Last Updated:September 22, 2025, 17:05 IST
GST Impact on GDP Growth : मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा है कि जीएसटी की दरें घटाए जाने से विकास दर 7 फीसदी के आसपास रहने की संभावना है. हालांकि, टैरिफ का असर इस विकास दर पर भी जरूर दिखेगा, लेकिन इस साल के मुकाबले अगले साल ज्यादा होगा.

नई दिल्ली. भारत निसंदेह रूप से दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है और जीएसटी रेट घटने के बाद इस तेजी को पंख मिल गए हैं. यह दावा किया भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत नागेश्वरन ने, उनका कहना है कि जीएसटी दरें घटने के बाद चालू वित्तवर्ष में विकास दर और भी ज्यादा तेज गति से बढ़ेगी. 22 सितंबर से जीएसटी की नई दरें लागू होने के बाद अनुमान है कि वित्तवर्ष 2026 में इसकी विकास दर 6.8 फीसदी के आसपास रहेगी.
नेटवर्क 18 के एक कार्यक्रम में मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि जीएसटी की दरें घटाने और इनकम टैक्स छूट का दायरा बढ़ाने के बाद जीडीपी के आंकड़ों में भी निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि सामान सस्ते होने से घरेलू डिमांड बढ़ेगी, जिससे मैन्युफैक्चरिंग को भी फायदा होगा और रोजगार बढ़ेगा. इस लिहाज से डिमांड और सप्लाई की नई चेन शुरू होगी, जो आखिरकार देश की विकास दर को बढ़ाने में काम आएगी.
अर्थव्यवस्था में आएंगे 2.5 लाख करोड़
सरकार ने पहले इनकम टैक्स छूट का दायरा बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया और अब जीएसटी की दरें घटाने के बाद कुल मिलाकर करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये अर्थव्यवस्था में आएंगे. जाहिर है कि इसका फायदा हर सेक्टर को मिलेगा और विकास दर के आंकड़े और भी मजबूत होंगे. उन्होंने कहा कि जीएसटी वसूली में कमी आने से राज्यों के खजाने पर कुछ असर जरूर पड़ेगा, लेकिन लंबे समय में इसका फायदा ही मिलेगा.
राज्यों पर कितना असर
सीईए ने कहा कि जीएसटी सिर्फ केंद्र का ही नहीं, राज्यों का भी मामला है और इसकी दरों में कटौती से राज्यों के खजाने पर भी असर पड़ेगा. हालांकि, पिछले कुछ समय से राज्यों को इससे जबरदस्त फायदा मिला है तो अनुमान है कि अब कटौती किए जाने से ज्यादा नुकसान नहीं होगा. खजाने पर असर के बावजूद मुझे पूरा भरोसा है कि चालू वित्तवर्ष में राजकोषीय घाटा गिरकर 4.4 फीसदी के आसपास रह जाएगा. हमारे पास टैक्स के अलावा अन्य स्रोत से राजस्व वसूली में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
दूसरी तिमाही में 7 फीसदी से ज्यादा की विकास दर
सीईए ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने चालू वितत्वर्ष की दूसरी तिमाही में 7 फीसदी से भी ज्यादा की विकास दर हासिल कर ली. ऊपर से अमेरिका के टैरिफ लगाए जाने का भी असर दिखेगा. उन्होंने कहा कि टैरिफ से इस साल 0.5 फीसदी का असर जीडीपी पर दिखेगा, जबकि अगले साल 1 फीसदी के आसपास इसका असर दिखेगा. हालांकि, जीएसटी की नई दरों से इसकी कुछ हद तक भरपाई की जा सकेगी और विकास दर का आंकड़ा 7 फीसदी के आसपास दिख सकता है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 22, 2025, 17:05 IST