Kerala News: केरल के पथनमथिट्टा जिले में ग्लोबल अयप्पा संगम के आयोजन को लेकर भाजपा और केरल सरकार के बीच तनाव चल रहा है. इस दौरान केरल भाजपा अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने राज्य सरकार के ग्लोबल अयप्पा संगमम के संचालन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे इस तरह के आयोजन क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा,' मेरा सवाल हमेशा से यही रहा है कि वे इस तरह का आयोजन क्यों कर रहे हैं. उन्होंने स्टालिन को क्यों बुलाया?'
भाजपा ने जताई नाराजगी
राजीव चंद्रशेखर ने सरकार से सवाल करते हुए कहा,' क्या हम ईसाइयों या यहूदियों का आयोजन हमास को सौंपेंगे? हम नहीं करेंगे. जब CPI (M) इस तरह का आयोजन करेगी तो कोई भी भक्त विश्वास नहीं करेगा. इसलिए वहां भी कोई नहीं गया.' बता दें कि 20 सितंबर 2025 को पंपा (जिला पथनमथिट्टा, केरल) में ग्लोबल अयप्पा संगम का आयोजन हुआ था. इसका आयोजन त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड और केरल सरकार ने मिलकर किया था. इस समारोह में स्टालिन को भी निमंत्रण दिया गया था.
भाजपा का दावा
राजीव चंद्रशेखर ने अपने बयान में कहा,' हमें शुरू से ही पता था कि कोई भी भक्त इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा. कोई भक्त CPI (M) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में क्यों शामिल होगा? क्या इसका कोई तर्क है?' बता दें कि CPI (M) के नेतृत्व वाले LDAF ने इस आयोजन को सफल बताया है. इसको लेकर राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने कहा कि समारोह में उम्मीद से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. 3,000 की अपेक्षा 4,600 से ज्यादा लोग इसमें शामिल हुए.
समारोह में कितने लोगों ने लिया हिस्सा?
केरल सरकार में देवस्वोम मंत्री वीएन वासवन ने बताया कि ग्लोबल अयप्पा संगम में 4,126 लोगों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 182 विदेशी प्रतिनिधि और 2,125 अन्य भारतीय राज्यों से आए प्रतिनिधि शामिल थे. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में केरल हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन किया गया. यहां श्रद्धालुओं को भी कोई असुविधा नहीं हुई, हालांकि विपक्षी नेताओं ने सरकार के दावों को खारिज करते हुए संगमम को राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित एक उपहास बताया. विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि समारोह में खाली पड़ी कुर्सियां इस बात का सबूत है कि वहां कोई नहीं आया.
FAQ
क्या है ग्लोबल अयप्पा संगमम?
यह एक वैश्विक सम्मेलन है, जिसमें दुनिया भर से अयप्पा स्वामी के भक्त शामिल होते हैं।.इसका आयोजन त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड और केरल सरकार ने मिलकर किया था.
क्यों हुआ आयोजन?
इस आयोजन का उद्देश्य सबरीमाला को एक वैश्विक तीर्थस्थल के रूप में प्रस्तुत करना और अयप्पा स्वामी के भक्तों को एकजुट करना था. साथ ही यह त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भी था.