापान की लेडी वेंगा का क्या है रहस्य?
अब इसी कड़ी में एक नाम जुड़ा है जापान की एक ऐसी महिला की, जो अपने सपने में आने वाले कमायत को बरसों पहले ही देख लेती हैं. जापान की लेडी वांगा कही जा रही ये महिला रूस में आए भूकंप के बाद दुनिया भर के सर्च इंजन्स में टॉप पर ट्रेंड कर रही है. आखिर क्या है इस लेडी का रहस्य और रूस के भूकंप की भविष्यवाणी से कनेक्शन, समझिए आज की स्पेशल रिपोर्ट से.
रूस के सूदूर पूर्वी द्वीप में आए 8.8 की तीव्रता वाले भूकंप और उसके बाद प्रलय जैसे दृश्य को रूह कांप जाती है. जिस भूकंप की ताकत हिरोमिशा पर गिराए गए परमाणु बम से 15 हजार गुना हो, जिसके झटके पूरे प्रशांत महासागर के तट वाले 12 देशों में महसूस किए गए हों.
जिन ताकतवर भूगर्भीय हलचल की वजह से 12 देशों में सुनामी आ चुकी हो. उस व्यापक और भयावह दृश्य का भला कोई चित्र कैसे खींच सकता है...? ये सवाल सहज ही जेहन मे आता है, जब सुर्खियों में हम पढ़ते हैं, जापान की एक भविष्यवक्ता ने रूस जैसे भूकंप की चेतावनी- चित्र समेत 4 साल पहले ही दे डाली थी.
प्रलय की ‘चित्र पहेली’
2021 के नॉवेल में तबाही की भविष्यवाणी. तब उन्होंने चित्र बनाकर कहा था- जुलाई में सुनामी आएगी. उनका 5 जुलाई का अनुमान था, तब हल्के भूकंप आए. लेकिन 30 जुलाई को आए विनाशकारी भूंकप से उसकी तीव्रता की पुष्टि हो गई है. ये महिला भविष्यवक्ता जापान की है और अपने देश पर आने वाले आपदाओं के बारे में रहस्ययमी चित्र कथा के जरिए अपनी किताबों में बताती है.
कौन हैं जापानी की ‘लेडी वांगा’?
जापान की इस महिला का नाम रियो तात्सुकी है. 70 साल की तात्सुकी मंगा आर्टिस्ट हैं. मंगा जापान की पारंपरिक कला है. जापानी भाषा में मंगा का अर्थ होता है चित्रों का उत्पात. मंगा आर्ट में कॉमिक बुक की तरह नॉवेल होते हैं. तात्सुकी ने 1999 में नाम का ‘द फ्यूचर आई सॉ’ नॉवेल लिखा था.
जापान में रियो तात्सुकी के चमत्कारी मंगा आर्ट की चर्चा इसी नॉवेल से शुरु होती है. इस नॉवेल में तात्सुकी ने भविष्य की कई भयावह घटनाओं को देखने का दावा किया. जैसे 2011 की सुनामी.
13 साल पहले 2011 की सुनामी की भविष्यवाणी?
10 मार्च की रात जापान में जो 9.00 की तीव्रता का भूकंप आया था, उससे जो सुनामी पैदा हुई थी, उसने पूरे जापान के कई तटीय कस्बे तबाह कर दिए थे. उस सुनामी में 19 हजार के करीब लोग मारे गए थे. लेकिन इस सुनामी की दिलचस्प बात ये है, कि इसकी भविष्यवाणी रियो तात्सुकी ने 12 साल पहले लिखी अपनी किताब में ही कर दी थी.
उस भविष्यवाणी के सच होने के बावजूद जापानी भूगर्भशास्त्रियों ने इसे हलके में लिया. अधिकारियों ने इसे संयोग बताया. लेकिन उस सुनामी के बाद तात्सुकी की लोगों के बीच लोकप्रिय हो गई.
यही वजह थी, जब जुलाई में एक के बाद एक जापान में एक हजार भूकंप आए, कई जगहों पर छोटी मोटी सुनामी लहरे उठीं, तो अचानक ही लोगों को तात्सुकी की वो भविष्यवाणी याद आई गई, जिसमें उन्होंने जुलाई 2025 में भयानक सुनामी का जिक्र किया था.
