Nepal Army Chief: नेपाल में युवा सड़कों पर राजधानी काठमांडू में एक बार फिर GenZ प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ जुट गई है. देश के नए पीएम को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. लगातार नेपाल का संकट गहराता जा रहा है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि संघर्ष के बीच नेपाल आर्मी चीफ चीन दौरे पर जाने वाले हैं, 8 दिनों के लिए वो चीन दौरा करेंगे, उनके इस दौरे पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं.
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— Zee News (@ZeeNews) September 11, 2025
सुलग रहा है नेपाल
नेपाल सुलग रहा है. काठमांडू में प्रदर्शन के बाद पीएम केपी शर्मा ओली कई मंत्रियों के साथ देश छोड़कर भाग गए, इस स्थिति में सेना ने कमान संभाल ली, वहीं अब नए पीएम को लेकर के भी घमासान मचा हुआ है. GenZ में अतंरिम पीएम को लेकर अलग-अलग राय है. कुछ का मानना है कि कार्की बेस्ट पीएम होंगी तो कुछ का मानना है कि बालेन शाह या फिर कुलमन घीसिंग को ये पद सौंपा जाए, इसी को लेकर फिर से प्रदर्शन होने लगा है और स्थिति भयावह हो गई है, इसी बीच आर्मी चीफ का चीन दौरा काफी ज्यादा सवाल खड़ा कर रहा है.
चीन के खास हुआ करते थे शर्मा
एक वक्त वो भी था जब पीएम रहते हुए केपी शर्मा ओली चीन के खास हुआ करते थे. यही नहीं कई मौकों पर उन्होंने भारत विरोधी बातें भी की थी. ओली के कार्यकाल के दौरान चीन और नेपाल का रिश्ता और ज्यादा मधुर हुआ. चीन को नेपाल का सबसे बड़ा रणनीतिक साझेदार माना जाता है. बता दें कि हाल में ही चीन की विक्ट्री परेड में हिस्सा लेने के लिए ओली ने बीजिंग का दौरा किया था.
नेपाल में चीनी प्रोजेक्ट
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल के कई प्रोजेक्ट चीनी कंपनियों के पास है. चीन उन्हें फंड देता है. इन प्रोजेक्ट की मॅानिटरिंग चीन अपने लोगों से करवाता है. यानि यहां काम करने वाले लोग चीन से आते हैं. जिनपिंग के ड्रीम प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड इनिशेटिव (BRI) को ओली सरकार बढ़ावा दे रही थी. उनका मानना था कि इससे आर्थिक सहयोग मजबूत होगा. ये भी कहा जा रहा है कि चीनी प्रोदेक्ट की वजह से नेपाल के युवा बेरोजगार हो रहे हैं.
क्यों चीन जा रहे हैं आर्मी चीफ
एक समय देश संकट में है और दूसरी तरफ आर्मी चीफ का चीन दौरा लोगों को अखर रहा है. हालांकि इसके पीछे चीन का कुछ खास प्लान हो सकता है. शायद ड्रैगन अपने प्रोजेक्ट को और मजबूत करने पर जोर दे या फिर नेपाल के युवाओं के रोजगार पर बात हो. बता दें कि आर्मी चीफ ग्रेजुएशन के बाद वे चीन की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने गए. इसके बाद चीन में ही बैचलर और फिर स्ट्रैटेजिक स्टडीज में मास्टर डिग्री हासिल की. आर्मी चीफ ने मिलिट्री स्ट्रेटजी की ट्रेनिंग चीन में ही ली है. ऐसे में उनके चीन दौरे के कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
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