Last Updated:December 29, 2025, 17:29 IST
BSF on Osman Hadi Murderer Fleeing India: सीमा सुरक्षा बल ने ढाका पुलिस के उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के संदिग्धों के मेघालय सीमा से भारत भागने की बात कही गई थी. बीएसएफ मेघालय के आईजी ओ.पी. उपाध्याय ने इन रिपोर्टों को पूरी तरह झूठा और मनगढ़ंत बताया है. उन्होंने कहा कि सीमा पर कोई अवैध घुसपैठ नहीं हुई है और बांग्लादेशी अधिकारियों के दावों में भारी विरोधाभास है.
बांग्लादेश सुरक्षा पर बीएसएफ ने सवाल उठाए. सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) के उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के दो मुख्य संदिग्ध मेघालय सीमा के जरिए भारत भाग गए हैं. बीएसएफ ने इन रिपोर्टों को पूरी तरह से झूठा, मनगढ़ंत और भ्रामक करार दिया है. रविवार को ढाका पुलिस के एक अतिरिक्त आयुक्त के हवाले से बांग्लादेशी मीडिया में खबरें आईं कि संदिग्धों ने बांग्लादेश के हलुआघाट सीमा क्षेत्र से भारत में प्रवेश किया. दावों के अनुसार ये आरोपी अवैध रूप से सीमा पार कर मेघालय के तुरा इलाके में पहुंच गए थे. शरीफ उस्मान हादी इंकलाब मंच से जुड़ा था और आगामी चुनावों के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रचार कर रहा था. हादी की हत्या ने बांग्लादेश में राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है.
BSF का कड़ा रुख और तर्क
मेघालय सेक्टर में बीएसएफ के महानिरीक्षक (IG) ओ.पी. उपाध्याय ने आधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि मेघालय सीमा पर ऐसी कोई अवैध गतिविधि दर्ज नहीं की गई है. उन्होंने कहा, “मेघालय सेक्टर में किसी भी अवैध सीमा पार आवाजाही या किसी संदिग्ध की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं है.” आईजी उपाध्याय ने बांग्लादेशी अधिकारियों के बयानों में विरोधाभास की ओर इशारा करते हुए उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए. उन्होंने तर्क दिया कि ढाका से करीब 300 किलोमीटर की यात्रा कर सघन सीसीटीवी कवरेज और चेकपॉइंट्स को चकमा देकर किसी का भारत में घुसना नामुमकिन सा लगता है.
मेघालय पुलिस ने भी किया खंडन
बीएसएफ के साथ-साथ मेघालय पुलिस ने भी उन खबरों का खंडन किया है जिनमें आरोपियों की भारत में गिरफ्तारी की बात कही गई थी. आईजी उपाध्याय ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश’ (BGB) की व्यावसायिकता का जिक्र करते हुए कहा कि इतने बड़े सुरक्षा घेरे को तोड़कर संदिग्धों का सीमा पार करना अत्यधिक असंभव है. शरीफ उस्मान हादी शेख हसीना विरोधी इंकलाब मंच का एक सक्रिय सदस्य था. यह मंच पिछले साल जुलाई के विद्रोह के दौरान चर्चा में आया था, जिसके परिणामस्वरुप शेख हसीना को सत्ता छोड़नी पड़ी थी. हादी आगामी फरवरी चुनावों में ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में थे, जिनकी हत्या के बाद बांग्लादेश में तनाव बना हुआ है.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
First Published :
December 29, 2025, 17:29 IST

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