भविष्यवाणी से डर गए हजारों पर्यटक
ये इसी जुलाई की बात है, जब जापान के तीनों द्वीपों के तटीय शहरों में सैलानियो की संख्या अचानक घटने लगी. जब अधिकारियों को पता चला, कि इसके पीछे रियो तात्सुकी की भविष्यवाणी है, तो उन्होंने बकायदा ऐलान कर कहा कि ऐसे आधारहीन दावों से डरने की जरूरत नहीं, सैलानियों को वापस अपनी कैंसिल्ड बुकिंग फिर से कराना चाहिए.
30 जुलाई को आखिर वो हुआ, जिसकी कल्पना या अंदाजा कोई वैज्ञानिक भी नहीं कर सकता. ठीक वैसी ही सुनामी आई, जैसा कि रियो तात्सुकी ने अपने मंगा उपन्यास में किया था. उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि जापान के 16 तटीय क्षेत्रों में
सुनामी की लहर और तेज होगी. अभी आधे मीटर ऊंची लहरे उठेंगी लेकिन अगले 24 घंटे में बड़ा खतरा होगा.
पहले ही कर दी थी सुनामी की भविष्यवाणी
जिस खतरने को खोखला दावा करार देकर खारिज कर रहे थे, जापानी अधिकारी, वो कुछ इस तरह सच हो जाए, तो आप क्या कहेंगे? सटीक भविष्यवाणी या फिर महज संयोग...?
जापानी मंगा आर्टिस्ट रियो तात्सकी ने जुलाई में जिस सुनामी की भविष्णवाणी की थी, उसकी अनुमानित तारीख 5 जुलाई थी. तभी से जापान में सुनामी को लेकर लोगों के बीच एक अघोषित सा डर था. वो डर 30 जुलाई को सच साबित हुआ. 2025 में भूकंप और सुनामी को लेकर ये कोई पहली भविष्यवाणी नहीं थी. बल्कि साल की शुरुआत से ही बाबा वेंगा की एक भविष्यवाणी चर्चा में थी. इसमें कहा गया था कि साल 2025 में बेहद खतरनाक भूकंप आएंगे.
इसमें से एक तो भूकंप तो म्यांमार में आया, जिसमें 2000 से ज्यादा लोगों की जाने गई. अब रूस में 8.8 की तीव्रता वाला भूकंप. गनीमत है, कि ये भूकंप कम आबादी वाले क्षेत्रों मे आया, और इसकी केन्द्र भी समुद्र के भीतर 19 किलोमीटर था. इसलिए ताकतवर होते हुए जान मानल का नुकसान तुलनात्मक रूप से कम हुआ. लेकिन इससे उठने वाली सुनामी? रियो तात्सकी को आखिर किस आधार पर हुआ था इसका पूर्वानुमान, समझते स्पेशल रिपोर्ट के अगल चैप्टर में.
कौन सी शैली में चित्र बनाती हैं तात्सुकी?
रिया तात्सुकी जापानी मंगा सैली में चित्र बनाती हैं. ये चित्र अक्सर उन सपनों के होते हैं, जिसमें उन्हें दिखाई देती हैं भूकंप, सुनामी और ज्वालामुखी जैसी प्राकृतिक आपदाएं. कई बार तात्सुकी के सपने में मौत का साया भी दिखाई देता है. जैसे तात्सुकी ने ब्रिटेन की प्रिंसेज डायना की अकाल मृत्यु की बात कही थी.
अपने अनूठी आर्ट शैली में रिया तात्सुकी ने ऐसी कई भविष्यवाणियां की है, जो सच साबित हुई है. खासतौर से साल 1991 से, जब 35 साल की रिया ने मंगा आर्ट में महारत हासिल की. जापान में पारंपरिक मंगा आर्ट्स का चलन 20वीं शताब्दी में शुरु हुआ, जब चिबा तेत्सुया और अकात्सु फुजियो जैसे कलाकार 50 के दशक में अपनी मंगा कृतियों के साथ चर्चा में आए.
