स्वदेशी चीजों की सेकेंडों में होगी पहचान, बस अपनाएं ये आसान ट्र‍िक..

3 weeks ago

Last Updated:September 26, 2025, 18:30 IST

Barcode for swadeshi: भारत की तरक्‍की के लिए स्‍वदेशी चीजों को अपनाने की जरूरत है. स्‍वदेशी सामान की पहचान करना बहुत आसान है. इसके लिए बेहद आसान जीएस 1 इंड‍िया बारकोड के बस 3 शुरुआती नंबर आपको याद रखने हैं और उसी बारकोड का सामान खरीदना है. क्‍या है वह नंबर, आइए जानते हैं..

स्वदेशी चीजों की सेकेंडों में होगी पहचान, बस अपनाएं ये आसान ट्र‍िक..स्‍वदेशी चीजों की पहचान कैसे करें, ये रहा तरीका..

GS1 India Barcode: भारत को आगे बढ़ाना है तो अपने देश के उद्यमों को बढ़ाना होगा और यहां बने सामानों को खरीदना होगा. इसके लिए लंबे समय से स्वदेशी चीजों को अपनाने और विदेशी चाइनीज-अमेरिकी कंपनियों के सामानों का बॉयकॉट के लिए कहा जा रहा है. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसके लिए वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत जैसे मिशन शुरू किए.

लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल आती है कि स्वदेशी सामान की पहचान कैसे हो? बाजार में भरे पड़े हजारों सामानों में से भारत में बने उत्पादों को आखिर कैसे चुना जाए? क्या इसके लिए भारतीय कंपनियों के नाम याद करने पड़ेंगे? या सामानों की लिस्ट लेकर बाजार जाना होगा? तो आपकी इस मुश्किल का सबसे आसान हल आज हम यहां देने जा रहे हैं.

स्वदेशी यानि भारत में बने सामान की पहचान करना इतना आसान है कि आपने कभी सोचा भी नहीं होगा. बस आपको किसी भी सामान के पैकेट को गौर से देखना है और आपको उसके स्वदेशी होने या न होने का पता चल जाएगा. आइए बताते हैं वो ट्रिक..

कैसे पहचानें स्वदेशी प्रोडक्ट..

स्वदेशी सामान की पहचान के लिए आपको भारत की सभी कंपनियों के नाम याद रखने की जरूरत नहीं है, बस एक आसान तरीके को अपनाकर आप विदेशी कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं. इसके लिए आपको अपने देश के बारकोड के शुरुआती 3 नंबर याद रखने हैं, जो हर सामान के पैकेट पर अंकित होते हैं.

अगर आप बाजार में हैं या आपके घर पर ये सामान मौजूद है तो उसके पैकेट पर छपे बारकोड को देखिए. इसके नीचे एक कोड यानि नंबर लिखा रहता है. यह बारकोड ही बताता है कि यह आइटम फलां देश में बना हुआ प्रोडक्ट है.

अगर यह सामान किसी भारतीय कंपनी ने बनाया है तो उसके बारकोड की शुरुआत 890 नंबर से शुरू होगी. 890 भारत देश का जीएस1 बारकोड है, जिसका मतलब है कि यह सामान स्वदेशी या स्वदेशी कंपनी ने बनाया है. इस तरह आप भारतीय कंपनियों के द्वारा बनी चीजों को खरीदकर स्वदेशी को अपना सकते हैं और इसे बढ़ावा दे सकते हैं.

क्यों होता है बारकोड? 

क‍िसी भी प्रोडक्‍ट पर लगा बारकोड यह बताता है क‍ि यह सामान क‍िस देश में मैन्‍यूफैक्‍चर हुआ है या क‍िस देश की कंपनी के द्वारा बनाया गया है. इस बारकोड को दुन‍िया भर में स्‍वीकृत‍ि प्राप्‍त है और इसे स्‍कैन क‍िया जा सकता है. इस बारकोड को स्‍कैन करने पर न केवल प्रोडक्‍ट बल्‍क‍ि उसे बनाने वाली कंपनी के बारे में भी जानकारी म‍िल जाती है. भारत का बारकोड 13 नंबर का है, जिसकी शुरुआत 890 नंबर से होती है. यह कोड जीएस1 ग्लोबल की ओर से जीएस1 भारत को दिया गया है, जो भारतीय कंपन‍ियों के उत्‍पादों को यह आधि‍कार‍िक कोड प्रदान करती है.

ऐसे में इस बार दिवाली के लिए की जाने वाली शॉपिंग के अलावा आप जब भी आप घर के लिए कोई सामान खरीदने बाजार जाएं तो सामान के पैक पर छपे बारकोड को ध्‍यान से देखें और अगर उसकी शुरुआत में 890 नंबर ल‍िखा है तो मान लें क‍ि यह भारतीय उत्‍पाद है. देसी उत्‍पादों को खरीदकर हम सभी भारत को आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं.

priya gautamSenior Correspondent

अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्...और पढ़ें

अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्...

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Location :

Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh

First Published :

September 26, 2025, 18:30 IST

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