इस कला में शब्दों के पाठ की बजाय चित्रों के बहुआयामी संकेतों पर ध्यान दिया जाता है. जैसे कॉमिक्स बुक्स होते हैं. इसमें डायलॉग्स से ज्यादा कहानी के सीन्स महत्वपूर्ण होते हैं. इसी तरह मंगा आर्ट्स होता है, जिसमें शब्दों से ज्यादा चित्र बोलते हैं.
50 के दशक में बन चुकी हैं फिल्में
इसीलिए इस आर्ट को चित्रों का उत्पात कहा जाता है. इस आर्ट पर आधारित 50 के दशक में कुछ जापानी फिल्में भी चर्चित हुईं. जैसे न्यू ट्रेजर आइलैंड. इस फिल्म में एक रहस्यमयी खजाने से भरे द्वीप को दिखाया गया है, वैसे ही मंगा आर्ट्स की कहानियों और उपन्यासों में आम जीवन से लेकर रहस्ययमी लोक का चित्रण होता है. ऐसे ही रहस्यमयी चित्रों का रेखांकरन रियो तात्सुकी करती हैं.
तात्सुकी उसी रहस्य और भविष्य लोक की रचना अपनी कृतियों में करती है, जिनमें जापानी लोगों की आस्था है. जैसे इसेकाई यानी कि दूसरी दुनिया.
रियो तात्सुकी की ‘इसेकाई’ में क्या दिखती है भविष्य के हादसे?
अगर ऐसा है, तो साल 1991 से लेकर अब तक ऐसी कितनी भविष्यवाणियां तात्सुकी ने की है, जिन्हें जापानी दस्तावेजों में सच साबित होने के रूप में दर्ज किया गया है.
रियो तात्सुकी की सच भविष्वाणियां
साल 1991
तात्सुकी के सपने में ब्रिटिश गायक फ्रेडी मर्करी दिखे. सपने में फ्रेड्रिक मर्करी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे. 24 नवंबर को फ्रेड्रिक की डेथ एड्स की वजह से हुई.
साल 1992
तात्सुकी को 31 अगस्त को सपना आया. सपने में प्रिंसेज डायन को मरा हुआ देखा. 31 अगस्त 1997 को डायना की डेथ हुई.
साल 1995
2 जनवरी को तात्सुकी ने एक सपना देखा. सपने में जापान में भारी भूकंप से तबाही दिखी. 15 दिन बाद 17 जनवरी को 7.3 का भूकंप आया.
साल 1996
तात्सुकी ने 11 मार्च को जापान में तबाही का सपना देखा. 2011 में जापान में भूकंप और सुनामी की बात कही. 11 मार्च 2011 में 9.0 का भूकंप और सुनामी आई.
जब रिया ने देखा अपनी मौत का सपना
रियो तात्सुकी का सपना यही नहीं रुका, बल्कि साल 1996 के एक सपने में उन्होंने मंगा आर्टिस्ट के तौर पर अपनी मौत का सपना भी देख लिया. 4 साल बाद कुछ ऐसा हुआ, कि तात्सुकी को मंगा आर्ट्स से मोह भंग हो गया और उन्होंने संन्यास ले लिया.
आज वो 70 साल की उम्र में रिटायर और यूं कहें अपनी रहस्यमयी दुनिया में जिंदा हैं, लेकिन एक भविष्यवाणी उनकी ऐसी है, जिसके सच होने की संभावना वैज्ञानिक भी जता रहे हैं.
पहले ही कर दी थी कोविड की भविष्यवाणी
वो है कोविड की महामारी. इसकी भविष्यवाणी तात्सुकी ने 1995 में ही कर दी थी, कि कोई खतरनाक वायरस पूरी दुनिया में फैलेगा. वो वायरस 2019 से फैलना शुरु किया और 2022 तक असरदार रहा. अब भी दुनिया के अलग अलग इलाकों में इसके नए वैरियंट्स मिलते रहते हैं.
तात्सुकी की भविष्यवाणी ये बताती है, कि कोविड वायरस 2030 में और ज्यादा तेजी से और खतरनाक तरीके से फैलेगा. अगर ऐसा हुआ, तो सोचिए, दुनिया के सामने ये स्थिति कितनी गंभीर होगी...?